shilpa Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
shilpa ka kya matlab hota hai
शिल्पा
Noun:
नौका, जहाज़, पोत,
Verb:
जहाज़ पर चढ़ना, जहाज़ पर भेजना, जहाज़ पर लादना, अपवाहन करना, ढोना, ले जाना,
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shilpa शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
कई बंदरगाहों में जहाज़ों के स्वयं भूमि तक आकर उसके साथ खड़े होने के प्रबन्ध होते हैं, लेकिन अन्य में कम गहराई के कारण जलयान भूमि से कुछ दूरी पर खड़े होते हैं और उनसे सामान व लोग छोटी नावों द्वारा भूमि तक आए-जाए सकते हैं।
लेकिन आज भी देशी मनोरंजन नौका विहार को महत्त्व दिया जाता है।
जिले के पश्चिमी सीमा से गुजरनेवाली गंडक नदी नौका गम्य है लेकिन मानसून के दिनों में यह परिवहन योग्य नहीं रहती।
पूर्णिमा से पहले लगातार पांच दिनों तक लोग नदी किनारों या समुद्र तटों पर एकत्र होते हैं और छोटे-छोटे नौका रूप तैराते हैं।
नौकावहन-योग्य नदियों की लंबाई 3,261 कि॰ मी॰ है जिसमें 1653 कि॰मी॰ मार्ग स्टीमर चलने योग्य है तथा वर्ष भर उपयोग में लाए जा सकते हैं।
भारतीय तटरक्षक सेना ने २८ अप्रैल २००६ को सुभद्राकुमारी चौहान की राष्ट्रप्रेम की भावना को सम्मानित करने के लिए नए नियुक्त एक तटरक्षक जहाज़ को सुभद्रा कुमारी चौहान का नाम दिया है।
अठ्ठारहवीं शताब्दी में यह दुनिया का सबसे व्यस्त जल मार्ग हुआ करता था, यहाँ तक कि इसमें जहाज़ तक चला करते थे।
जहाँ सुई से लेकर जहाज़ तक के समान व पुरजे बनाये जाते है व पुरे नोर्थ इन्डिया का महत्वपूरण स्थान है ।
इस पार्क में पिकनिक मनाने और नौकायन करने की सुविधा है।
1770 में, जेम्स कुक ने जहाज़ लेकर पूरा भ्रमण किया और ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट का मानचित्र खींचा, जिसे उन्होंने नाम दिया न्यू-साउथ वेल्स और ग्रेट ब्रिटेन के लिए दावा किया।
विशाखापत्तनम में पानी का जहाज़ बनाने का कारख़ाना है।
मद्रास बोट क्लब नौकायान प्रतियोगिता का आयोजन करता है।
कृषि और पशुपालन के अतिरिक्त यहाँ आधुनिक, विकसित उद्योग-धंधे भी हैं जैसे खाद्य उद्योग, रसायन उद्योग, वस्त्र उद्योग, वैद्युतीय उद्योग, धातुकर्म और जहाज़रानी।
आन्ध्र प्रदेश और एशिया में सबसे तेज़ी से बढ़ रहे शहरों में से दूसरे सबसे बड़े इस शहर में उद्योग, जहाज़ निर्माण, एक बड़ी तेल रिफाइनरी, एक विशाल इस्पात और बिजली संयंत्र केन्द्र है।
सिन्धु- घाटी की सभ्यता मे जो विशालकाय बन्दरगाह थे वे उत्तरी अमेरिका तथा दक्षिणी अमेरिका,युरोप के अलग-अलग भाग तथा एशिया (जम्बोदीप) आदि से जहाज़ द्वारा व्यापार तथा आगमन का केन्द्र थे।
इन तीनों धार्मिक संगठनों की ओर से यहां नौकायन की सुविधा मुहैया कराई जाती है।
इसका एक अनोखा त्योहार अक्टूबर या नवंबर (तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार तय की जाती है) में मनाया जाने वाला बोइता बंदना (नौकाओं की पूजा) अनुष्ठा है।
ताजे मछलियों के अलावा नौकाविहार का भी मजा लिया जा सकता है।
व्यापार संतुलन आमतौर पर देनदारियों और जहाज़रानी विनिमय द्वारा अंतर्लम्ब है।
बैरम खाँ हज के लिए जाते हुए गुजरात के पाटन में ठहरे और पाटन के प्रसिद्ध सहस्रलिंग सरोवर में नौका-विहार के बाद तट पर बैठे थे कि भेंट करने की नियत से एक अफगान सरदार मुबारक खाँ आया और धोखे से बैरम खाँ की हत्या कर दी।
यहाँ फ़िरोज़ शाह के क़िले व महल के अवशेषों के साथ-साथ कई प्राचीन मस्जिदें हैं, जिनमें जहाज़ भी एक है, जो अब एक जैन मंदिर है।
देश का एकमात्र राष्ट्रीय अंतर्देशीय नौकायन संस्थान पटना के गायघाट में स्थित है।
यहाँ से काठमांडू जाने के लिए हवाई जहाज़ भी उपलब्ध हैं।
उआन जान ग् द्वारा विवरण है कि सबसे प्रभावशाली वर्मन राजा भास्कर वर्मन (7 वीं शताब्दी ई.) के दौरान, यह शहर 19 किमी फैला है और शायद जो अधिकारियों के जानकार थे साथ अपने मजबूत नौसैनिक बल (नौकाओं - तीस हज़ार युद्ध के लिए प्रमुख आधार था हिंद महासागर से चीन के लिए समुद्री मार्गों - उआन जान ग्)।