<< prams prance >>

prana Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)


prana ka kya matlab hota hai


प्राण

Noun:

प्राण,



prana शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:



!width15%| महाप्राणअघोष।

!width15%| अल्पप्राणघोष।

!width15%| महाप्राणघोष।

मनुष्य ही ऐसा प्राणी है जो इस लोक में पाप और पुण्य, दोनो कर्म भोग सकता है और मोक्ष प्राप्त कर सकता है।

१२०-प्राणाग्निहोत्रोपनिषद् (कृष्णयजुर्वेदीय)।

अन्य भारतीय विद्वानों में डॉ॰ नरेन्द्रनाथ ला (स्टडीज इन ऐंशेंट हिंदू पॉलिटी, 1914), श्री प्रमथनाथ बनर्जी (पब्लिक ऐडमिनिस्ट्रेशन इन ऐंशेंट इंडिया), डॉ॰ काशीप्रसाद जायसवाल (हिंदू पॉलिटी), प्रो॰ विनयकुमार सरकार (दि पाज़िटिव बैकग्राउंड ऑव् हिंदू सोशियोलॉजी), प्रो॰ नारायणचंद्र वंद्योपाध्याय, डॉ॰ प्राणनाथ विद्यालंकार आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।

संगीत से आध्यात्म तथा मोक्ष की प्रप्ति के साथ भारतीय संगीत के प्राण भूत तत्व रागों के द्वारा मनः शांति, योग ध्यान, मानसिक रोगों की चिकित्सा आदि विशेष लाभ प्राप्त होते है।

| ढ़ (/ ɽh /)|| पढ़ना || महाप्राण मूर्धन्य उत्क्षिप्त || Aspirated retroflex flap || -।

!width15%|अल्पप्राणअघोष।

!width15%|महाप्राणअघोष।

शुक्राचार्य ने ही शिव की कठोर तपस्या कर मृत संजीवनी विद्या प्राप्त की, जिससे वह मृत शरीर में फिर से प्राण फूंक देते थे।

स्वर-व्यंजन, कोमल-कठोर, अल्पप्राण-महाप्राण, अनुनासिक्य-अन्तस्थ-उष्म इत्यादि वर्गीकरण भी वैज्ञानिक हैं।

हिन्दू धर्म के अनुसार संसार के सभी प्राणियों में आत्मा होती है।

दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि मनोविज्ञान एक ऐसा विज्ञान है जो क्रमबद्ध रूप से (systematically) प्रेक्षणीय व्यवहार (observable behaviour) का अध्ययन करता है तथा प्राणी के भीतर के मानसिक एवं दैहिक प्रक्रियाओं जैसे - चिन्तन, भाव आदि तथा वातावरण की घटनाओं के साथ उनका संबंध जोड़कर अध्ययन करता है।

शुक्राचार्य ने ही शिव की कठोर तपस्या कर मृत संजीवनी विद्या प्राप्त की, जिससे वह मृत शरीर में फिर से प्राण फूंक देते थे।

हिन्दू धर्म के अनुसार हर चेतन प्राणी में एक अभौतिक आत्मा होती है, जो सनातन, अव्यक्त, अप्रमेय और विकार रहित है।

मनुष्य ही ऐसा प्राणी है जो इस लोक में पाप और पुण्य, दोनो कर्म भोग सकता है और मोक्ष प्राप्त कर सकता है।

जैव भूगोल की एक उप-शाखा है जंतु भूगोल (Animal Geography) जिसमें विभिन्न प्राणियों के स्थानिक वितरण और विशेषताओं का विश्लेषण किया जाता है।

प्राणाग्नि-होत्र कृष्ण यजुर्वेद, सामान्य उपिनषद्।

अन्य भारतीय विद्वानों में डॉ॰ नरेन्द्रनाथ ला (स्टडीज इन ऐंशेंट हिंदू पॉलिटी, 1914), श्री प्रमथनाथ बनर्जी (पब्लिक ऐडमिनिस्ट्रेशन इन ऐंशेंट इंडिया), डॉ॰ काशीप्रसाद जायसवाल (हिंदू पॉलिटी), प्रो॰ विनयकुमार सरकार (दि पाज़िटिव बैकग्राउंड ऑव् हिंदू सोशियोलॉजी), प्रो॰ नारायणचंद्र वंद्योपाध्याय, डॉ॰ प्राणनाथ विद्यालंकार आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।

