pasan Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
pasan ka kya matlab hota hai
सफल होना
Noun:
प्रतिमापूजक, नास्तिक, बुतपरस्त,
Adjective:
बुतपरस्त का, बुतपरस्ती का,
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pasan शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
उत्तर कोरिया अपने आप को एक नास्तिक देश मानता है यहाँ पर कोई आधिकारिक पन्थ भी नहीं है साथ ही सार्वजनिक रूप से पन्थ को एक हासिए पे ही रखा जाता हैं।
इसके बिल्कुल विपरीत उनके पिता गोविन्द प्रसाद वर्मा सुन्दर, विद्वान, संगीत प्रेमी, नास्तिक, शिकार करने एवं घूमने के शौकीन, माँसाहारी तथा हँसमुख व्यक्ति थे।
वेदों में लिखे ध्यान के महत्व को ये तो मानते हैं पर ईश्वर की सत्ता से नास्तिक हैं।
वे प्रतिमापूजक के बीच इसाई धर्म में परिवर्तित करने के लिए यात्रा करते थे।
नास्तिक या अवैदिक दर्शन ।
इस प्रकार, विज्ञान की स्पष्टता और सरलता को नास्तिकता के खतरे तथा अंधविश्वासी उत्साह दोनों की भावनात्मक और आध्यात्मिक अतिशयोक्ति का मुकाबला करने के लिए एक रास्ते के रूप में देखा गया, और उसी समय पर, अंग्रेजी देवत्व की एक दूसरी लहर ने न्यूटन की खोजों का उपयोग एक "प्राकृतिक धर्म" की संभावना को प्रर्दशित करने के लिए किया।
निर्णायक तौर पर धर्म के समाजशास्त्र में किसी विशिष्ट धर्म से जुड़े सच्चाई के दावों का मूल्यांकन शामिल नहीं है, यद्यपि कई विरोधी सिद्धांतों की तुलना के लिए, पीटर एल.बर्गर द्वारा वर्णित, अन्तर्निहित 'विधिक नास्तिकता' की आवश्यकता हो सकती है।
दस्यु (अंग्रेजों के अनुसार दास या नीच रहे होंगे, परंतु दस्यु का अर्थ है वह जो नास्तिक हो तथा जो बुरे कार्यों को करता हो।
वैसे तो समस्त दर्शन की उत्पत्ति वेदों से ही हुई है, फिर भी समस्त भारतीय दर्शन को आस्तिक एवं नास्तिक दो भागों में विभक्त किया गया है।
यहाँ तक कि नास्तिक जोकि चार्वाक दर्शन को मानते हैं वह भी सनातनी हैं।
उसने धार्मिक चर्चाओं व वाद-विवाद कार्यक्रमों की अनोखी शृंखला आरम्भ की थी, जिसमें मुस्लिम आलिम लोगों की जैन, सिख, हिन्दु, चार्वाक, नास्तिक, यहूदी, पुर्तगाली एवं कैथोलिक ईसाई धर्मशस्त्रियों से चर्चाएं हुआ करती थीं।
0.7% लोगों ने स्वयं को नास्तिक या अधार्मिक बताया जबकि 0.1% ने कोई उत्तर नहीं दिया।
कहा जाता है की मदीना के संविधान के एक आरम्भिक दस्तावेज़ पर मुहम्मद साहब द्वारा ६२२ ईस्वी में मदीना की अग्रणी वंशावलियों से वार्तालाप किया गया था, जो स्पष्ट रूप से मदीना के यहूदी और प्रतिमापूजक नागरिकों को "उम्मा" के सदस्यों के रूप में संदर्भित करता है।
जो ईश्वर यानी शिव जी तथा वेदोक्त बातों जैसे न्याय, वैशेषिक, सांख्य, योग, मीमांसा और वेदांत पर विश्वास करता है, उसे आस्तिक माना जाता है; जो नहीं करता वह नास्तिक है।