seggar Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
seggar ka kya matlab hota hai
सेग्गर
Noun:
याचक,
Verb:
भीख मांगना,
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seggar शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
याचक को अपनी इच्छा से ज्यादा दान मिलता है।
इससे बैंक को सकल ऋणराशि एक साथ ही ऋणायाचक को दे देने की आवश्यकता नहीं होती जिससे बैंक का हानिभय कम हो जाता है।
(सवाल के लिए भीख मांगना भी देखें.)।
विश्वामित्र ने सम्पूर्ण भोजन उस याचक को दे दिया और स्वयं निराहार रह गये।
भीख मांगना या आर्थिक सहायता लेना एक विकल्प है, लेकिन कई शहरों में यह तेजी से अवैध होता जा रहा।
बैंक मूलत: साख का लेनदेन करते हैं-साख पर जनता से उनकी अतिरेक बचत राशि जमा लेते और उस जमा राशि को अन्य ऋणयाचकों को ऋण रूप में उधार देते हैं।
प्राण इति स ब्रह्म नद्रित्याचक्षते।
जो नित्य नियम पूर्वक शास्त्रों की विधि से यज्ञ किया करते थे, जो याचकों को उनकी इच्छा के अनुसार मुंह-मांगा और मनचाहा दान दिया करते थे, जो अपराधियों को उनके अपराध के अनुसार ही दण्ड देते थे और जो अवसर देखकर ही तदनुरूप कार्य किया करते थे।
ऐसी स्थिति में बैंक अपने पास जमा कुल राशि को ऋण याचकों को उधार नहीं दे सकता क्योंकि उसे यह भय रहता है कि न मालूम कब जमाकर्ता माँग करके अपनी राशि लेने आ जाए।
प्रत्येक बैंक अपनी साख सृजन नीति में स्वतंत्र होता है तो भी उसे अपनी साख निर्माण की क्षमता मर्यादित करने के लिए अपने पास रखा जानेवाला नकद कोष, केंद्रीय बैंकों के पास जमा बैंकों का कोष, बैंकों के पास जमा धात्विक कोष, ऋण याचकों की साख और देश की सामान्य आर्थिक एवं राजनीतिक स्थिति का ध्यान रखना पड़ता है।
ऋण देते समय बैंक ऋणयाचक के नाम से एक लेख खोलकर उसमें ऋणराशि जमा कर देते हैं जिसके बल पर ऋणयाचक आवश्यकतानुसार समय समय पर चेक लिखकर राशि लेता रहता है।
जब बैंक किसी व्यक्ति या संस्था को ऋण स्वीकृत करता है तो वह सामान्यत: ऋणराशि नकद रूप में एक साथ ही नहीं देता वरन् ऋणराशि को ऋण माँगनेवाले का लेखा खोलकर उसमें जमा कर लेता है और ऋणयाचक को अधिकार दे दिया जाता है कि वह अपने आवश्यकतानुसार चेक लिखकर ऋणराशि निकालता रहे।
तब इंद्रजीत ने सीता के खिलाफ एक तलवार पकड़ ली, जिससे राम ने भीख मांगना बंद कर दिया।
इन्द्र को भोजन देने के पश्चात विश्वामित्र के मन में विचार आया कि सम्भवत: अभी मेरे भोजन ग्रहण करने का समय नहीं आया है इसीलिये याचक के रूप में यह विप्र उपस्थित हो गया,मुझे अभी और तपस्या करना चाहिये।
अक्सर, वे पैसे कमा सकते हैं एकमात्र तरीका भीख मांगना है।
स्वामी ने संकेत दिया था कि विदेशों में भौतिक समृद्धि तो है और उसकी भारत को जरूरत भी है लेकिन हमें याचक नहीं बनना चाहिये।
इतिहास में एक समय ऐसा भी रहा है जब याचक के पानी मांगने पर उसे मिश्रीमिश्रित दूध दिया जाता था।