sloshier Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
sloshier ka kya matlab hota hai
स्लोशियर
Noun:
जुलाहा, बुनकर,
People Also Search:
sloshingsloshy
slot
slot machine
slote
sloth
slothed
slothful
slothfully
slothfulness
slothing
sloths
slots
slotted
slotter
sloshier शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
इस प्रकार की बुनाई अत्यंत दुर्लभ है, इस कौशल को बनाए रखने वाले बुनकर भारत में एक दर्जन से भी कम हैं।
चमार जाति का मुख्य पेशा चमड़े की वस्तुएं बनाना था जैसे कि जूते, लेकिन कुछ चमारों ने कपड़ा बुनने का धंधा भी अपना लिया एवं ख़ुद को जुलाहा चमार बुलाने लगे।
हरिदास ने मोहन से कहा कि चूँकि उसके जातिगत पेशे, बुनकरी से उसे कोई पैसा नहीं मिल रहा था, वह किराये पर खेती करने लगा।
नई दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल व आई एन ए कालोनी के पास स्थित एक प्रमुख पर्यटन क्षेत्र, जहां बुनकर एवं काश्तकार लोग, बिचोलियों के बिना सीधे ही ग्राहकों को अपनें हस्तशिल्प बेचते हें।
अनुमान होता है कि ज्ञात घटनाओं को व्यवस्थित ढंग से बुनकर ऐसा चित्र उपस्थित करने की कोशिश की जाती थी जो सार्थक और सुसंबद्ध हो।
भुइयार (हिन्दु जुलाहा), बढ़ई, कुम्हार, लुहार, सुनार, रंगरेज (छीपी), तेली, गडरिया, धींवर, नाई, धोबी, माली, बागवान, भड़भूजा, खुमरा, धुना, सिंगाडि़या, कंजर, मनिहार आदि प्रमुख हैं।
इस प्रकार Jedara Dasimayya एक जुलाहा, शंकर Dasimayya एक दर्जी, Madivál Máchayya एक लोग, Myadar Ketayya एक टोकरी-निर्माता, Kinnari Bommayya एक सुनार, Vakkalmuddayya एक किसान, Hadap Appanna एक नाई, Jedar Madanna एक सैनिक, Ganada Kannappa एक ओइलमैन, Dohar Kakkayya एक टान्नर, Mydar Channayya एक मोची और Ambigara Chowdayya एक ferryman था।
डाल्टन का जन्म सन् १७६६ में इंग्लैंड के एक गरीब जुलाहा-परिवार में हुआ था।
यार्न बनने के बाद इसे लालारी द्वारा रंगा जाता और जुलाहा द्वारा बुना जाता।
अमरडोभा: लेडुआ महुआ अमरडोभा संतकबीर नगर का एक तारीखी कसबा है यह एक बुनकरों का मुख्य असथान है!इस की कुल आबादी लगभग 10000 की है।
मन के लिए मच्छ, मांछ, मीत, जुलाहा, साउज, सियार, रोझ, हस्ती, मतंग, निरंजन आदि का प्रयोग किया गया है।
1857 की जंग ए आजादी में लड़नेवाले शेख भिखारी का जन्म 1831 ई में रांची जिला के होक्टे गांव में एक बुनकर अंसारी परिवार में हुआ था़।
प्रमुख रूप से भुइयार (हिन्दु जुलाहा), ब्राह्मण, राजपूत, जाट, गूजर, अहीर, त्यागी, रवा राजपूत, बनिया (वैश्य), चमार, कायस्थ, खत्री आदि उपजातियाँ हैं।
पुत्र, पारथ, जुलाहा, सिंह, मूलस, भँवरा, योगी आदि शब्द जीवात्मा को सूचित करते हैं।
1769- ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल के कपड़ा उद्योग को बर्बाद करने के लिए बुनकरों पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए।
1580 ई॰ में मुगल बादशाह अकबर ने फारस से कुछ कालीन बुनकरों को अपने दरबार में बुलाया था।
जापान में 七夕(जिसे तानाबाता कहते हैं, जिसका अर्थ है 棚機 भगवन के लिए एक जुलाहा) का एक थोडा अलग संस्करण है जिसे ग्रेगोरियन कैलेंडर की 7 जुलाई को मनाया जाता है।
हिन्दू समुदाय के मल्ल-सैंथवार, अहिर, कोइरी, कुर्मी,बाभन/भूमिहार, ब्राह्मण राजपूत, कायस्थ, चमार, डोम, दुसाद, मुसहर, पासी, बीन, मल्लाह, भर, बारी, कुम्हार, भेड़िहार, हजाम, आदि जातियाँ निवास करती हैं और मुस्लिम समुदाय की शेख, पठान, अंसारी (जुलाहा), देवान, कुरैशी, चुड़ीहार, मिसकार, गद्दी, राकी इत्यादि ।
यहां तक कि उन्होंने पर्दा भी फेंक दिया और जुलाहा जाति के बालक रूप में कबीर परमात्मा को गले से लगा लिया।
इन बुनकरों ने कसान, इफशान और हेराती नमूनों के कालीनें अकबर को भेंट की।
आजकल का यह ब्रह्मवैवर्त मुसलमानों के आने के कई सौ वर्ष पीछे का है क्योंकि इसमें 'जुलाहा' जाति की उत्पत्ति का भी उल्लेख है -- म्लेच्छात् कुविंदकन्यायां जोला जातिर्बभूव ह (१०, १२१)।
आर. वी. रसेल (R.V. Russel) ने मध्यभारत के बारे में बताया है कि वहाँ कृषकों की 40, बुनकरों की 11 और मछुओं की सात भिन्न भिन्न जातियाँ हैं।
ब्राह्मण, क्षत्रिय, सैनिक, व्यापारी किसान, रँगरेज, बढ़ई, रसोइए, मोची, ग्वाले, चरवाहे, गड़रिये, बुनकर, कुम्हार आदि सैकड़ों पेशेवर लोगों से मिलजुलकर पाणिनि ने उनके विशेष पेशे के शब्दों का संग्रह किया।
इसके बाद आगरा से बुनकरों का एक दल जी॰ टी॰ रोड के रास्ते बंगाल की ओर अग्रसर हुआ।
17 मार्च- ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल के कपड़ा उद्योग को बर्बाद करने के लिए बुनकरों पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए।
कोई भी उद्योग जो ग्रामीण क्षेत्र के अन्दर स्थित होता है और जहाँ प्रति कारीगर (जुलाहा) निश्चित मुद्रा निवेश एक लाख रुपये से अधिक नहीं होता है।