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bhaktas Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)


bhaktas ka kya matlab hota hai


भक्तामर

Noun:

भक्ति,



bhaktas शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:



अर्थात-- गोमाता में जिसकी भक्ति हो, प्रणव जिसका पूज्य मन्त्र हो, पुनर्जन्म में जिसका विश्वास हो--वही हिन्दू है।

तब आचार्य मानतुंग ने भक्तामर स्तोत्र की रचना की तथा हर श्लोक की रचना ताला टूटता गया।

इस तीर्थ के निकट ही 108 भक्तिविहार पार्श्‍वनाथ, श्री अगम मंदिर तीर्थ, भक्तामर मंदिर और गुरूमंदिर भी देखे जा सकते हैं।

6 और 7 वीं शताब्दी में, पहली भक्ति भजन तमिल भाषा में बनाया गया था।

तीर्थंकर भक्तामर स्तोत्र का जैन धर्म में बडा महत्व है।

कहते है कि जो भी भक्तामर स्तोत्र को भक्ती भावसे पढता है उसके सारे पापोंका नाश होता है।

जो श्री भक्तामर स्तोत्र के निर्माता है।

आचार्यजीने भक्तामर स्तोत्र मे पुरी ४८ कडीयां लिखी जिसमे उन्होने भगवान आदिनाथ कि स्तुती लिखी।

तीर्थों के प्रति हमारे देशवासियों में बड़ी भक्ति भावना है।

12) भक्तामर व्रत : 48 उनोदर (दूध पानी से)।

गोषु भक्तिर्भवेद्यस्य प्रणवे च दृढ़ा मतिः।

मूर्तियाँ हिन्दुओं के लिये ईश्वर की भक्ति करने के लिये एक साधन मात्र हैं।

भक्ति साहित्य में अवधी में गोस्वामी तुलसीदास, ब्रज भाषा में सूरदास तथा रैदास, मारवाड़ी में मीराबाई, खड़ीबोली में कबीर, रसखान, मैथिली में विद्यापति आदि प्रमुख हैं।

आचार्यजीने वहा पर भक्तामर स्तोत्र लिखना शुरु किया।

निराकार परमेश्वर की भक्ति करने के लिये भक्त अपने मन में भगवान को किसी प्रिय रूप में देखता है।

रहीम दास जी की भाषा अत्यंत सरल है, उनके काव्य में भक्ति, नीति, प्रेम और श्रृंगार का सुन्दर समावेश मिलता है।

गुप्त साम्राज्य में भक्ति पर आधारित हिन्दू धर्म का प्रचलन हुई।

ऐसा इसलिये होता है क्योंकि सभी शब्द विभक्ति और वचन के अनुसार होते हैं और क्रम बदलने पर भी सही अर्थ सुरक्षित रहता है।

जो भक्तामर स्तोत्रके निर्माता है।

आचार्य मानतुंग का लिखा भक्तामर स्तोत्र सभी जैन परंपराओं में सबसे लोकप्रिय संस्कृत प्रार्थना है।

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