imperiality Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
imperiality ka kya matlab hota hai
साम्राज्यवाद
Noun:
साम्राज्यवाद,
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imperiled
imperiling
imperilled
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imperils
imperious
imperiously
imperiousness
imperishability
imperiality शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
साम्राज्यवाद के अंत से अफ़्रीका और एशिया के कई देश आज़ाद हो गये।
इसके पश्चात् चीन ने भारत पर तिब्बत और पूरे हिमालयी क्षेत्र में विस्तारवाद और साम्राज्यवाद के प्रसार का आरोप लगा दिया।
इसका दूसरा कारण ब्रिटिश लोगों का साम्राज्यवाद भी था।
(२) राष्ट्रवाद की भावना का प्रसार : नेपोलियन ने साम्राज्यवादी विस्तार कर दूसरे देशों में अपना आधिपत्य जमाया और हॉलैंड, स्पेन, इटली आदि के अपने संबंधियों को शासक बनाया।
हालांकि, जोसियन राजवंश के अंतिम वर्षों के दौरान, कोरिया की पृथकतावादी नीति ने इसे "साधु साम्राज्य" का तमगा दिलवाया, मुख्य रूप से पश्चिम के साम्राज्यवाद के खिलाफ संरक्षण के लिए, जिसके बाद इसे व्यापार खोलने के लिए मजबूर किया गया जो जापानी औपनिवेशिक शासन के युग में परिणत हुआ।
इसके पश्चात् चीन ने भारत पर तिब्बत और पूरे हिमालयी क्षेत्र में विस्तारवाद और साम्राज्यवाद के प्रसार का आरोप लगा दिया।
तत्कालीन साम्राज्यवादी अंग्रेंजों ने, जो दक्षिण पूर्व एशिया में अपना प्रभुत्व स्थापित करने में सफलता प्राप्त करते जा रहे थे, यहाँ भी अपनी सत्ता स्थापित करनी चाही, पर 1788-1792 ई0 के गुरखों के युद्ध के कारण उनके पैर यहाँ नहीं जम सके।
सिख गुरुओं का इतिहास उठाकर देख लीजिए, उन्होंने साम्राज्यवादी अवधारणा कतई नहीं बनाई, उल्टे सांस्कृति, क धार्मिक एवं आध्यात्मिक सामंजस्य के माध्यम से मानवतावादी संसार की दृष्टि ही करते रहे।
उस पर प्रसार लिपिगत साम्राज्यवाद और शोषण का माध्यम न होकर सत्य, अहिंसा, त्याग, संयम जैसे उदात्त मानवमूल्यों का संवाहक होगा, असत् से सत्, तमस् से ज्योति तथा मृत्यु से अमरता की दिशा में।
परंतु साम्राज्यवाद की धारा में समाहित हो जाने की बारी केवल उन्हीं गणराज्यों की थी जो छोटे और कमजोर थे।
साम्राज्यवादी शक्तियों का सर्वात्मसाती स्वरूप सामने आया और अधिकांश गणतंत्र मौर्यों के विशाल एकात्मक शासन में विलीन हो गए।
चौथी सदी ईसवी पूर्व में मक्दूनियाँ के साम्राज्यवादी आक्रमणकार सिकंदर को, अपने विजय में एक एक इंच जमीन के लिए केवल लड़ना ही नहीं पड़ा, कभी कभी छद्म और विश्वासघात का भी आश्रय लेना पड़ा।
3. सोवियत संघ ने नाटो को साम्राज्यवादी और आक्रामक देशों के सैनिक संगठन की संज्ञा दी और उसे साम्यवाद विरोधी स्वरूप वाला घोषित किया।
3. सोवियत संघ ने नाटो को साम्राज्यवादी और आक्रामक देशों के सैनिक संगठन की संज्ञा दी और उसे साम्यवाद विरोधी स्वरूप वाला घोषित किया।
हालांकि, जोसियन राजवंश के अंतिम वर्षों के दौरान, कोरिया की पृथकतावादी नीति ने इसे "साधु साम्राज्य" का तमगा दिलवाया, मुख्य रूप से पश्चिम के साम्राज्यवाद के खिलाफ संरक्षण के लिए, जिसके बाद इसे व्यापार खोलने के लिए मजबूर किया गया जो जापानी औपनिवेशिक शासन के युग में परिणत हुआ।
तत्कालीन साम्राज्यवादी अंग्रेंजों ने, जो दक्षिण पूर्व एशिया में अपना प्रभुत्व स्थापित करने में सफलता प्राप्त करते जा रहे थे, यहाँ भी अपनी सत्ता स्थापित करनी चाही, पर 1788-1792 ई0 के गुरखों के युद्ध के कारण उनके पैर यहाँ नहीं जम सके।
परंतु साम्राज्यवाद की धारा में समाहित हो जाने की बारी केवल उन्हीं गणराज्यों की थी जो छोटे और कमजोर थे।
सिख गुरुओं का इतिहास उठाकर देख लीजिए, उन्होंने साम्राज्यवादी अवधारणा कतई नहीं बनाई, उल्टे सांस्कृति, क धार्मिक एवं आध्यात्मिक सामंजस्य के माध्यम से मानवतावादी संसार की दृष्टि ही करते रहे।
(२) राष्ट्रवाद की भावना का प्रसार : नेपोलियन ने साम्राज्यवादी विस्तार कर दूसरे देशों में अपना आधिपत्य जमाया और हॉलैंड, स्पेन, इटली आदि के अपने संबंधियों को शासक बनाया।
उस पर प्रसार लिपिगत साम्राज्यवाद और शोषण का माध्यम न होकर सत्य, अहिंसा, त्याग, संयम जैसे उदात्त मानवमूल्यों का संवाहक होगा, असत् से सत्, तमस् से ज्योति तथा मृत्यु से अमरता की दिशा में।
चौथी सदी ईसवी पूर्व में मक्दूनियाँ के साम्राज्यवादी आक्रमणकार सिकंदर को, अपने विजय में एक एक इंच जमीन के लिए केवल लड़ना ही नहीं पड़ा, कभी कभी छद्म और विश्वासघात का भी आश्रय लेना पड़ा।
इसका दूसरा कारण ब्रिटिश लोगों का साम्राज्यवाद भी था।