qawwal Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
qawwal ka kya matlab hota hai
कव्वाल
Noun:
कव्वाली,
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qawwal शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
|चरणदास ||कव्वाली गायक||विशेष उपस्थिति।
अमीर ख़ुसरो, (कव्वाली, गज़ल संगीतकार)।
फिल्म संगीत, पॉप, गज़ल, भजन, भारतीय शास्त्रीय संगीत, क्षेत्रीय गीत, कव्वाली, रवीन्द्र संगीत और नजरूल गीत इनके गीतों में सम्मिलित है।
कव्वाली की विषय सामग्री ।
|1979 || मुकाबला || कव्वाली गायक ||।
इस फिल्म का एक कव्वाली 'आहें ना भरी शिकवें ना किए, कुछ भी ना जुवां से काम लिया' श्रोताओं के बीच बहुत लोकप्रिय हुई।
उनका दूसरा बेटा अॅन्थनी गोंजाल्विस (अमिताभ बच्चन) शराब का व्यापारी है, और सबसे छोटा बेटा, अकबर इलाहाबादी (ऋषि कपूर) कव्वाली गायक है।
हर वर्ष मई-जून महीने में यहां उर्स का आयोजन होता है, जिसमे देश भर के जानेमाने कव्वाल बुलाये जाते हैं।
कव्वाली की विषय सामग्री ।
१३ अक्टूबर- नुसरत फतह अली खान, सूफी शैली के पाकिस्तानी कव्वाली गायक।
उनका दूसरा बेटा अॅन्थनी गोंजाल्विस (अमिताभ बच्चन) शराब का व्यापारी है, और सबसे छोटा बेटा, अकबर इलाहाबादी (ऋषि कपूर) कव्वाली गायक है।
कव्वाली का उदभव और विकास, ऐडम नैय्यर, लोक विरसा शोध संस्थान, इस्लामाबाद. 1988. ।
१३ अक्टूबर- नुसरत फतह अली खान, सूफी शैली के पाकिस्तानी कव्वाली गायक।
राजेश खन्ना - कव्वाली गायक।
इस फिल्म का एक कव्वाली 'आहें ना भरी शिकवें ना किए, कुछ भी ना जुवां से काम लिया' श्रोताओं के बीच बहुत लोकप्रिय हुई।
पुराने मशहूर कव्वाल ।
1945 में नूरजहां की आवाज में दक्षिण एशिया में पहली बार किसी महिला की आवाज़ में कव्वाली रिकॉर्ड की गई।
आज के मशहूर कव्वाल ।
|1997 || ग़ुलाम-ए-मुस्तफा || कव्वाली गायक ||।
'आहें न भरे, शिकवे न किए' यह कव्वाली उन्होंने जोहराबाई अंबालेवाली और अमीरबाई कर्नाटकी के साथ गाई।
कव्वाली गाँधीनगर (Gandhinagar) भारत के गुजरात राज्य के गांधीनगर ज़िले में स्थित एक नगर है।
|1979 || मुकाबला || कव्वाली गायक ||।
'आहें न भरे, शिकवे न किए' यह कव्वाली उन्होंने जोहराबाई अंबालेवाली और अमीरबाई कर्नाटकी के साथ गाई।
1945 में नूरजहां की आवाज में दक्षिण एशिया में पहली बार किसी महिला की आवाज़ में कव्वाली रिकॉर्ड की गई।
संजय दत्त - कव्वाली गायक।
संजय दत्त - कव्वाली गायक।
शाम को महल में उम्दा ठंडाई, मिठाई और पान इलायची से मेहमानों का स्वागत किया जाता था और मुशायरे, कव्वालियों और नृत्य-गानों की महफ़िलें जमती थीं।
राजेश खन्ना - कव्वाली गायक।
फिल्म संगीत, पॉप, गज़ल, भजन, भारतीय शास्त्रीय संगीत, क्षेत्रीय गीत, कव्वाली, रवीन्द्र संगीत और नजरूल गीत इनके गीतों में सम्मिलित है।
|1997 || ग़ुलाम-ए-मुस्तफा || कव्वाली गायक ||।