wartless Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
wartless ka kya matlab hota hai
बेकार
Adjective:
भोला, अकृत्रिम, सीधा, अनाड़ी,
People Also Search:
wartlikewarts
wartweed
wartweeds
wartwort
wartworts
warty
warwick
warwickshire
warworn
wary
was
wasabi
wasat
wasdale
wartless शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
जिन वस्तुओं की उत्पत्ति किसी विशेष अकृत्रिम जातीय प्रक्रिया के फलस्वरूप होती है, 'जीव' कहलाती हैं।
गुरुभक्ति, श्रोताओं की प्रार्थना, मराठी भाषा का अभिमान, गीता का स्तवन, श्रीकृष्ण और अर्जुन का अकृत्रिम स्नेह इत्यादि विषयों ने ज्ञानेश्वर को विशेष रूप से मुग्ध कर लिया है।
डॉ॰ भोलानाथ तिवारी के ‘भाषा-विज्ञान’ ग्रन्थ में यह परिभाषा इस प्रकार दी गई है-।
किन्तु मैथिली के सर्वांगीण विकास मे बाबू भोलालाल दास का जो योगदान है वह अप्रतिम है।
ऐतिहासिक सुख में विश्वास, अकृत्रिम प्रेम तथा आत्मनिष्ठा इत्यादि गुण इन कविताओं का वैशिष्ट्य रहा।
साहित्यिक दृष्टि से महाभाष्य का गद्य अत्यन्त अकृत्रिम, मुहावरेदार, धाराप्रावाहिक और स्पष्टार्थबोध है।
यह अकृत्रिम पूर्णार्हता का उदय होने पर ही प्राप्त हो सकता है।
कहा जा सकता है कि सोमदेव ने सरल और अकृत्रिम रहते हुए आकर्षक एवं सुंदर रूप में कथासरित्सागर के माध्यम से अनेक कथाएँ प्रस्तुत की हैं जो निश्चित ही भारतीय मनीषा का एक अन्यतम उदाहरण है।
'किस पथ से जाऊँ?' असमंजस में है वह भोलाभाला,।
राजभाषा हिन्दी (गूगल पुस्तक ; लेखक - भोलानाथ तिवारी)।
(1) अकृत्रिम, अर्थात् जल, पर्वत, वन आदि से सुरक्षित और।
आरम्भ में रासबिहारीलाल दास, जनार्दन झा, भोला झा और पुण्यानंद झा की कृतियों प्रसिद्ध हुईं।
चित्रमय बाल कोश (गूगल पुस्तक; लेखक - भोलानाथ तिवारी)।
मार्लो के नाटकों में कथासूत्र शिथिल है लेकिन वह भयंकर अंतर्द्वंद्वों की गीतिमय अकृत्रिम अभिव्यक्ति और भव्य चित्र योजना में शेक्सपियर का योग्य गुरु है।
डॉ॰ श्यामसुन्दर दास की परिभाषा में जहाँ केवल भाषाविज्ञान पर ही दृष्टि केन्द्रित रही है वहीँ मंगलदेव शास्त्री एवं भोलानाथ तिवारी ने अपनी परिभाषाओं में भाषा विज्ञान के अध्ययन के प्रकारों को भी समाहित कर लिया है।
जिसका परिणामस्वरूप सामाजिक अकृत्रिम हो सकता है।
मनुष्य के कोमल स्वभाव, बालिका के अकृत्रिम, प्रीति-स्निग्ध हृदय और प्रकृति के विराट और विपुल रूपों में अन्तर्निहित शोभा का ऐसा हृदयहारी चित्रण उन दिनों अन्यत्र नहीं देखा गया।
भाषा विज्ञान - भोला नाथ तिवारी, किताब महल, नई दिल्ली, 1951।
वह उस रमणीय उद्यान के समान नहीं जिसका सौन्दर्य पद-पद पर माली के कृतित्व की याद दिलाता है, बल्कि उस अकृत्रिम वन-भूमि की भाँति है जिसका रचयिता रचना में घुलमिल गया है।
परंतु, स्थायी भाव के जाग्रत होने पर स्वाभाविक, अकृत्रिम, अयत्नज, अंगविकार को सात्विक अनुभाव कहते हैं।
|rowspan " 5 "|१९८३ ||नास्तिक ||शंकर (शेरू) / भोला||।
मैथिली के प्रथम व्याकरणाचार्य और बाल साहित्यकार अगर बाबू भोलालाल दास को माना जाय तो कोइ अतिशयोक्ति नही होगी।
एक और परिवर्तन यह दिखाई देता है कि जाल जैसी और अरवत् शैली के कृत्रिम विन्यास के स्थान पर स्थल रूपरेखा के अनुसार अकृत्रिम विन्यास आ गया, जिससे सतत प्रेरणा के लिये समस्त पर्यावरण का नित्य परिवर्तनशील दृश्य उपलब्ध होता है।