<< reinterrogate reintroduce >>

reinterrogation Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)


reinterrogation ka kya matlab hota hai


प्रश्न

Noun:

पूछ-ताछ,



reinterrogation शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:

एक न एक दिन तो मनुष्य के अनंत जिज्ञासु मस्तिष्क में और वर्तमान से कभी संतुष्ट न होने वाले मन में यह जिज्ञासा, यह प्रश्न उठना ही था कि प्रकृति की इस विशाल रंगभूमि के पीछे सूत्रधार कौन है, इसका सृष्टा/निर्माता कौन है, इसका उद्‍गम कहाँ है, हम कौन हैं, कहाँ से आए हैं, यह सृष्टि अंतत: कहाँ जाएगी।



क्या किसी को कोई गीत गाने के लिये मजबूर किया जा सकता है अथवा नहीं? यह प्रश्न सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष बिजोय एम्मानुएल वर्सेस केरल राज्य नाम के एक वाद में उठाया गया।

हमारा क्या होगा? शनै:-शनै: ये प्रश्न अंकुरित हुए।

माइस्पेस और फेसबुक जैसी साइटों पर प्रकाशित सूचनायें पुलिस (विधि-चिकित्साशास्त्र सम्बंधी वर्गीकरण), पूछ-ताछ तथा विश्व-विद्यालय द्वारा प्रयोग की जाती हैं तथा इनके द्वारा इन साइटों के प्रयोगकर्ताओं पर अभियोग चलाया जा सकता है।

पूछ-ताछ या अभियोजन के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति एक अभियोजक को किसी भी मामले से अयोग्य ठहराने का अनुरोध कर सकता है "जिसमें किसी भी किसी भी आधार पर उनकी निष्पक्षता पर शक किया जा सके". अभियोजक की अयोग्यता के अनुरोध पर फैसला, अपील प्रभाग द्वारा किया जाता है।

अलबर्टा इनीशिएटिव फॉर स्कूल इम्प्रूवमेंट (AISI) के शोध के अनुसार पाठ्यक्रम केंद्रित पूछ-ताछ और परियोजना-आधारित दृष्टिकोण प्रभावी रूप से शैक्षिक प्रौद्योगिकी के अधिगम एवं शिक्षण प्रक्रिया में सम्मिश्रण को समर्थन देते हैं।

उन्होने तो यहाँ तक कहा था कि हिन्दी भाषा का प्रश्न स्वराज्य का प्रश्न है।

इस प्रकार भूगोल में 'कहाँ' 'कैसे 'कब' 'क्यों' व 'कितनें' प्रश्नों की उचित व्याख्या की जाती हैं।

१. ईश, २. ऐतरेय, ३. छान्दोग्य, ४. प्रश्न, ५. तैत्तिरीय, ६. बृहदारण्यक, ७. माण्डूक्य और ८. मुण्डक।

1000 खगोल विज्ञान प्रश्नोत्तरी ।

b) संशोधनों सहित, पूछ-ताछ, अनुबंध, या आदेश प्रबंधन और ।

प्रश्नोत्तर के माध्यम से सृष्टि के गूढ़ रहस्यों का उद्घाटन उपनिषदों में सहज ढंग से किया गया है।

(१) ईश, (२) ऐतरेय (३) कठ (४) केन (५) छान्दोग्य (६) प्रश्न (७) तैत्तिरीय (८) बृहदारण्यक (९) मांडूक्य और (१०) मुण्डक।

क्या किसी को कोई गीत गाने के लिये मजबूर किया जा सकता है अथवा नहीं? यह प्रश्न सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष बिजोए एम्मानुएल वर्सेस केरल राज्य AIR 1980 SC 748 [3] नाम के एक वाद में उठाया गया।

यदि उसके बाद कुछ है तो तुरंत यह प्रश्न सामने आ जाता है कि वह कुछ कहाँ तक है और उसके बाद क्या है? इसीलिए हमने इस ब्रह्मांड को अनादि और अनंत माना।

इस संबंध में यह प्रश्न उठता है कि कौटिल्य ने अपनी पुस्तक का नाम 'अर्थशास्त्र' क्यों रखा? प्राचीनकाल में 'अर्थशास्त्र' शब्द का प्रयोग एक व्यापक अर्थ में होता था।

reinterrogation's Meaning in Other Sites