semsem Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
semsem ka kya matlab hota hai
Noun:
शऊर, संज्ञा, विवेक, तात्पर्य, अभिप्राय, चेतनता, होश, चेतना, बुद्धि, अर्थ, समझ,
Verb:
समझना, अनुभव करना, महसूस करना,
People Also Search:
sensena
senaries
senary
senate
senate campaign
senate house
senate race
senates
senator
senatorial
senatorially
senators
senatorship
senatorships
semsem शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
संस्कृत > सम् + सुट् + 'कृ करणे' + क्त, ('सम्पर्युपेभ्यः करोतौ भूषणे' इस सूत्र से 'भूषण' अर्थ में 'सुट्' या सकार का आगम/ 'भूते' इस सूत्र से भूतकाल(past) को द्योतित करने के लिए संज्ञा अर्थ में क्त-प्रत्यय /कृ-धातु 'करणे' या 'Doing' अर्थ में) अर्थात् विभूूूूषित, समलंकृत(well-decorated) या संस्कारयुक्त (well-cutured)।
सप्ताह के दिनों के नाम ग्रहों की संज्ञाओं के आधार पर रखे गए हैं अर्थात जो नाम ग्रहों के हैं, वही नाम इन दिनों के भी हैं।
कौशलपूर्ण मानवीय कार्य को कला की संज्ञा दी जाती है।
खु़दा को और उन लोगों को जो ईमान लाए धोखा देते हैं हालाँकि वह अपने आपको धोखा देते हैं और कुछ शऊर नहीं रखते हैं (9)।
न पीने का सलीका न पिलाने का शऊर, ऐसे भी लोग चले आये हैं मयखाने में॥।
1960, संज्ञानात्मक चिकित्सा -- आरोन टी बैक।
अली अख्तर रिजवी की काव्यात्मक शीर्षक "शऊर गोपालपुरी " था।
(9) संज्ञात्मक मनोविज्ञान (Cognitive Psychology)।
ब्रिटिश अंग्रेजी में खेल की गतिविधियाँ सामान्य संज्ञा "खेल" के रूप में चिह्नित हैं।
संस्कृत में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया के कई तरह से शब्द-रूप बनाये जाते हैं, जो व्याकरणिक अर्थ प्रदान करते हैं।
1967, संज्ञानात्मक मनोविज्ञान -- उल्रिक नाइजर।
वास्तव में मंत्र या ऋचा का संबंध वेद से है परंतु उपनिषदों की हमत्ता दर्शाने के लिए इन संज्ञाओं का उपयोग यहाँ भी कतिपय विद्वानों द्वारा किया जाता है।
और भक्तों के समूह को भक्तों की संज्ञा दी जाती है।
विकास मनोविज्ञान में जीवन भर घटित होनेवाले मनोवैज्ञानिक संज्ञानात्मक तथा सामाजिक घटनाक्रम शामिल हैं।
यूँ लगता है जैसे अल्फ़ाज़, अहसास, शऊर और इनके साथ लफ़्ज़ों के खेल पर ‘अकेला’ जी को पूरी तरह दस्तरस हासिल है।
यद्यपि हिन्दी के प्रथम किशोरोपयोगी ज्ञानकोश (अपूर्ण) को श्री श्रीनारायण चतुर्वेदी तथा पं० कृष्ण वल्लभ द्विवेदि द्वारा विश्वभारती अभिधान दिया गया तो भी ज्ञान कोश, ज्ञानदीपिका, विश्वदर्शन, विश्वविद्यालयभण्डार आदि संज्ञाओं का प्रयोग भी ज्ञानकोश के लिये हुआ है।
अतः जो शब्द उनके नियमों की पकड़ में न आ सके, उनको देशी संज्ञा दी गयी।