urna Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
urna ka kya matlab hota hai
कलश
Noun:
शाही सेना,
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urna शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
उदाकिशुनगंज निवासी प्रसादी मिश्र मंदिर के पुजारी के रुप में 1768 ई में पहली बार कलश स्थापित किया था।
इस प्रकार कई बार शाही सेना को खदेड़ा गया तथा सतनामियों ने धौला कुआं तक के क्षेत्र पर अधिकार करने के साथ ही कर संग्रहण की चौकियां स्थापित करते हुए अपना प्रशासन नियुक्त कर दिया।
औरंगजेब के पोते शाह बिदरबख्त के नेतृत्व में बादशाही सेना ने ११ मई ई० १७०२ को खिलना के किले पर भारी हमला किया।
एक अन्य अस्थि कलश आगा खान जो पुणे में है, (जहाँ उन्होंने १९४२ से कैद करने के लिए किया गया था १९४४) वहां समाप्त हो गया और दूसरा आत्मबोध फैलोशिप झील मंदिर में लॉस एंजिल्स. रखा हुआ है।
इसके बारे में एक इतिहासकार का कहना है कि जाटों का आक्रमण इतना प्रबल था कि शाही सेना के पैर उखड़ ही गए थे, परन्तु तभी हसन अली खाँ के नेतृत्व में एक नई ताजादम मुग़ल सेना आ गयी।
(५) सूर्यार्घ्यदान - विसर्जन-जप समाप्ति के पश्चात् पूजा वेदी पर रखे छोटे कलश का जल सूर्य की दिशा में र्अघ्य रूप में निम्न मंत्र के उच्चारण के साथ चढ़ाया जाता है।
शाही सेना जो यत्र-तत्र कैदियों की तरह पडी हुई थी, लड़ती, भिड़ती, भूखे मरते उलटे पांव मुगल इलाकों की तरफ भाग खड़ी हुई।
इस परस्पर मारकाट के दौरान पृथ्वी के चार स्थानों (प्रयाग, हरिद्वार, उज्जैन, नासिक) पर कलश से अमृत बूँदें गिरी थीं।
औरंगजेब ने दिल्ली से शाही सेना को भेजा जिसे सतनामियों ने नाथ पंथ के अनुयायियों की सहायता से परास्त करके भगा दिया।
जिस समय में चन्द्रादिकों ने कलश की रक्षा की थी, उस समय की वर्तमान राशियों पर रक्षा करने वाले चन्द्र-सूर्यादिक ग्रह जब आते हैं, उस समय कुम्भ का योग होता है अर्थात जिस वर्ष, जिस राशि पर सूर्य, चन्द्रमा और बृहस्पति का संयोग होता है, उसी वर्ष, उसी राशि के योग में, जहाँ-जहाँ अमृत बूँद गिरी थी, वहाँ-वहाँ कुम्भ पर्व होता है।
दर्जी निर्मित दवाओं का विकास. फार्माकोजेनोमिक्स का प्रयोग, दवा कंपनियों के प्रोटीन, एंजाइमों और शाही सेना अणु है कि विशिष्ट जीन और बीमारियों के साथ जुड़े रहे हैं पर आधारित दवाओं बना सकते हैं।
तत्पश्चात अमृत कलश पर अधिकार जमाने के लिए देव-दानवों में बारह दिन तक अविराम युद्ध होता रहा।
रंगोली के प्रमुख प्रतीकों में कमल का फूल, इसकी पत्तियाँ, आम, मंगल कलश, मछलियाँ, अलग अलग तरह की चिड़ियाँ, तोते, हंस, मोर, मानव आकृतियाँ और बेलबूटे लगभग संपूर्ण भारत की रंगोलियों में पाए जाते हैं।
उन्हें दबाने में शाही सेना को सफलता नहीं मिल रही थी।
यहां बनाये जाने वाले मृण शिल्पों में अनुष्ठानिक रूप से महत्वपूर्ण है, महालक्ष्मी का हाथी, हरदौल का धोड़ा, गणगौर, विवाह के कलश, टेसू, गौने के समय वधू को दी जाने वाली चित्रित मटकी आदि।
प्रथम युद्ध में, सन् 1526 में बाबर ने भारत की तत्कालीन शाही सेना को हराया था।
1947- इरानी शाही सेना ने अजरबाइजान में सत्ता पर पुनः अधिकार कियाकर लिया।
यह फिल्म लता मंगेशकर के प्रसिद्ध गीत "ज्योति कलश छलके" के साथ भारतीय बॉक्स ऑफिस पर वर्ष की सबसे अधिक कमाई वाली फिल्मों में से एक थी।
इस अमृत कलश की रक्षा में सूर्य, गुरु और चन्द्रमा के विशेष प्रयत्न रहे।
विजय तंजावुर नायक और यचमानेडू की अगुवाई वाली शाही सेनाओं ने विजय को मनाया, जिन्होंने विजय के खंभे लगाए और १६१७ के शुरुआती महीनों में राम देवा के रूप में राम देव को ताज पहनाया।
युद्ध में, जम्गा राय के सैनिक शाही सेनाओं द्वारा उत्पन्न आक्रामकता का सामना नहीं कर सके।
ज्येष्ठ मास के शुक्लपक्ष की एकादशी तिथि (निर्जला एकादशी) के दिन श्री काशीविश्वनाथ की वार्षिक कलश-यात्रा वाराणसी में बडी धूमधाम एवं श्रद्धा के साथ आयोजित होती है, जिसमें बाबा का पंचमहानदियोंके जल से अभिषेक होता है।
दिसंबर १६६९ के अन्तिम सप्ताह में तिलपत से २० मील दूर, गोकुलसिंह ने शाही सेनाओं का सामना किया।
प्रताप ने हाथी और स्वयं दोनों को जमा करने से मना कर दिया और अकबर के शाही सेनापति राजा मान सिंह को भी उनसे सौहार्द नहीं मिला।