sugarcanes Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
sugarcanes ka kya matlab hota hai
ईख
Noun:
ईंख, गन्ना,
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sugarcanes शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
चावल, गेहूँ, ईंख तथा मूंगफली जिले की प्रमुख फसलें हैं।
सघन जनसंख्या एवं खेतों का आकार छोटा होने से कृषि का व्यवसायिक रूप नहीं दिखाई देता लेकिन ईंख, मिर्च आदि उगाकर लोग आर्थिक मदद प्राप्त कर लेते हैं।
गन्ना सबसे महत्वपूर्ण नकदी फसल है क्योंकि राज्य देश में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक है।
अरुणाचल प्रदेश की मुख्य फसलों में चावल, मक्का, बाजरा, गेहूँ, जौ, दलहन, गन्ना, अदरक और तिलहन हैं।
अन्य मुख्य फसलों में चावल, कपास, गन्ना, बाजरा, मक्का, चना और फल शामिल हैं।
चावल, गन्ना, कपास, मिर्ची (काली मिर्च), आम और तम्बाकू स्थानीय फसल हैं।
चाय, जूट तथा गन्ना यहाँ की प्रमुख औद्योगिक तथा धनद फसलें हैं।
यहाँ फ़सलों में चावल, मक्का, बाजरा, गेहूँ, दलहन, गन्ना, अदरक और तिलहन मुख्य रूप से हैं।
यह गन्ना, फल, धान के लिए अधिक उपुयक्त है।
जहां तक मेरी जानकारी है कि प्रो: सक्सेना ने ईंख संघ की स्थापना से पूर्व उन्होंने कांग्रेस की कमान घुघली विकास खंड के बांसपार मिश्र निवासी पंडित मिश्र से कांग्रेस की कमान संभाली थी।
विद्यापति ने मधुबनी ("शहद का जंगल" अथवा मधुर वाणी का अपभ्रंश) में अपने घर की सुंदरता से भी आकर्षित किया, इसके आम के पेड़ों, चावल के खेतों, गन्ना और कमल के तालाबों के साथ।
गेहूं राज्य की प्रमुख खाद्य फसल है, और गन्ना, जो मुख्यतः पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उगाया जाता है, राज्य की मुख्य व्यावसायिक फसल है।
गंडक नदी के पश्चिमी तट पर बसा यह भोजपुरी भाषी जिला ईंख उत्पादन के लिए जाना जाता है।
जिले के चांवरपाठा, बारहा, सांईंखेड़ा, शाहपुर, सिंहपुर, श्रीनगर और तेन्दूखेड़ा इस समूचे काल में परगानों के मुख्यालय के रूप में प्रसिद्ध रहे ।
चावल, गन्ना, सब्जियों एंव फलों भी यहां अच्छा उत्पादन होता है।
यहाँ की फसलों में चावल, मक्का, बाजरा, गेहूँ, दलहन, गन्ना, अदरक और तिलहन प्रमुख हैं।
मध्य प्रदेश की प्रमुख फसलों में गेहूं, सोयाबीन, चना, गन्ना, चावल, मक्का, कपास, राइ, सरसों और अरहर शामिल हैं।
जिले के चांवरपाठा, बारहा, साईंखेड़ा,शाहपुर,सिंहपुर,श्रीनगर और तेन्दूखेड़ा इस समूचे काल में परगनों के मुख्यालय के रूप में प्रसिद्ध रहे ।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर २०१५ की वित्तीय तिमाही में भारत में कुल २८.३ मिलियन टन गन्ना उत्पादन होने का अनुमान लगाया गया था, जिसमें से १०.४७ मिलियन टन महाराष्ट्र से और ७.३५ मिलियन टन उत्तर प्रदेश से था।