primtive Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
primtive ka kya matlab hota hai
आदिम
Adjective:
मौलिक, असभ्य, प्राथमिक, प्राचीन, आदिम,
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primtive शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
२० वर्ष पूर्व के आँकड़ों के अनुसार एस्पेरांतो भाषा में उस समय तक ४,००० से अधिक मौलिक और अनूदित पुस्तके प्रकाशित हो चुकी थीं और १०० से अधिक मासिक पत्र नियमित रूप से प्रकाशित होते थे।
बाइबिल (प्राचीन धर्मनियम) ने अब्राहम सरीखे रक्तपिपासु, भयंकर हिंसक राजाओं और असभ्य रानियों के विषय में भी दर्शाया है।
अश्लील- अशिष्ट, ग्राम्य, बेशर्म, गंदा, अभद्र, कुत्सित, फूहड़, लज्जास्पद, लज्जाकर, लज्जाप्रद, बुरा, अपकीर्तिकर, खराब, शर्मनाक, असंस्कृत, गँवारू, भद्दा, देहाती, ओछा, कमीना, असभ्य, अविनीत, अयोग्य, अनुचित, लचर।
अश्लीलता- असभ्यता, बेहूदगी, भद्दापन, गँवारपन, अशिष्टता, बेशर्मी, अभद्रता, फूहड़पन, ओछापन, कमीनापन।
आधुनिक काल में कांट ने कर्तव्य के प्रत्यय को मौलिक प्रत्यय का स्थान दिया।
रिडल परिवार की तरह गॉण्ट परिवार भी स्थानीय नागरिकों में बदनाम थे क्योंकि वे एक तो मलीन इलाके में रहते थे और दूसरा अपने शातिर व्यवहार के कारण उनकी छवि असभ्य और लोगों को डराने धमकाने वाली बन गयी थी।
एक व्यक्ति जो निर्धन है, सस्ते वस्त्र पहने है, वह असभ्य तो कहा जा सकता है परन्तु वह सबसे अधिक सुसंस्कृत व्यक्ति भी कहा जा सकता है।
लगभग 700,000 शोधकर्ताओं शेयर एक अमेरिका में 94 130 अरब डॉलर का अनुसंधान एवं विकास बजट, विश्व में तीसरी सबसे बड़ी [.] जापान मौलिक वैज्ञानिक अनुसंधान में एक विश्व नेता हैं, होने भी भौतिकी में तेरह नोबेल पुरस्कार विजेताओं का उत्पादन किया, रसायन विज्ञान या चिकित्सा, 95 तीन फील्ड्स पदक 96 और एक गॉस पुरस्कार विजेता।
सर्वोच्च न्यायालय के मूल न्ययाधिकार में मौलिक अधिकारों के हनन के इलावा राज्यों और केंद्र, और दो या दो से अधिक राज्यों के बीच के विवाद आते हैं।
इन तत्वों और घटनाओं का मौलिक अध्ययन खगोल विज्ञान में किया जाता है।
धार्मिक सहिष्णुता और जातिगत सहिष्णुता का आपस का अन्योन्याश्रित सम्बन्ध नेपाल की अपनी मौलिक संस्कृति है।
यद्यपि यहाँ वह रोमन सैन्यदल नहीं था बल्कि तालपत्रों से युक्त पादरी और भिक्षापात्र लिए संत थे, जो हजारों की संख्या में हँसते हँसते मृत्यु की भेंट चढ़ गए, उन्होंने यूरोप के विकराल और असभ्य जनों के बीच बाइबिल के संदेशों का प्रचार किया।
वही दूसरी ओर स्थिति , मंशा व दर्शन के आधार पर लागू व्यवस्था जैसे शैविक व्यवस्था (विदथ-गण- सभा-समिति, पंचायत -महापंचायत ,जनपद -महाजनपद आदि ) और वैष्णव व्यवस्था (जमीदार ,सामन्त व अन्य द्वैत व्यवस्था ) को असभ्य मानती है यही कारण रहा की सिर्फ धर्म ही हिन्दुओ की सभ्य व्यवस्था के तौर पर जानी जाती है ।
इस प्रकार भाषा-विज्ञान केवल सभ्य-साहित्यिक भाषाओं का ही अध्ययन नहीं करता अपितु असभ्य-बर्बर-असाहित्यिक बोलियों का, जो प्रचलन में नहीं है, अतीत के गर्व में खोई हुई हैं उन भाषाओं का भी अध्ययन इसके अन्तर्गत होता है।
अमेरिकी दार्शनिक विलियम जेम्स (William James) ने १८९० में अपनी मौलिक पुस्तक मनोविज्ञान के सिद्धांत (Principles of Psychology) में कई ऐसे प्रश्नों की नीव रखी जिन पर आने वाले कई वर्षों में मनो वैज्ञानिकों (psychologist) ने अपना ध्यान केन्द्रित किया।
जैज मौलिकता और कामचलाऊ व्यवस्था पर काफी निर्भर करता है कि एक मजेदार नृत्य शैली है।
बाबर के चचेरे भाई मुहम्मद हैदर ने लिखा है कि उस समय, जब चुगताई लोग असभ्य तथा असंस्कृत थे तब उन्हे ज़हीरुद्दीन मुहम्मद का उच्चारण कठिन लगा।
अभद्र- असभ्य, अविनीत, अकुलीन, अशिष्ट।
इसी कारण से प्रत्येक सभ्य तथा असभ्य समाज में कहानियाँ पाई जाती हैं।
योग साधना पर मौलिक ग्रन्थ लिखे।
गाँधी जी द्वारा मौलिक रूप से लिखित पुस्तकें चार हैं-- हिंद स्वराज, दक्षिण अफ्रीका के सत्याग्रह का इतिहास, सत्य के प्रयोग (आत्मकथा), तथा गीता पदार्थ कोश सहित संपूर्ण गीता की टीका।
बाइबिल (नवीन धर्मनियम) के शब्दों ने उन असभ्यों का आंशिक रूप से सभ्य बनाया।
जिसने रोम को एक भारी औपनिवेशिक प्रान्त बना दिया. इससे असभ्य लैटिन आ गयी और तीव्र रोमानीकरण की अवधि शुरू हुई, जिसने प्रोटो रोमानियन लोगों को जन्म दिया.।
इसी क्रम में नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी ने सन् १९५४ में हिन्दी में मौलिक तथा प्रामाणिक विश्वकोश के प्रकाशन का प्रस्ताव भारत सरकार के सम्मुख रखा।
राष्ट्रभाषा हिंदी में एक मौलिक एवं प्रामाणिक विश्वकोश के प्रणयन की योजना हिंदी साहित्य के सर्जन में संलग्न नागरीप्रचारिणी सभा, काशी ने तत्कालीन सभापति महामान्य पं॰ गोविंद वल्लभ पंत की प्रेरणा से निर्मित की जो आर्थिक सहायता हेतु भारत सरकार के विचारार्थ सन् 1954 में प्रस्तुत की गई।