milor Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
milor ka kya matlab hota hai
मिलूर
Noun:
अवयस्क,
Adjective:
अप्रौढ, अल्पवयस्क, अमुख्य, छोटा, नाबालिग,
People Also Search:
milordmilords
milors
milos
milquetoast
milquetoasts
mils
milstein
milt
milted
milter
miltiades
milting
milton
miltonia
milor शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
भावुक, अस्थिरचित्त तथा किसी प्रकार के तनाव से पीड़ित, अप्रौढ़ व्यक्तियों को हाथ, बाँह या पैरों में हिस्टीरिया पक्षाघात हो जाता है, जैसे यद्ध के मोर्चे पर सैनिकों को पैर में और अतिशय श्रम करनेवाली गृहिणी को हाथ में।
अत: आधुनिक जीवों की अप्रौढ़ अवस्थाओं की तुलना सीधे प्रौढ़ जीवाश्म से की जा सकती है।
इनके बाद युवराज के अवयस्क होने से उनके नाम पर 1303 ई. तक मंत्रिपरिषद का शासन रहा।
इसी के समान अप्रौढ़ कृति इल कोंवीवियो (सहपान) है जिसमें इतालवी गद्य का प्रथम सुंदर उदाहरण मिलता है।
2. अवयस्क के साथ किया गया करार;।
मादा तथा अवयस्क के स्लेटी-भूरे या सफ़ेद होते हैं।
किसी अवयस्क व्यक्ति के शरीर से स्वस्थ, कार्यात्मक जननांग ऊतक हटाने को लेकर नैतिक प्रश्न उठाए जाते रहे हैं।
महाराणा की अवयस्कता के कारण पॉलिटिकल एजेंट मेजर टेलर की अध्यक्षता में रीजेंसी कौंसिल ( पंचसरदारी ) का गठन कर शासन प्रबंध किया जाने लगा ।
85. अप्रौढा : जो कभी पुराना ना हो।
समरविल (Somerville) का कथन है कि किसी अवयस्क व्यक्ति के शरीर से स्वस्थ जननांग ऊतकों को हटाना अभिभावकों के विवेक पर आधारित नहीं होना चाहिये और जो चिकित्सक यह कार्य करते हैं, उनका आचरण मरीज़ के प्रति अपने नैतिक कर्तव्य के अनुरूप नहीं है।
कीटों में अवयस्क अवस्था खाने और वृद्धि करने की होती है और उनके जीवन का अधिकांश भाग वृद्धि और विकास में बीतता है।
यह वास्तव में मानव रचना के अभिन्न स्वरुप 'स्त्री' की अवयस्क अवस्था का द्योतक है।
प्रथम अवयस्क पक्षी और मादाएँ दक्षिणी यात्रा के लिए प्रस्थान करती हैं और बाद में वयस्क नर।
आपराधिक षड्यंत्र का आधार करार में निहित है लेकिन एक अवयस्क किसी प्रकार से षड्यंत्र में शामिल नही हो सकता इसीलिए जब एक अवयस्क के साथ कोई व्यक्ति करार करके आपराधिक षड्यंत्र गठित करता है तो वहा पर करार शून्य होने के कारण वह व्यक्ति आपराधिक षड्यंत्र के लिए दायी नही होगा लेकिन वह धारा 107 के अधीन एक अवयस्क के दुष्प्रेरण के अपराध के लिए दायी होगा।
अजय पाल एक अवयस्क राजा था जिसने चान्दपुर गढ़ी में शासन किया जैसा श्री. नैथानी बताते हैं।
इसके बाद वयस्क मादाएँ और अंत में अवयस्क चिड़ियाँ पहुँचती हैं।