tiercet Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
tiercet ka kya matlab hota hai
तीसरा
Noun:
कबंध, पीपा,
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tiercet शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
पीपावाव बंदरगाह ये जिले में स्थित है।
सुकेशा भारद्वाज, शैव्य सत्यकाम, सौर्ययणि गार्ग्य, कौसल्य, आश्वलायन, भार्गव वैदर्भी तथा कबंधिन् कात्यायन आदि ऋषि ब्रह्मज्ञान प्राप्त करने के लिए पिप्पलाद के पास आये थे।
एथिलीन सदृश युग्मबंध वाले, ऐसीटिलीन सदृश त्रिकबंध वाले और कीटोनसमूह वाले यौगिक शीघ्रता से हाइड्रोजनीकृत हो जाते हैं।
यह सभी द्वारे ब्राह्मण कुल के शिष्यों ने स्थापित किए, इनमे से एक पीपासेन जी क्षत्रिय थे, सम्प्रदाय की शर्त अनुसार यह सभी ब्रह्मचारी हो, यह आवश्यक है ।
यह भारतीय रेल और गुजरात पीपावाव पोर्ट लिमिटेड की संयुक्त उद्यम कंपनी है, जिसकी स्थापना २७१ कि॰मी॰ लंबी रेल लाइंस का निर्माण, रखरखाव और संचालन करने के लिए की गई है, यह गुजरात राज्य में पीपावाव पत्तन को पश्चिमी रेल के सुरेन्द्र नगर जंक्शन से जोडती है।
गढ़ गागरोण महान संत पीपा की समाधि भी है।
तो गागरौनगढ़ नरेश पीपाजी जैसे क्षत्रिय, सगुणोपासक भक्त भी थे ।
वाल्मीकि रामायण के अनुसार राक्षस कबंध से युद्ध के अवसर पर लक्ष्मण राम से कहते हैं, "हे राम! इस कबंध राक्षस का वध करने के लिये आप मेरी बलि दे दीजिये।
उदाहरण के लिए, पीपावाव रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीआरसीएल) रेल परिवहन में पहला सरकारी निजी भागीदारी का मूल संरचना मॉडल है।
उन्होंने अनंतानंद, भावानंद, पीपा, सेन नाई, धन्ना, नाभा दास, नरहर्यानंद, सुखानंद, कबीर, रैदास, सुरसरी, पदमावती जैसे बारह लोगों को अपना प्रमुख शिष्य बनाया, जिन्हे द्वादश महाभागवत के नाम से जाना जाता है।
एकबंध (:) द्विबंध (::) की अपेक्षा और द्विबंध त्रिबंध (:::) की अपेक्षा अधिक प्रबल है।
राजुला के दार्शनीय स्थल इस प्रकार हैं - विक्टर, टावर, चांच बंगलो, समुद्र तट, पीपावाव पॉर्ट, अल्ट्राटेक सिमेन्ट फेक्टरी, पीपाभगत स्थल, चांच बंदरगाह।
मारवाड़ उत्सव, नागौर का प्रसिद्ध पशु मेला और पीपाड़ का गंगुआर मेला।
777 को दो विमानकबंध लम्बाइयों में प्रस्तुत किया गया है।
एक धातु के कबंध को कार्बनडायोक्साइड(CO2) गैस से दबाव डाला जाता है जो वितरण नल अथवा टोंटी से बियर को बाहर निकालता है।
बधि कबंध सबरिहि गति दीन्ही।
शेख़ फरीद, जयदेव, त्रिलोचन, सधना, नामदेव, वेणी, रामानंद, कबीर साहेब, रविदास, पीपा, सैठा, धन्ना, भीखन, परमानन्द और सूरदास 15 संतों की वाणी को आदिग्रन्थ में संग्रहीत करके गुरुजी ने अपनी उदार मानवतावादी दृष्टि का परिचय दिया।
लोकबंधु:-लोकनाथो माधवो भक्तवत्सलः।
8. शिखाष्टक (भैरवी शिखा; विनाशिखा, विनामनि, संमोह, डामर, आथवक, कबंध, शिरच्छेद)।
पीपासर- पीपासर नागौर जिले की नागौर तहसील का एक छोटा सा गाँव है।
‘मेरी कथा-यात्रा’, ‘कबंध’ (कहानी–संग्रह), ‘मुंबई की डायरी’, ‘एक फर्लांग का सफरनामा’ (यात्रा–वृत्तांत) चर्चित कृतियाँ हैं।
सुकेशा, सत्यकाम, सौर्यायणि गार्ग्य, कौसल्य, भार्गव और कबंधी, इन छह ब्रह्मजिज्ञासुओं ने इनसे ब्रह्मनिरूपण की अभ्यर्थना करने के उपरांत उसे हृदयंगम करने की पात्रता के लिये आचार्य के आदेश पर वर्ष पर्यंत ब्रह्मचर्यपूर्वक तपस्या करके पृथक्-पृथक् एक एक प्रश्न किया।
इन छात्रावासों के अलावा पीपाड़, कुचेरा, लाडनूं, रोल, जायल, अलाय, बिलाडा, रतकुडि़या, आदि स्थानों पर भी छात्रावासों की एक शृंखला खड़ी कर दी।
कबंधिन् कत्यायन ने प्रथम प्रश्न किया, ‘किस मूलत्तत्व से सृष्टि पैदा हुयी? पिप्पलाद ने कहा, ‘प्रजापति ने ‘रयि’ (अचेतन) एवं प्राणों (चेतन) के मिथुन से सृष्टि का निर्माण किया’।