whombles Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
whombles ka kya matlab hota hai
गर्भ
Noun:
ध्वंसावशेष, बेतरतीबी, गड़बड़, बूचड़ख़ाना, क़साईख़ाना, खंडहर,
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whombles शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
चीनी संस्कृति के अतिरिक्त पुरानी दुनिया की अन्य सभी - मेसोपोटेमिया की सुमेरियन, असीरियन, बेबीलोनियन और खाल्दी प्रभृति तथा मिस्र ईरान, यूनान और रोम की-संस्कृतियाँ काल के कराल गाल में समा चुकी हैं, कुछ ध्वंसावशेष ही उनकी गौरव-गाथा गाने के लिए बचे हैं; किन्तु भारतीय संस्कृति कई हज़ार वर्ष तक काल के क्रूर थपेड़ों को खाती हुई आज तक जीवित है।
जैन मंदिरों के ध्वंसावशेष यहाँ बहुतायत में विद्यमान हैं।
राज दरबार सहित रनिवास और अन्य राजप्रासाद ध्वंसावशेषों के रूप में नजर आते हैं।
चित्र:Sirpur23.JPG|प्राचीन बाजार के ध्वंसावशेष।
अधिकांश खेलों में, पत्ते एक डेक में इकट्ठे होते हैं और फेंटने के जरिये बेतरतीबी से उनके क्रम तय होते हैं।
गोहद में उत्तरमध्यकालीन इमारतों के ध्वंसावशेष स्थित हैं।
चित्र:Sirpur25.JPG|प्राचीन बाजार के ध्वंसावशेष।
दरुग में 16 वीं सदी के एक किले के ध्वंसावशेषों को देखा जा सकता है।
यहाँ करोली के जदोन राजाओ के द्वारा सुमावली का किला बनवाए गए प्राचीन दुर्ग के ध्वंसावशेष उपस्थित हैं।
सन 1966-67 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा की गई खुदाई में निकले ध्वंसावशेष।
शौरीपुर के सिद्धि क्षेत्र की खुदाई में अनेक वैष्णव और जैन मन्दिरों के ध्वंसावशेष तथा मूर्तियाँ प्राप्त हुई हैं।
1849 में पंजाब पर कब्जा कर लेने के बाद ब्रिटिश सेना ने बेतरतीबी से निर्धारित सिक्ख सीमा को सिंधु नदी के पश्चिम की तरफ खिसका दिया, जिससे उनके और अफगानों के बीच एक ऐसे क्षेत्र की पट्टी रह गयी, जिसमें बिभिन्न पश्तो (पख्तून) कबीले रहते थे।
यहाँ से प्राप्त ध्वंसावशेषों में गुप्तकाल की भगवान विष्णु का मंदिर तथा उसके दोनों तरफ वराह तथा नृसिंह का मंदिर प्रमुख है।
चित्र:Sirpur22.JPG|प्राचीन बाजार के ध्वंसावशेष।
समकालीन लिनेन धागे से अक्सर जुड़ने वाली एक प्रवृत्ति इसमें "गांठों" की उपस्थिति है, जो पूरे कपड़े में बेतरतीबी से मौजूद रहते हैं।
इनके महत्वपूर्ण पारंपरिक कार्यो के ध्वंसावशेष उनके बारे मे बताते है।
चित्र:Sirpur24.JPG|प्राचीन बाजार के ध्वंसावशेष।
चीन के तुन-हुआं नगर के 'सहस्त्र बुद्ध गुहा विहार' के ध्वंसावशेषों में हस्तलिखित पुस्तकों को एक संग्रह उपलब्ध हुआ था, जिसमें एक प्रति बोधिधर्म द्वारा प्रदत्त प्रवचनों से सम्बन्धित है।
मौर्य साम्राज्य के ध्वंसावशेषों पर उन्होंने वैदिक संस्कृति के आदर्शों की प्रतिष्ठा की।
भाषण बेतरतीबी की भावना व्यक्त कर सकते हैं, बातचीत की शैली में अक्सर विषयों का एकालाप भी शामिल होता है, जो की श्रोता को निराश कर सकते है, अक्सर भाषण विषय की टिप्पणी करने और और आंतरिक विचारों का दमन करने में विफल रहता है।