लोहार,सुनार Meaning in English
लोहार,सुनार शब्द का अंग्रेजी अर्थ : blacksmith goldsmith
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लोहार,सुनार हिंदी उपयोग और उदाहरण
किसानों के अतिरिक्त अन्य लोगों, जैसे लोहार, बढ़ई, राज, मजदूर, दर्जी, तेली, हलवाई, माली, कसाई, नाई को अपने कार्यों के लिये जिन औजारों की आवश्यकता होती थी, वे पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से लोहे के बने होते थे।
""ऐतिहासिक रूप से जब बालकों को कृषि या 'शॉप' (लोहारी, बढ़ईगिरी, आटो की मरम्मत) आदि की शिक्षा दी जाने लगी तो बालिकाओं के लिये इस विषय के शिक्षण की आवश्यकता महसूस की गयी।
ब्योमकेश बक्शी की पहली कहानी 'सत्यान्वेशी' ( सत्य की खोज करने वाला ) है तथा 32वीं कहानी $लोहार बिस्किट$( लोहे का बिस्किट) है।
जन्म भूमि के प्रति देशभक्ति एवं स्वामी भक्ति की मिसाल कायम की और तब से अब ये स्वत्रंता प्रेमी बेलगाडी में ही घर बना कर देश के कोने कोने में तब से अब तक गुमनाम भटक रहे है कि गथा का प्राचीन सुरक्षित स्मारक पाडन पोल के समीप ही इन गाडीलोहारो की देश के प्रति देशभक्ति और बलिदान की गोरव गाथा को बताता है।
इसे नैतिक रूप से संदिग्ध भी माना जाता था, क्योंकि पैसा उधार दे कर कोई माल उत्पादित नहीं किया जाता था और इसलिए इसका कोई मुआवजा नहीं होना चाहिए, जो अन्य गतिविधियों के विपरीत था जिसमें प्रत्यक्ष शारीरिक परिणाम होते थे जैसे कि लोहार का काम या खेती.।
दर्जी देवासी सेवक नाई, लोखण कूटे लोहार..।
प्रत्येक गांव में अपने रूदियास (श्रमिक), लोहार, नाई, दास (बाजा बजाने वाला) पंडित तथा धोंसिया हुआ करता, जो ईष्ट देवी-देवता की पूजा के समय हरकू बजाता।
इस में छ: तहसील हैं - भिवानी, बवानी खेड़ा, तोशाम, चरखी दादरी, लोहारू और सिवानी।
बड़े होने के बाद धरम (धर्मेन्द्र) अपने पिता की तरह लोहार बनने की सोचता है और वहीं वीर (जितेन्द्र) राजकुमार होता है, जिसे जल्द ही राजा बनाया जाने वाला होता है।
) लोहार, नाई, दास, पंडित एवं धोंसिया भी होते थे जो ईष्ट देवी-देवाताओं के लिये आयोजित प्रार्थनाओं में हरकू बजाते थे।
लोहार के सहायक 10 से 12 पाउंड भार के भारी तथा कमी कभी 16 से 20 पाउंड भारत के हथौड़े काम में लाते हैं, जिन्हें धन या स्लेज (sledge) कहते हैं।
1850 तक, मिल्वॉकी काउंटी में पचहत्तर पोलिश थे और अमेरिकी जनगणना इंगित करती है कि उनके व्यवसाय विभिन्न किस्म के थे: किराना, लोहार, सराय कर्मी, कुप्पीसाज, कसाई, झाड़ू निर्माता, जूता निर्माता, गाड़ीबान, मजदूरों और किसान. मिल्वॉकी में तीन अलग पोलिश समुदाय विकसित हुए जिसमें से अधिकांश ग्रीनफील्ड एवेन्यू के दक्षिण में बसे।
भिवानी में पाँच तहसीलें हैं - भिवानी, बवानी खेड़ा, तोशाम, लोहारू और सिवानी।