rampsman Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
rampsman ka kya matlab hota hai
रैम्प्समैन
Noun:
मांझी, मल्लाह, पार उतारने के बेड़े का मल्लाह,
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rampsman शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
इनमें सबसे लोकप्रिय संथाल आदिविद्रोही तिलका मांझी हैं।
इन पहाड़िया लड़ाकों में सबसे लोकप्रिय आदिविद्रोही जबरा या जौराह पहाड़िया उर्फ तिलका मांझी हैं।
1780'ndash;1785: तिलका मांझी के नेतृत्व में मांझी विद्रोह जिसमें भागलपुर में 1785 में तिलका मांझी को फांसी दी गयी थी।
जबरा पहाड़िया (तिलका मांझी) भारत में ब्रिटिश सत्ता को चुनौती देने वाले पहाड़िया समुदाय के वीर आदिवासी थे।
मछली का पेट फाड़कर मल्लाहों ने एक बालक और एक कन्या को निकाला और राजा को सूचना दी।
जेल रोड, तिलकामांझी स्थित इग्नू के क्षेत्रीय केन्द्र ने यहाँ कई नए पाठ्यक्रम आरम्भ किये हैं और बांका, मुंगेर और भागलपुर के भीतरी हिस्सों में अपने नए केन्द्रों और प्रोजेक्ट्स के माध्यम से उच्च शिक्षा को सर्वसुलभ बनाने में योगदान दे रहा है।
इसके अतिरिक्त अन्य जाति के लोग जैसे: कायस्थ, मुस्लिम, धोबी, नाई, बढई, खतबे, धानुक, मोची, मल्लाह, इत्यादि भी हैं।
[१ reported] अंत में उसे निषाद समुदाय के नेता विशम्भर प्रसाद निषाद, (नाविकों और मछुआरों के मल्लाह समुदाय का दूसरा नाम) के हस्तक्षेप के बाद 1994 में पैरोल पर रिहा किया गया था।
बदले की आग में बालक बैजू सिपाहियों के खेमे से एक तलवार चुरा लेता है और जब सिपाही उसका पीछा करते हैं तो गांव के एक पण्डित शंकरानन्द मनमोहन कृष्णा उसकी जान बचाते हैं और वह उनके साथ रहने लगता है जहाँ उसकी दोस्ती एक मल्लाह की लड़की गौरी (बेबी तबस्सुम) से हो जाती है।
तिलका मांझी संताल थे या पहाड़िया इसे लेकर विवाद है।
सिंगारसी पहाड़, पाकुड़ के जबरा पहाड़िया उर्फ तिलका मांझी के बारे में कहा जाता है कि उनका जन्म 11 फ़रवरी 1750 ई. में हुआ था।
सूढ़ी,मानकि,मांझी आदि अनेक जातियों के समुदायों (OBC,ST,SC) सभी आपस में मिलजुलकर पुरे हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।
इस प्राकृतिक मुँगिया रुकावट के केवल दक्षिणी छोर के पास 2 खुले रास्ते है, जो मालदीवज के क्षेत्रीय पानी द्वारा जहाजों को भारतीय महासागर के एक किनारे से दूसरे किनारे तक सुरक्षित मल्लाही देता है।
बालक को तो राजा ने पुत्र रूप से स्वीकार कर लिया किंतु बालिका के शरीर से मत्स्य की गंध आने के कारण राजा ने मल्लाह को दे दिया।
मध्य प्रदेश में पर्यटन आकर्षण तिलका माँझी, संथाल समुदाय के थे संताली:ᱵᱟᱵᱟ ᱛᱤᱞᱠᱟᱹ ᱢᱟᱡᱷᱤ) (जन्म 11 फ़रवरी 1750 13 जनवरी 1785) तिलका मांझी भारत के आदिविद्रोही हैं।
एक निम्न वर्ग में उनका जन्म उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गाँव गोरहा का पूर्वा में एक मल्लाह के घर हुआ था।
हिन्दू समुदाय के मल्ल-सैंथवार, अहिर, कोइरी, कुर्मी,बाभन/भूमिहार, ब्राह्मण राजपूत, कायस्थ, चमार, डोम, दुसाद, मुसहर, पासी, बीन, मल्लाह, भर, बारी, कुम्हार, भेड़िहार, हजाम, आदि जातियाँ निवास करती हैं और मुस्लिम समुदाय की शेख, पठान, अंसारी (जुलाहा), देवान, कुरैशी, चुड़ीहार, मिसकार, गद्दी, राकी इत्यादि ।
हजारों की भीड़ के सामने जबरा पहाड़िया उर्फ तिलका मांझी हंसते-हंसते फांसी पर झूल गए।
वह मल्लाह से उसे उस पार पहुँचाने का अनुरोध करता है लेकिन यमुना में बाढ़ आई होती है और मल्लाह उसे मना कर देता है।
दूसरी ओर कुछ विद्वानों के कथानानुसार उसका जन्म पंजाब के चणक क्षेत्र के निषाद बस्ती में हुआ था जो वर्तमान समय में चंडीगढ़ के मल्लाह नामक स्थान से सूचित किया जाता है, इसलिए उसे चाणक्य कहा गया है, यद्यपि इस संबंध में कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं मिलता है।
भागलपुर शहर में तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (1960) से संबद्ध तेजनारायण बनैली कॉलेज , मारवाड़ी कॉलेज , भागलपुर इंजिनीयरिंग कॉलज, जे .एल .एन .मेडिकल कॉलेज, ताड़र कॉलेज ताड़र (दोगच्छी के नजदीक स्थित हैं )और अनेक महाविद्यालय है।
15. किरिञ बापला: जब लड़की किसी लड़के से गर्भवती हो जाती है तो जोग मांझी अपने हस्तक्षेप से सम्बंधित व्यक्ति के विवाह न स्वीकार करने पर लड़की के पिता को कन्या मूल्य दिलवाता है ताकि लड़की का पिता उचित रकम से दूसरा विवाह तय कर सके।
1874: खेरवार आंदोलन भागीरथ मांझी के नेतृत्व में।