serpentinic Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
serpentinic ka kya matlab hota hai
सर्पिल
Adjective:
चालाक, धूर्त, साँप का, चक्करदार, टेढ़ा,
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serpentinic शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
धूर्त शाहशुजा ने कोहिनूर अपनी पगड़ी में छिपा रखा था।
लड़ाई की रिपोर्ट में ब्रितानी जनरल ह्यूरोज़ ने टिप्पणी की कि रानी लक्ष्मीबाई अपनी सुन्दरता, चालाकी और दृढ़ता के लिये उल्लेखनीय तो थी ही, विद्रोही नेताओं में सबसे अधिक ख़तरनाक भी थी।
हम असीम लिप्सा, धूर्तता, पाखण्ड से आवृत परिवेश में जी रहे हैं, जहां ठहर कर लोकसंस्कृतियों की हिफाजत के लिए वक्त नहीं है।
बोमन ईरानी का पात्र एक चालाक व्यक्ति हैं जो जाह्नवी के भवन को हड़पना चाहता है।
वो यात्री, विज्ञान और खोज, चरवाहों, साहित्य, कविता, भाषण, बुद्धि और चालाकी के देवता थे।
किं नूनमस्मान्कृणवदरातिः किमु धूर्तिरमृत मर्त्यस्य ॥ऋग्वेद ८.४८.३॥।
किमु धूर्तिरमृत मर्त्यस्य (भगवन्! हिंसक लोग भी मेरा क्या बिगाड़ सकते हैं?)।
खिलाड़ियों द्वारा विरोधी दल के गोल में चालाकी से गेंद को डालना ही इस खेल का उद्देश्य है।
ईषर्या द्वेष भेदभाव छूआछूत कपटी धूर्त जैसे लोग मानव समाज में समान्य है ।
विविध सुख के साधक ये वैदिक उपाय कुछ अर्थ लोलुप स्वार्थ केन्द्रित धूर्तों का ही विधान है।
अष्टम भाव में हो तो वह दुर्बुद्धि, तेजहीन, स्त्रीद्वेषी एवं चालाक होता है।
अपना समस्त राज्य तक को हार जाने के बाद युधिष्ठिर ने अपने भाइयों को भी दाँव पर लगा दिया और शकुनि धूर्तता करके इस दाँव को भी जीत गया।
भय राजनीतिक और सांस्कृतिक रूप से चालाकी से जोड़ा-तोड़ा जा सकता है।
अपनी प्रारंभिक स्तुति-कविता 'कीर्तिलता' में, उन्होंने मुसलमानों के प्रति उनके कथित सम्मान के लिए अपने संरक्षक की धूर्तता से आलोचना की।
१९२५ में वे चालाकुटि हाई स्कूल आ गए।
सैम कुछ वक़्त तक अंगूठीवाहक बनकर उस कैदख़ाने में पहुँचता है, जहाँ उसकी चालाकी से और दैत्यों की अपनी झगड़ालू प्रवृत्ति की वजह से लगभग सभी दैत्य आपस में ही लड़ मरते हैं।
वे तकनीकी और मूर्तिकला चालाकी के लिए एक अच्छी गुणवत्ता का प्रदर्शन के सिक्कों की कम से कम तीन प्रकार -।
यह वृद्धि चातुर्थ और चालाकी का खेल है।
जासूसों और धूर्तताके बल पर अलेक्जेंडर द ग्रेट के सरदार युद्ध जीतने के प्रति पूर्णतः विश्वस्त थे।
पाखण्डी धूर्त्तों के द्वारा कपोलकल्पित स्वर्ग का सुख भोगने के लिये यहाँ यज्ञ आदि करना धर्म नहीं है बल्कि उसमें की जाने वाली पशु हिंसा आदि के कारण वह अधर्म ही है तथा हवन आदि करना तत्त्द वस्तुओं का दुरुपयोग तथा व्यर्थ शरीर को कष्ट देना है इसलिये जो कार्य शरीर को सुख पहुँचाये उसी को करना चाहिये।
अब युधिष्ठिर ने स्वयं अपने आप को दाँव पर लगा दिया और शकुनि की धूर्तता से फिर हार गये।
4 मई 1799 को 48 वर्ष की आयु में कर्नाटक के श्रीरंगपट्टना में टीपू सुल्तान की बहुत धूर्तता से अंग्रेजों द्वारा हत्या कर दी गयी।
क्योंकि पारलौकिक फल की दृष्टि से विहित ये सभी यज्ञ, पूजा, पाठ तपस्या आदि वैदिक कर्म जन सामान्य को ठगने की दृष्टि से तथा अपनी आजीविका एवं उदर के भरण पोषण के लिए कुछ धूर्तों द्वारा कल्पित हुए हैं।
सरदार पटेल जहां पाकिस्तान की छद्म व चालाकी पूर्ण चालों से सतर्क थे वहीं देश के विघटनकारी तत्वों से भी सावधान करते थे।