pyot Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
pyot ka kya matlab hota hai
पायोट
Noun:
गमला, भांड, पात्र,
Verb:
गोली मारना, गमलों में पेड़ लगाना, पात्र में रखना,
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pyot शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
राज्य में सूचना के अधिकार के लिए 1990 के दशक में जनान्दोलन की शुरूआत हुई, जिसमें मजदूर किसान शक्ति संगठन(एम.के.एस.एस.) द्वारा अरूणा राय की अगुवाई में भ्रष्टाचार के भांडाफोड़ के लिए जनसुनवाई कार्यक्रम के रूप में हुई।
नक़ल भांड अ नेटुआ के।
पुर्तगाली- अचार, आलपीन, कारतूस, गमला, चाबी, तिजोरी, तौलिया, फीता, साबुन, तंबाकू, कॉफी, कमीज आदि।
रामकृष्ण गोपाल भांडारकर।
इलाहाबाद के एक प्रबुद्ध नागरिक श्री संगमलाल अग्रवाल ने महिलाओं को शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से इसकी स्थापना की थी जिसकी प्रधानाचार्या महादेवी वर्मा को बनाया गया था।
(डिपे क्षेत्रीय हेस्सियन बोली है, जर्मनी के दूसरे क्षेत्रों में यह नहीं समझा जाता है, जिसका अर्थ "पॉट" (गमला) या "जार" (मटका) है।
यहां के प्रमुख मंदिरों में 11वीं-12वीं सदी में बना भांडदेवल मंदिर है।
भांडारकर प्राच्य शोध संस्थान, पुना को हिंदू महाकाव्य, महाभारत के प्रकाशन और गेस्ट हाउस के निर्माण के लिए पैसे की जरूरत थी।
(८) भांडीर कूप (भाडीर बन),।
युग प्रवर्तक हित हरिवंश महाप्रभु ब्रज में यमुना तट पर मानसरोवर के निकट भांडीरवन के भंवरनीनामक निकुंज में संवत् 1609की आश्विन पूर्णिमा (शरद पूर्णिमा) की रात्रि को प्रिया जी! आप कहां हो? कहां हो? कहते हुए और देखते ही देखते लोक दृष्टि से ओझल हो गए।
मन्द लोकल सभी स्टेशनों पर रुकती है, जबकि तीव्र लोकर के हॉल्ट बायकुला, दादर, कुर्ळा, घाटकोपर, विखरोली, भांडुप, मुलुंड, ठाणे, डोंभिवली, एवं कल्याण पर ही रुकती हैं।
महादेवी जी ने इस संस्था को अपने आप से इस तरह जोड़ लिया था कि दोनों एक दूसरे के पर्याय बन गए थे और धीरे-धीरे वह दिन भी आया, जब प्रयागवासी ही यह भूल गए कि प्रयाग महिला विद्यापीठ की स्थापना संगमलाल अग्रवाल ने की थी।
श्री शल्य इसके प्रबंध सम्पादक थे और डॉ॰ रामनाथ कौल, प्रो॰ संगमलाल पाण्डेय एवं श्री अर्जुन चौबे काश्यप इसके सम्पादक-मण्डल में थे।
उनके पिता का नाम पुरुषोत्तमदास और पितामह का नाम संगमलाल अग्रवाल था जो काशी के धनीमानी व्यक्ति थे।
इस काल में उन्होंने कलाबाजों, भांडों, मसखरों, सितारवादकों के चित्र बनाए।
महादेव गोविंद रानडे, रा.ग. भांडारकर, विठ्ठल रामजी शिंदे, गोपाल कृष्ण गोखले, महात्मा फुले जैसे समाजसुधारक व राष्ट्रीय ख्याती के नेता पुणे से थे।
फूलों वाली बाल्टी को ठंडे और स्वच्छ स्थान पर रखना चाहिए, ताकि फूलों पर मिट्टी धूल न लग सके फूलों से गमला बनाते समय आवश्यकतानुसार तनों को छोटा करने की स्थिति में उनकी कटाई करनी चाहिए।
धीरे बढ़ने वाले पौधे गर्म व आद्र जलवायु में तीन-चार वर्ष व शुष्क जलवायु में चार-छह वर्ष बाद गमला बदलना चाहिए।
वह ऐसा रमणीय उद्यान नहीं जिसमें भाँति-भाँति के फूल, बेल-बूटे सजे हुए हैं, बल्कि एक गमला है जिसमें एक ही पौधे का माधुर्य अपने समुन्नत रूप में दृष्टिगोचर होता है।
व्यंग्य और भांड के निर्माण में भी कम ही लेखक उसके समतुल्य हैं।
संगमलाल जी इन परीक्षाओं के द्वारा महिलाओं मे शिक्षा का प्रसार करना चाहते थे।
इस अधिवेशन का उद्घाटन प्रयाग के प्रसिद्ध भाषा-शास्त्री डॉ॰ बाबूराम सक्सेना ने किया था तथा व्यवस्था में प्रमुख योगदान प्रो॰ संगमलाल पाण्डेय, डॉ॰ धर्मेन्द्र गोयल तथा अर्जुन चौबे काश्यप का था।
गमला बदलने से तात्पर्य पौधे को निकालकर दुबारा से लगाना है।
कुछ समय हुआ, प्रसिद्ध अन्वेषी विद्वान् मुनि जिनविजय को जैन भांडरों में दो 'जैन प्रबंध' संग्रहों की एक एक प्रति मिली, जिनमें 'पृथ्वीराज प्रबंध' और 'जयचंद प्रबंध' सकलित थे।
पुर्तगाली- अचार, आलपीन, कारतूस, गमला, चाबी, तिजोरी, तौलिया, फीता, साबुन, तंबाकू, कॉफी, कमीज आदि।