regalism Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
regalism ka kya matlab hota hai
यथार्थवाद
Noun:
पदार्थवाद, यथार्थ, यथार्थवाद,
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regalityregally
regard
regard as
regardable
regardant
regarded
regardful
regardfully
regarding
regardless
regardless of
regards
regathered
regathering
regalism शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
यथार्थवाद और संदेहवाद ऐसे ही सिद्धांत हैं।
अपनी विचारधारा को प्रेमचंद ने आदर्शोन्मुख यथार्थवादी कहा है।
मेट्रो- वर्तमान में मेट्रो का डी.पी.आर. तैयार हो चुका है तथा चार-पांच वर्षों में पटना जंक्शन, नए बनते अन्तरराज्यीय बस अड्डा तथा उच्च न्यायालय को जोड़ती हुई मेट्रो यथार्थ होगी।
आदर्शोन्मुख यथार्थवाद उनके साहित्य की मुख्य विशेषता है।
पदार्थवादी दर्शन का विकास किया ,पेशेल ने वेर्गलीचेण्ड शब्द का प्रयोग किया जिससे रिटर के विचारों का खंडन किया ।
गुजरात सरकार दृष्टिवाद (Immaterialism या Subjective Idealism), पदार्थवाद का अस्वीकार है।
सेवासदन के दौर में वे यथार्थवादी समस्याओं को चित्रित तो कर रहे थे लेकिन उसका एक आदर्श समाधान भी निकाल रहे थे।
इनके संपर्क से उसे पदार्थवाद के विरुद्ध आदर्शवादी अथवा प्रत्ययवादी तर्कों का ज्ञान हुआ।
जगत के विषय में सामान्य दृष्टिकोण का विस्तार करने तथा सामान्य आधारों व नियमों का करने, यथार्थ के विषय में चिंतन की तर्कबुद्धिपरक, तर्क तथा संज्ञान के सिद्धांत विकसित करने की आवश्यकता से दर्शनशास्त्र का एक विशिष्ट अनुशासन के रूप में जन्म हुआ।
मार्ग में हनुमान को राक्षस होने के सन्देह में भरत ने बाण मार कर मूर्छित कर दिया परन्तु यथार्थ जानने पर अपने बाण पर बैठा कर वापस लंका भेज दिया।
मैक्डूगल के अनुसार, मनोविज्ञान, आचरण एवं व्यवहार का यथार्थ विज्ञान है ।
१९३६ तक आते-आते महाजनी सभ्यता, गोदान और कफ़न जैसी रचनाएँ अधिक यथार्थपरक हो गईं, किंतु उसमें समाधान नहीं सुझाया गया।
प्रेमचंद साहित्य की वैचारिक यात्रा आदर्श से यथार्थ की ओर उन्मुख है।
भाषा-विज्ञान पदार्थवाद की मुख्य धारणाएँ ये हैं -।
इनमें अंतिम धारणा मिथ्या ज्ञान का समाधान नहीं कर सकती, इसलिये कुछ पदार्थवादी कहते हैं कि हम पदार्थों को नहीं, अपितु उनके चित्रों को देखते हैं।
दर्शन यथार्थ की परख के लिये एक दृष्टिकोण है।
पदार्थवाद के अनुसार ज्ञान का विषय ज्ञाता से स्वाधीन अस्तित्व रखता है और होने या न होने से उसकी स्थिति में कोई भेद नहीं पड़ता।
ब्रनो में देश की तीनों इचाचासर्व-उच्च अदालतों स्थित हैं जो इसको चेक अदालती शाखा की यथार्थ राजधानी बनाते हैं।
इस प्रकार पदार्थवाद का समर्थन करते हुए भी स्टोइक दार्शनिकों ने संसार की व्यवस्था, संगति, सुंदरता आदि की व्याख्या के निमित्त एवं व्यापक चेतन प्रयोजन खोज लिया।
आलोचनात्मक पदार्थवाद द्रव्यवाद और दृष्टिवाद में समन्वय करने का यत्न करता है।
आधुनिक काल में नवीन पदार्थवाद और आलोचनात्मक पदार्थवाद के कुछ अमरीकी समर्थक हुए हैं।
नवीन पदार्थवाद पदार्थों का स्थान गुणसमूहों को देता है और इनके साथ देश और काल को भी अंतिम सत्ता का अंश मानता है।
वे जीवनभर हिंदू जीवन को भारतीय जीवन का यथार्थ मानते रहे।