supplely Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
supplely ka kya matlab hota hai
Noun:
रसद, सामग्री, संचय, भंडार, सप्लाई,
Verb:
भरना, परिपूर्ण करना, प्रदान करना, उपलब्ध कराना, सप्लाई करना,
People Also Search:
supplementsupplemental
supplementally
supplementals
supplementarily
supplementary
supplementary benefit
supplementation
supplemented
supplementing
supplementry
supplements
suppleness
suppler
supples
supplely शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
क्ले संस्कृत पुस्तकालय संस्कृत साहित्य के प्रकाशक हैं; यहाँ पर भी बहुत सारी सामग्री डाउनलोड के लिये उपलब्ध है।
राजगीर में ही प्रसद्धि सप्तपर्णी गुफा है जहां बुद्ध के निर्वाण के बाद पहला बौद्ध सम्मेलन का आयोजन किया गया था।
उनका इतिहास प्राय: काव्यरूप में मिलता है जिसमें सब कच्ची-पक्की सामग्री मिली जुली, उलझी और गुथी पड़ी है।
उनका जन्म उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के एक गांव परसदेपुर में हुआ।
सन 1967 के चुनाव में कांग्रेस से बेनी सिंह अवस्थी विधायक चुने गए, जिन्हे खाद्य रसद, स्वायत्त शासन समेत कई विभागों के कैबिनेट की जिम्मेदारी रही।
यह स्टेडियम रायपुर से लगभग २० किलोमीटर दूर ग्राम परसदा, मंदिरहसौद में है।
मुक्तबोध इंडोलोजिकल रिसर्च इंस्टिट्यूट (तंत्र एवं आगम साहित्य पर विशेष सामग्री)।
आनंददायक- परिहासपूर्ण, हास्यात्मक, प्रमोदपूर्ण, विनोदात्मक, रसिक, आनंदी, आनंदकर, दिलचस्प, रसदायक।
सारांश यह है कि इतिहास की रचना में पर्याप्त सामग्री, वैज्ञानिक ढंग से उसकी जाँच, उससे प्राप्त ज्ञान का महत्व समझने के विवेक के साथ ही साथ ऐतिहासक कल्पना की शक्ति तथा सजीव चित्रण की क्षमता की आवश्यकता है।
इनमें मुख्य रूप से भाषावैज्ञानिक अनुशीलन और शोध के परिणामस्वरूप उपलब्ध सामग्री का नियोजन किया गया है।
नया रायपुर के परसदा क्षेत्र मेंअन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाया गया है।
इन वीरो ने ग्रांडट्रंक रोड से जाने वाली मुगलो का असला और रसद लूट लेते थे।
ऋग्वेद में त्रसदस्यु के पुत्र कुरुश्रवण का उल्लेख हुआ है।
इन्साइक्लोपीडिया ब्रिटानिका के दो परिशिष्ट ग्रन्थ भी हैं जो प्रकाशित होते रहते हैं और जो नूतन संस्करण की सामग्री के रूप में सातत्य भाव से संकलित होते रहते हैं।
रसदारु भूरा-सफेद और अंत:काष्ठ लाल रंग का होता है जो वायु के संपर्क में आने से लाल-भूरे रंग में परिवर्तित हो जाता है।
इसके कारण अकाल के समय उसके सैनिकों की रसद में कटौती नहीं होती थी।
हिन्दी के अन्य कोशों में भी अधिकांश सामग्री इसी कोश से ली गयी है।
इसलिए उपयुक्त कमी का ध्यान रखकर कुछ विद्वान् कहते हैं कि इतिहास की संपूर्णता असाध्य सी है, फिर भी यदि हमारा अनुभव और ज्ञान प्रचुर हो, ऐतिहासिक सामग्री की जाँच-पड़ताल को हमारी कला तर्कप्रतिष्ठत हो तथा कल्पना संयत और विकसित हो तो अतीत का हमारा चित्र अधिक मानवीय और प्रामाणिक हो सकता है।
जीवन की बहुमुखी व्यापकता के कारण स्वल्प सामग्री के सहारे विगत युग अथवा समाज का चित्रनिर्माण करना दु:साध्य है।
सामग्री जितनी ही अधिक होती जाती है उसी अनुपात से बीते युग तथा समाज की रूपरेखा प्रस्तुत करना साध्य होता जाता है।
खुदरा, उपभोक्ता उत्पाद सामान और रसद (RETL)।
लिखित सामग्री को अन्य प्रकार की सामग्री-जैसे खंडहर, शव, बर्तन, धातु, अन्न, सिक्के, खिलौने तथा यातायात के साधनों आदि के सहयोग द्वारा ऐतिहासिक ज्ञान का क्षेत्र और कोष बढ़ता चला गया।
उस सब सामग्री की जाँच पड़ताल की वैज्ञानिक कला का भी विकास होता गया।