phialled Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
phialled ka kya matlab hota hai
फालेड
Adjective:
सदल, दलमय,
People Also Search:
phiallingphials
phidippides
philadelphia
philadelphus
philadelphuses
philamot
philander
philandered
philanderer
philanderers
philandering
philanders
philanthrope
philanthropes
phialled शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
लल्लू लाल और सदल मिश्र को खड़ी बोली के उन्नायक अथवा इसको प्रगति प्रदान करनेवाला तो माना जा सकता है, परन्तु इन्हें खड़ी बोली का जन्मदाता कहना सत्य से युक्त तथा तथ्यों से प्रमाणित नहीं है।
हिन्दी ग्रन्थ नासिकेतोपाख्यान की रचना सदल मिश्र ने १८०३ ई. में किया है।
किसी अवांतर काल में इस आख्यान का विकास नासिकेतोपाख्यान के रूप में हुआ जिसमें मूल वैदिक कथा का विशेष परिवर्तन लक्षित होता है, इसके लघुपाठवाले आख्यान का सदल मिश्र ने हिंदी गद्य में अनुवाद किया था।
सदल मिश्र उन दिनों कलकत्ता के फोर्ट विलियम कॉलेज में कार्यरत थे।
सदल मिश्र का प्रयास इसलिये विशेष अभिनंदनीय है कि उनमें खड़ी बोली के अनुरूप गद्य लिखने और भाषा को व्यवहारोपयोगी बनाने का प्रयास विशेष लक्षित होता है।
| खड़ीबोली के गद्य की प्रथम पुस्तक || लल्लू लाल जी की प्रेम सागर (हिन्दी में भागवत का दशम् स्कन्ध) ; हिन्दी गद्य साहित्य का सूत्रपात करनेवाले चार महानुभाव कहे जाते हैं- मुंशी सदासुख लाल, इंशा अल्ला खाँ, लल्लू लाल और सदल मिश्र।
खड़ी बोली के गद्य का प्रारंभिक रूप उपस्थित करने वाले चार प्रमुख गद्यलेखकों में सदल मिश्र का विशिष्ट स्थान है।
साधारणत: लल्लू जी लाल, सदल मिश्र, इंशाअल्ला खाँ तथा मुंशी सदासुखलाल खड़ी बोली गद्य के प्रतिष्ठापक कहे जाते हैं परन्तु इनमें से किसी को भी इसकी परम्परा को प्रतिष्ठित करने का सौभाग्य प्राप्त नहीं है।
इनमें से दो गद्यलेखकों लल्लूलाल और सदल मिश्र ने फोर्ट विलियम कालेज में रहकर कार्य किया और मुंशी सदासुखलाल तथा सैयद इंशाउल्ला खाँ ने स्वतंत्र रूप से गद्यरचना की।
यहीं अपने कार्यकाल में लल्लूलाल ने अपने प्रमुख ग्रंथ 'प्रेमसागर' और सदल मिश्र ने 'नासिकेतोपाख्यान' तथा 'रामचरित्र' लिखा।
१८वीं शताब्दी में हिन्दू भी साहित्य में इसका व्यवहार करने लगे, पर पद्य में नहीं, केवल गद्य में; और तभी से मानों वर्तमान हिन्दी गद्य का जन्म हुआ, जिसके आचार्य मुंशी सदासुखलाल, लल्लू लाल और सदल मिश्र माने जाते हैं।
জজজ
कलकत्ते के फोर्ट विलियम कालेज में, नवागत अंग्रेज अफसरों के उपयोग के लिए, लल्लू लाल तथा सदल मिश्र ने गद्य की पुस्तकें लिखकर हिन्दी के खड़ी बोली गद्य की पूर्वपरम्परा के विकास में कुछ सहायता दी।
हिन्दी साहित्य सदल मिश्र (जन्म 1767-68 ई0 तथा मृत्यु 1847-48) फोर्ट विलियम कॉलेज से संबद्ध १८वीं सदी के आरंभिक दौर के चार प्रमुख गद्यकारों में से एक हैं।