<< individualising individualist >>

individualism Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)


individualism ka kya matlab hota hai


व्यक्तिवाद

Noun:

व्यक्तिवाद,



individualism शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:



समाजवाद के ये शुरुआती विचारक व्यक्तिवाद और प्रतिस्पर्द्धा की जगह आपसी सहयोग पर आधारित समाज की कल्पना करते थे।

उदारवादी नारीवाद, समाज की संरचना को बदले बिना राजनीतिक और कानूनी सुधार के माध्यम से पुरुषों और महिलाओं की व्यक्तिवादी समानता की तलाश करता है।

मानवबाद ने स्वानुभूति और पर्यावरण के विकास अंत में व्यक्तिवाद को जन्म दिया।

इस कारण दुर्ख़ाइम का समाजशास्त्र अपने बुनियादी ढाँचे में व्यक्तिवाद के किसी भी रूप को मान्यता देने से इनकार करता है।

एलियट के निर्वैयक्तिकता (objectivity) के सिद्धान्त का प्रतिपादन रोमैंटिक कवियों की व्यक्तिवादिता (subjectivity) के विरोध में हुआ।

19वीं शताब्दी के पूर्वार्ध में इस शब्द का प्रयोग व्यक्तिवाद के विरोध में और उन विचारों के समर्थन में किया जाता था जिनका लक्ष्य समाज के आर्थिक और नैतिक आधार को बदलना था और जो जीवन में व्यक्तिगत नियंत्रण की जगह सामाजिक नियंत्रण स्थापित करना चाहते थे।

समाजवाद के ये शुरुआती विचारक व्यक्तिवाद और प्रतिस्पर्द्धा की जगह आपसी सहयोग पर आधारित समाज की कल्पना करते थे।

मानवबाद ने स्वानुभूति और पर्यावरण के विकास अंत में व्यक्तिवाद को जन्म दिया।

इस प्रकार वे ब्रह्मा के रजस (उत्साह, सक्रियता, न अच्छाई न बुराई पर कभी-कभी दोनों में से कोई एक, कर्मप्रधानता, व्यक्तिवाद, प्रेरित, गतिशीलता गुण) को अनुपूरण करती हैं।

उसकी रचनाओं में अमरीकी व्यक्तिवाद की चरमावस्था व्यक्त हुई।

उदाहरण के लिए साहित्य में उनकी भरतमुनिकृत रस-सूत्र की व्याख्या देखी जा सकती है जिसे ‘अभिव्यक्तिवाद’ के नाम से जाना जाता है।

इस प्रकार अराजकतावाद व्यक्तिवाद की चरम सीमा है।

19वीं शताब्दी के पूर्वार्ध में इस शब्द का प्रयोग व्यक्तिवाद के विरोध में और उन विचारों के समर्थन में किया जाता था जिनका लक्ष्य समाज के आर्थिक और नैतिक आधार को बदलना था और जो जीवन में व्यक्तिगत नियंत्रण की जगह सामाजिक नियंत्रण स्थापित करना चाहते थे।

वस्तुतः 'प्रगतिवाद' और 'प्रयोगवाद' (अतिशय व्यक्तिवादी मानसिक रुझान) का द्वन्द्व उनमें बराबर बना रहा।

एलियट के निर्वैयक्तिकता (objectivity) के सिद्धान्त का प्रतिपादन रोमैंटिक कवियों की व्यक्तिवादिता (subjectivity) के विरोध में हुआ।

यद्यपि हिंदू जीवन व्यक्ति और समाज, दोनों को समक्ष रखकर चलता है, तो भी हिन्दुओं में प्राय: देखा जाता है कि समष्टिवादी की अपेक्षा व्यक्तिवादी प्रवृत्ति अधिक है।

इस कारण दुर्ख़ाइम का समाजशास्त्र अपने बुनियादी ढाँचे में व्यक्तिवाद के किसी भी रूप को मान्यता देने से इनकार करता है।

इस प्रकार वे ब्रह्मा के रजस (उत्साह, सक्रियता, न अच्छाई न बुराई पर कभी-कभी दोनों में से कोई एक, कर्मप्रधानता, व्यक्तिवाद, प्रेरित, गतिशीलता गुण) को अनुपूरण करती हैं।

