reglet Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
reglet ka kya matlab hota hai
रेगलेट
Noun:
सोच, खेद,
Verb:
पछतावा करना,
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reglet शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
11 नवम्बर 2008 को अपने उत्तराधिकारी को सत्ता सौंपने से पहले एक भाषण में गयूम ने कहा: "मैं अपने ऐसे किसी भी कार्य के लिए अत्यंत खेद प्रकट करता हू... (जो) किसी भी मालदीव वासी के लिए अनुचित उपचार, कठिनाई या अन्याय का कारण बना". उस समय, गयूम किसी भी एशियाई देश के सबसे लंबे समय तक रहने वाले नेता थे।
भारत की पूर्व राजधानी रहने से यह स्थान आधुनिक भारत की साहित्यिक और कलात्मक सोच का जन्मस्थान बना।
कश्यप जी के मुख से भगवद्भक्त पौत्र के उत्पन्न होने की बात सुन कर दिति को अति प्रसन्नता हुई और अपने पुत्रों का वध साक्षात् भगवान से सुन कर उस का सारा खेद समाप्त हो गया।
ग्रंथ साहिब के संपादन को लेकर कुछ असामाजिक तत्वों ने अकबर बादशाह के पास यह शिकायत की कि ग्रंथ में इस्लाम के खिलाफ लिखा गया है, लेकिन बाद में जब अकबर को वाणी की महानता का पता चला, तो उन्होंने भाई गुरदास एवं बाबा बुढ्ढाके माध्यम से 51मोहरें भेंट कर खेद ज्ञापित किया।
अफ़सोस- दुःख, खेद, विषाद, शोक, पश्चाताप, गम, म्लानि।
खेद है कि वर्तमान आर्थिक दशाओं के कारण उचित उपचार साधारण मनुष्य की सामथ्र्य के बाहर हो गया है।
खेद है कि अर्धमागधी का हमें जो प्राचीनतम रूप मिलता है वह पाँचवीं शताब्दी ईसवी का है और उससे अवधी के रूप निकालने में कठिनाई होती है।
उसने गंगा के तीर पर एक किला बनाने की सोची।
खेद है, कि हिंदी में आर्यभटीय की कोई अच्छी टीका नहीं है।
ब्रह्म और ईश्वर में क्या सम्बन्ध है, इसमें हिन्दू दर्शनों की सोच अलग अलग है।
यद्यपि हमारे यहाँ भास, कालीदास, भवभूति, शूद्रक आदि पूर्ववर्ती संस्कृत नाटककारों की समृद्ध नाट्य-परम्परा विद्यमान थी, पर यह खेद की बात है कि भारतेन्दु बाबू ने उस समृद्ध संस्कृत नाट्य-परम्परा को अपने सम्मुख रखा।
ऐसा नहीं है कि आत्मा, पुनर्जन्म और कर्मफलवाद के विषय में वैदिक ऋषियों ने कभी सोचा ही नहीं था।
उन्हें एक सोची समझी साजिश के तहत रूस बुलवाया गया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
उन्होंने बालक रूप में आकर तुलसीदास से कहा-"बाबा! हमें चन्दन चाहिये क्या आप हमें चन्दन दे सकते हैं?" हनुमान जी ने सोचा, कहीं वे इस बार भी धोखा न खा जायें, इसलिये उन्होंने तोते का रूप धारण करके यह दोहा कहा:।
इसके बाद सत्रहवीं शताब्दी में दक्षिण के विद्वान पंडित श्रीनिवास ने सोचा कि रागों को उनके स्वरों की संख्या के सिहाब से ‘मेल’ में रखा जाये यानी जिन रागों में 5 स्वर हों वे एक ‘मेल’ में, छः स्वर वाले दूसरे और 7 स्वर वाले तीसरे ‘मेल’ में।
इस विचार के वजह से कही इन्डोलोज़िस्ट्स जैसे प्रो रॉबर्ट जे ज़्यीडेन्बोस ने जैन धर्म के बारे मे यह कहा कि यह अनिवार्य रूप से योग सोच का एक योजना है जो एक पूर्ण धर्म के रूप मे बढ़ी हो गयी।
यह संदेश प्रदर्शित कर सकता है कि "मैं क्रीपर हूँ; अगर पकड़ सकते हो तो मुझे पकडो". यह अफवाह थी कि रीपर प्रोग्राम, जो इसके कुछ ही समय बाद प्रकट होता है और क्रीपर की प्रतियाँ बनाता है और उन्हें हटा देता है, इसे संभवतया क्रीपर के निर्माता के द्वारा खेद पत्र में लिखा गया है।
राम के वनगमन के प्रसंग पर सबके व्याकुल होने पर भी राम शान्त रहते हैं, इससे यह ज्ञान होता है कि मनुष्य जीवन में अनन्त उपेक्षित प्रसंग निर्माण होते हैं अतः उसके लिए खेद करना मूर्खता है।
बल्लेबाज को इस तरह की गेंदों से बहुत अधिक सावधान रहना होता है क्योंकि यह गेंद अक्सर बहुत ऊँची और घूर्णन करती हुई आती है और वो उस तरह से व्यवाहर नहीं करती है जैसा कि बल्लेबाज ने सोचा होता है और वो आउट हो सकता है।
तब पुस्तक की परीक्षा का एक अन्य उपाय सोचा गया।
यहाँ पर यह याद दिलाना उचित होगा कि राम से मैत्री करते समय सुग्रीव ने अपने राज्य के छिन जाने से भी अधिक बालि द्वारा अपनी पत्नी रूमा के छिन जाने का खेद प्रकट किया था।
खेद है कि दिल्ली में वनों का कटान खिलजियों के समय से ही शुरू हो गया था।
पहले सोचा गया था कि केवल १६ बिट के माध्यम से ही दुनिया के सभी लिपिचिह्नों के लिये अलग-अलग कोड प्रदान किये जा सकेंगे।
जो भी सोच हो, ये देवता रंग-बिरंगी हिन्दू संस्कृति के अभिन्न अंग हैं।