woolled Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
woolled ka kya matlab hota hai
ऊनी
Adjective:
ऊन का, ऊनी,
People Also Search:
woollenwoollens
woollier
woollies
woolliest
woollike
woolliness
woolly
woolly bear
woolly bear caterpillar
woolly bear moth
woolly daisy
woolly haired
woolly headed
woolly mammoth
woolled शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
वाज़िह रहे कि डिफैंस हाऊसिग अथारटी कराची मैं काइम है लेकिन वोह कराची का टाऊन नहीं और ना ही किसी टाऊन का हिसा है बलकि पाक अफ़वाज के ज़ेर इतज़ाम है।
ऊन का उपयोग कंबल और कालीन बनाने के लिए किया जाता है।
खादी के केवल कपास, रेशम और ऊन का प्रयोग किया जाता है।
1969 में गृहउद्योग को छोड़कर रेशमी कपड़े बनाने के 24 तथा ऊनी कपड़े बनाने के 348 कारखाने थे।
कुछ लोग कहते हैं कि ये सूफ़ (ऊन) से आया है क्योंकि कई सूफ़ी दरवेश ऊन का चोंगा पहनते थे।
ऊनी वस्त्र उद्योग तथा जूट की दो मिलों ने नगर की प्रसिद्धि को अधिक बढ़ाया है।
कुर्ते सूती, ऊनी और रेशमी सभी तरह के सामग्रियों में मिलते हैं।
स्वर्ण का व्यापार, हथियारों का निर्माण, ऊन का व्यापार, पर्वतारोहण प्रशिक्षण, औषधि विक्रय, जंगल की ठेकेदारी, लकड़ी या फ़र्नीचर बेचने का काम, बिजली वाले सामान का व्यापार आदि सूर्य ग्रह की सीमा रेखा में आते है।
16 सूती और दो ऊनी वस्त्रों में मिलों के सिवाय यहाँ आधुनिक युग के लगभग सभी प्रकार के छोटे बड़े कारखाने थे।
भारतीय सरकार का एक प्रमुख चिंता का विषय यह है कि वन्यजीव उत्पादों, जैसे शेर और तेंदुए की खाल, हड्डियाँ, भालू का गाल ब्लैडर, ऊदबिलाव के फर और शाहतूश ऊन का अवैध व्यापार होगा और ये सामान नाथूला से होकर भारतीय बाजार में आने लगेंगे।
यहाँ का प्रमुख व्यापार कपड़ा निर्माण, ऊनी वस्त्र, मशीन टूल्स, मोपेड, तथा सिलाई मशीनों के इंजीनियरिंग केंद्र हैं।
विद्युत् संस्थान, रेशमी एवं ऊनी कपड़े, लकड़ी चिराई का काम, रेलवे के सामान, जलयाननिर्माण तथा मत्स्य उद्योग में काफी उन्नति हो गई है।
ऐतिहासिक रूप से, अंगोरा बकरी से महीन चिकना ऊन मोहेयर और अंगोरा खरगोश से अंगोरा ऊन का उत्पादन शहर की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है।
ऊनी वस्त्रों के लिए रूबे (Roubaix) तथा टूरक्वै (Tourcoing) प्रमुख जिले हैं।
यहाँ बनने वाली सूती और ऊनी दरियां देश ही नहीं विदेशों में भी प्रसिद्ध हैं ।
भेड़ो की अधिकता के कारण यहाँ ऊन बहुत होता है, जिसके कबंल, लोईयाँ आदि ऊनी समान बहुत अच्छे बनते है।
ब्रिटिशकाल तथा स्वतंत्रता के कई वर्षों बाद तक डर्मा और ब्याँस घाटियों के भोटिया व्यापारी यहां आकर ऊन का व्यापार करते थे।
नदी ज्यादातर गेहूं, कपास और ऊन का प्रबंधन करती है अपने बिस्तर के लगातार स्थानांतरण और रेत-सलाखों के गठन से सिंधु में भाप के नेविगेशन को उपेक्षित किया जा सकता है।
'पाल्या' समय की एक इकाई है. यह इकाई, भेड़ की ऊन का एक योजन ऊंचा घन (यदि प्रत्येक सूत्र एक शताब्दी में चढ़ाया गया हो) बनाने में लगे समय के बराबर है।
मशीन, मोटरगाड़ी, बाइसिकिल, साबुन, बिस्कुट, जूते, होजरी आदि के कारखाने भी यहाँ अन्न तथा ऊन का काफी व्यापार होता है।
प्रदेश उद्योगों में चावल और चीनी की मिलें और ऊनी कपड़ों की बुनाई शामिल है।
यह जनपद मुख्य रूप से सूती व ऊनी दरियों के लिये प्रसिद्ध है ।
वेश-भूषा- अप्रैल से जुलाई तक हल्के ऊनी वस्त्र तथा सितंबर से नवंबर तक भारी ऊनी वस्त्र।
वह नीली ऊन का एक बेकार-सा गुलबन्द, निश्चिन्त होकर बुन रही थी।
नगर पर्यटन का केंद्र एवं कृषि उपजों और ऊन का बाजार भी है।
इसके होज़री माल की पूर्व और पश्चिम के सभी बाजारों में काफी मांग है, और यह ऊनी वस्त्र, मशीन टूल्स, मोपेड, सिलाई मशीन और मोटर पार्ट्स को पूरी दुनिया में निर्यात करता है।