अन्य भारतीय विद्वानों में डॉ॰ नरेंद्रनाथ ला (स्टडीज इन ऐंशेंट हिंदू पॉलिटी, 1914), श्री प्रेमथनाथ बनर्जी (पब्लिक ऐडमिनिस्ट्रेशन इन ऐंशेंट इंडिया), डॉ॰ काशीप्रसाद जायसवाल (हिंदू पॉलिटी), प्रो॰ विनयकुमार सरकार (दि पाज़िटिव बैकग्राउंड ऑव् हिंदू सोशियोलॉजी), प्रो॰ नारायणचंद्र वन्द्योपाध्याय, डॉ॰ प्राणनाथ विद्यालंकार आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।

इस तरह देवनागरी लिपि न केवल भारत के अंदर सारे प्रांतवासियों को प्रेम-बंधन में बांधकर सीमोल्लंघन कर दक्षिण-पूर्व एशिया के पुराने वृहत्तर भारतीय परिवार को भी ‘बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय‘ अनुप्राणित कर सकती है तथा विभिन्न देशों को एक अधिक सुचारू और वैज्ञानिक विकल्प प्रदान कर ‘विश्व नागरी‘ की पदवी का दावा इक्कीसवीं सदी में कर सकती है।

!width15%| अल्पप्राणअघोष।

हिन्दू धर्म के अनुसार संसार के सभी प्राणियों में आत्मा होती है।

अमेरिकी विश्विद्यालय में मनोविज्ञान के विभाग आज मनोविज्ञान (Psychology) वह शैक्षिक व अनुप्रयोगात्मक विद्या है जो प्राणी (मनुष्य, पशु आदि) के मानसिक प्रक्रियाओं (mental processes), अनुभवों तथा व्यक्त व अव्यक्त दाेनाें प्रकार के व्यवहाराें का एक क्रमबद्ध तथा वैज्ञानिक अध्ययन करती है।

!width15%|महाप्राणघोष।

अभिषेक के अनुसार , किसी मानव मस्तिष्क में किसी जीव या प्राणी के संदर्भ में आए विचारों का मानव मस्तिष्क द्वारा निकले गए निष्कर्षों को परिभाषित करना मनोविज्ञान कहलाता हैं।

दैहिक मनोविज्ञान में मनोविज्ञानियों का कार्यक्षेत्र प्राणी के व्यवहारों के दैहिक निर्धारकों (Physical determinants) तथा उनके प्रभावों का अध्ययन करना है।

| ड़ (/ ɽ /)|| पेड़ || अल्पप्राण मूर्धन्य उत्क्षिप्त || Unaspirated retroflex flap || -।

|छ chh; महाप्राण /c/।

हिन्दू धर्म के अनुसार हर चेतन प्राणी में एक अभौतिक आत्मा होती है, जो सनातन, अव्यक्त, अप्रमेय और विकार रहित है।

इसी प्रकार श्रीनिवास का सुझाव था कि महाप्राण वर्ण के लिए अल्पप्राण के नीचे ऽ चिह्न लगाया जाय।

!width15%|अल्पप्राणघोष।

जन्तु विज्ञान या प्राणि समस्त प्रकार के प्राणि जीवन की संरचना, वर्गीकरण तथा कार्यों का वैज्ञानिक अध्ययन है।

prana's Usage Examples:

In Sanskrit, prana is usually defined as breath, vitality of the spirit, or pure energy.


For fresh designs and sustainable fabrics, choose PrAna yoga clothing.


Considered a leader in the yoga clothing industry, PrAna uses organic cotton, low-impact dyes, and recycled materials for its colorful and diverse collections.


PrAna - Considered one of the premier producers of yoga clothing, you can choose from eco-friendly or traditional fabrics.


Evolve - This online merchandiser frequently carries name brands such as PrAna and Bluefish.


Men can opt for the PrAna JD shorts found at EverythingYoga.com.


Galen believed in a vital energy or creative force that he called pneuma similar to the Ayurvedic " prana.


If sustainability is a concern for you, look no further than prAna.


The practice of pranayama helps the yogi get the maximum benefit from this life force, also known as prana.


The yoga philosophy maintains that the breath is the most important facet of health, as the breath is the largest source of "prana," or life force, and hatha yoga uses "pranayama," which literally means the science or control of breathing.



prana's Meaning in Other Sites