folkart Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
folkart ka kya matlab hota hai
लोक कला
Noun:
गंधबिलाव,
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folkart शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
इसे 1986 में कस्तूरी मृग के संरक्षण के लिए स्थापित करा गया था, लेकिन यहाँ बंगाल बाघ, भारतीय तेन्दुआ, हिमालय जंगली बिल्ली, गंधबिलाव (सिवेट), काकड़ (बार्किंग डियर), सराव, घोरल और हिमालय भूरा भालू भी मिलते हैं।
यही नहीं भारतीय संस्कृति में लोक कलाओं की खुश्बू की महक आज भी अपनी प्राचीन परम्परा से समृद्ध है।
लोक कलाओं का जन्म भावनाओं और परम्पराओं पर आधारित है क्योंकि यह जनसामान्य की अनुभूति की अभिव्यक्ति है।
धारीदार लकड़बग्घा, भारतीय वृक (भेड़िया), लोमड़ी, गंधबिलाव और कई अन्य प्राणी भी यहाँ रहते हैं।
मथुरा की मूर्ति कला का प्रादुर्भाव यहाँ की लोक कला के माध्यम से सम्पन्न हुआ।
इसमें लोक कलाओं से संबंधित वस्तुओं का अच्छा संग्रह है।
व्रतचारी आंदोलन के जन्मदाता तथा बंगला लोक कला व संस्कृति के विद्वान गुरुसहाय दत्त के अनुसार कमल का फूल जिसे बंगाली स्त्रियाँ अपनी अल्पनाओं के मध्य बनाती हैं, वह मोहन जोदड़ो के समय के कमल के फूल का प्रतिरूप ही है।
लोक कला से सम्बन्धित ये मूर्तियाँ 'यक्षों' की हैं।
लोक कला की दृष्टि से देखा जाय तो मथुरा और उसके आसपास के भाग में इसके मौर्य कालीन नमूने विधमान हैं।
इन लोक कलाकारों के द्वारा तैयार किया हुआ कोहबर, शिव-पार्वती विवाह, राम-जानकी स्वयंवर, कृष्ण लीला जैसे विषयों पर बनायी गयी पेंटिंग में मिथिला संस्कृति की पहचान छिपी है।
कर्नाटक की परंपरागत लोक कलाओं में संगीत, नृत्य, नाटक, घुमक्कड़ कथावाचक आदि आते हैं।
शारीरिक बाल और सामर्थ्य की अभिव्यंजक प्राचीन काल की ये यक्ष प्रतिमाएँ केवल लोक कला के उदाहरण ही नहीं अपितु उत्तर काल में निर्मित बोधिसत्व, विष्णु, कुबेर, नाग आदि देव प्रतिमाओं के निर्माण की प्रेरिकाएँ भी हैं।
यह अति प्राचीन लोक कला है।
चीन के स्तनधारी कस्तूरी बिलाव (Civet), जिसे गंधमार्जार या गंधबिलाव भी कहा जाता है, एशिया और अफ्रीका के ऊष्णकटिबंधीय क्षेत्रों (विशेषकर वनों) में मिलने वाला एक छोटा, पतला, बिल्ली के आकार से मिलता-जुलता और अधिकतर निशाचरी स्तनधारी प्राणी होता है।
आनंद कुमार स्वामी, जो कि भारतीय कला के पंडित कहलाते हैं, का मत है कि बंगाल की आधुनिक लोक कला का सीधा संबंध ५००० वर्ष पूर्व की मोहन जोदड़ो की कला से है।