bhavan Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
bhavan ka kya matlab hota hai
भवन
Noun:
बंदरगाह, शरण,
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bhavan शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
यहां बादशाह हुमायुं अपनी हाल की विवाहिता बेगम हमीदा बानो बेगम के साथ शरण लिये हुए थे।
1959 में चीन के हमले के बाद यहाँ बड़ी संख्या में तिब्बतियों ने शरण ली और यह स्थान तिब्बती बौद्धधर्म का प्रमुख केन्द्र बन गया।
जब यूरोपीय लोग इस क्षेत्र में आए तो उन्होंने मलक्का को महत्वपूर्ण व्यापार बंदरगाह बनाया।
हाल में अफगानिस्तान में चल रहे युद्धों के कारण कई अफगान शरणार्थी भी इस देश में रहने लगे हैं।
दिल्ली के सुल्तानों के आधिपत्यकाल में भारत की प्राचीन सांस्कृतिक परंपराओं को काशी के ही अंक में शरण मिली।
शेर की हत्या कर रहे कप वाहक की घटना से संकेत हो सकता है कि बंदरगाह शहर का वर्णन गुजरात में है।
इस शहर के अस्तित्व का उल्लेख व्यापारिक बंदरगाह के रूप में चीन के प्राचीन यात्रियों के यात्रा वृत्तांत और फारसी व्यापारियों के दस्तावेजों में मिलता है।
लोथल प्राचीन शहर था जहां भारत का पहला बंदरगाह स्थापित किया गया था।
अधिकांश समुद्री व्यापार, पड़ोसी राज्यों में कांडला और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह (न्हावा शेवा) के माध्यम से होता है जोकि सड़क और रेल नेटवर्क के माध्यम से प्रदेश से अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं।
राज्य में प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता की कुछ साइटें शामिल हैं, जैसे लोथल और ढोलवीरा लोथल को दुनिया के पहले बंदरगाहों में से एक माना जाता है।
गुजरात के तटीय शहरों, मुख्यतः भरूच और खंभात, मोरिया और गुप्त साम्राज्यों में बंदरगाहों और व्यापार केंद्रों के रूप में कार्य करते थे, और पश्चिमी सतराप काल से शाही शक राजवंशों के उत्तराधिकार के दौरान।
ट्रिपोली, बेंगाज़ि तथा टाब्रुक बंदरगाह है।
क्रांतिकारियों की शरणस्थली उदारवादी व समाजवादी नेताओं के साथ-साथ इलाहाबाद क्रांतिकारियों की भी शरणस्थली रहा है।
पश्चिम में धर्मशाला, दलाई लामा की शरण स्थली है।
ऐसे समय में अकबर ने अपने महानता का सबूत देते हुए इनको बड़ी उदारता से शरण दिया और रहीम के लिए कहा “इसे सब प्रकार से प्रसन्न रखो।
संयुक्त राष्ट्र राजदूत – इसका काम शरणार्थियों के अधिकारों और उनके कल्याण की देखरेख करना है।
जर्विस बे प्रदेश एक नौसेना तल और राष्ट्रीय राजधानी के लिए द्वीप में समुंद्री बंदरगाह जो पूर्व में न्यू साउथ वेल्स का हिस्सा था।
यहां से अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में पोर्ट ब्लेयर के लिये यात्री जहाज और भारत के अन्य बंदरगाहों तथा विदेशों के लिए भारतीय शिपिंग निगम के माल-जहाज चलते हैं।
जज़िया कर गरीब हिन्दुओं को गरीबी से विवश होकर इस्लाम की शरण लेने के लिए लगाया जाता था।
यहां प्रमुख वाणिज्यिक एवं सैन्य बंदरगाह भी है।
1980 में वे संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी उच्चायोग के उप-निदेशक नियुक्त हुए।
यह नगर पूर्वी भारत का एक प्रधान बंदरगाह है।
ये जत्था दो पोतों में सूरत से जेद्दाह बंदरगाह पर १५७७ में पहुँचा और मक्का और मदीना को अग्रसर हुआ।
भारत की आज़ादी के समय १९४७ में और १९७१ के भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद "पूर्वी बंगाल" (अब बांग्लादेश) से यहाँ शरणार्थियों की बाढ आ गयी जिसने इस शहर की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह झकझोरा।
अकबर के सलाहकारो ने उसे काबुल की शरण में जाने की सलाह दी।
मैथिली शरण गुप्त के शब्दों में,।