मानवजाति की समस्या का हल सामूहिक शक्ति एवं संघबद्धता पर निर्भर है, एकाकी-व्यक्तिवादी-असंगठित लोग दुर्बल और स्वार्थी माने जाते हैं।

उनकी दृष्टि समाज को मूलतः सामूहिकता में समझने का आग्रह करती है तथा इस बात पर ज़ोर देती है कि अगर सामाजिक सिद्धांतों की पड़ताल और समाजशास्त्र के व्यवहार में अंतर्विरोधों के अध्ययन को तवज्जो न देकर उसे व्यक्तिवाद का पर्याय बना दिया जाता है तो समाजशास्त्र का बुनियादी उद्देश्य निरस्त हो जाता है।

उनके अनुसार अगर प्रतिस्पर्द्धा और व्यक्तिवाद की जगह आपसी सहयोग और एकता को बढ़ावा दिया जाएगा तो समूची मनुष्यता का भला किया जा सकता है।

पश्चिमी साहित्य चिंतन स्तर के अनुसार ऐसा होना स्वाभाविक भी था क्योंकि इस सिद्धान्त को वही व्यक्ति गहराई से समझ सकता है जिसने भारतीय आचार्य भट्टनायक के साधारणीकरण एवं अभिनवगुप्त के अभिव्यक्तिवाद का अनुशीलन किया है।

ऐसे आचार्यों में उल्लेखनीय नाट्यशास्त्र के व्याख्याता हैं- रीतिवादी भट्ट उद्भट, पुष्टिवादी भट्ट लोल्लट, अनुमितिवादी शंकुक, मुक्तिवादी भट्ट नायक और अभिव्यक्तिवादी अभिनव गुप्त।

उनकी दृष्टि समाज को मूलतः सामूहिकता में समझने का आग्रह करती है तथा इस बात पर ज़ोर देती है कि अगर सामाजिक सिद्धांतों की पड़ताल और समाजशास्त्र के व्यवहार में अंतर्विरोधों के अध्ययन को तवज्जो न देकर उसे व्यक्तिवाद का पर्याय बना दिया जाता है तो समाजशास्त्र का बुनियादी उद्देश्य निरस्त हो जाता है।

उदारवादी नारीवाद, समाज की संरचना को बदले बिना राजनीतिक और कानूनी सुधार के माध्यम से पुरुषों और महिलाओं की व्यक्तिवादी समानता की तलाश करता है।

उसकी रचनाओं में अमरीकी व्यक्तिवाद की चरमावस्था व्यक्त हुई।

individualism's Usage Examples:

The individualism with which he starts, howsoever afterwards mitigated by his doctrine of To Ti v eivac or eiSos constituting the individual in a system of intelligible relations, confined him in an inadmissible way to the subject-attribute formula.


This extreme individualism he qualified only in two respects, he admitted a principle of imitation, the influence of bad example, habit and customs, may be inherited and communicated.


But neither in civil nor in religious life was this ideal unity expressed in fixed institutions, the old individualism of the Semitic nomad still held its ground.


The empirical individualism of the work, tending necessarily to limit the province of reason and extend that of faith, together with scattered utterances on special points, which gained for Biel the title of Papista Antipapista, had considerable influence in giving form to the doctrines of Luther and Melanchthon.


In the first volume, Le Regime seigneurial (1886), he depicts the triumph of individualism and anarchy, showing how, after Charlemagne's great but sterile efforts to restore the Roman principle of sovereignty, the great landowners gradually monopolized the various functions in the state; how society modelled on.


The two opposing theories express at bottom, in the phraseology of their own time, the radical divergence of pantheism and individualism - the two extremes between which philosophy seems pendulum-wise to oscillate, and which may be said still to await their perfect reconciliation.


Moreover, in the early days of the Reformation the Catholic Church charged it with a lawless individualism, a charge which was seemingly made good by an extreme divergence in theological opinion and by riots in various parts of the Protestant world.


The revolt against individualism had begun, and he was attracted to its standard.


In practice individualism is chiefly concerned to oppose the concentration of commercial and industrial enterprise in the hands of the state and the municipality.


This individualism he and his followers carried to its logical conclusion.



Synonyms:

individual, individuation, peculiarity, speciality, individuality, specialty, trait, uniqueness, singularity, single, specialness, distinctiveness,



Antonyms:

multiple, generality, similarity, commonality, common,



individualism's Meaning in Other Sites