overstain Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
overstain ka kya matlab hota hai
अतिरंजित
People Also Search:
overstainsoverstate
overstated
overstatement
overstatements
overstates
overstating
overstay
overstayed
overstaying
overstays
overstep
overstepped
overstepping
oversteps
overstain शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
अपने आश्रयदाता राजाओं की अतिरंजित प्रशंसा करते थे।
(३) अभिव्यंजनावादी (एक्स्पेशनिस्ट) जो अतिरंजित अभिनय करते थे,।
चन्देला कवि जगनिका का आल्हा-खण्ड (या आल्हा रासो) भी चन्देलों के खिलाफ पृथ्वीराज के युद्ध का अतिरंजित वर्णन प्रदान करता है।
अडोर्नो ने यह दर्शाया है-जिन व्यक्तियों में यह सोचने की अतिरंजित प्रवृत्ति है कि उनका अपना समूह अथवा जाति, अन्य जातियों से अत्यन्त श्रेष्ठ है, उनका सामान्य दृष्टिकोण रुढ़िवादी होता है तथा वे शक्ति की प्रशंसा व पराजितों से घृणा करते हैं जिससे वे दूसरों को अपने समान स्थान देने को तैयार नहीं होते।
अतिरंजित अभिनय तो कभी करना ही नहीं चाहिए।
खगोल भौतिकीविद् मारियो लिवियो ने हाल ही में इस दावे पर संदेह जताया है, यह सुझाव देते हुए कि यह अतिरंजित हो सकता है।
জজজ
हालांकि, यह अतिरंजित लेखनों से भरा है जिनमें से कई इतिहास के उद्देश्यों के लिए बेकार हैं।
नाटक के क्षेत्र में गृहयुद्ध के पहले रॉबर्ट मांटगोमरी बर्ड और जॉर्ज हेनरी बोकर अतुकांत दु:खांत नाटकों के लिए और डियर बूसीकॉल्ट अतिरंजित घटनाओं से पूर्ण नाटकों के लिए साधारण रूप में उल्लेखनीय हैं।
किंतु इस कल्पना में बालिकावध एवं अपहरण द्वारा विवाह का अत्यधिक अतिरंजित और अवास्तविक चित्रण है।
इन लयवादियों में से मेयरहोल्द तो आगे चलकर कुछ प्रकृतिवादी हो गया किंतु लियोपोल्ड जेस्सवर, निकोलसऐवरेनोव आदि अभिव्यंजनावादी, या यों कहिए कि अतिरंजित अभिनयवादी लोग कुछ तो रूढ़िवादियों की प्रणालियों का अनुसरण करते रहे और कुछ मनोवैज्ञानिक प्रकृतिवादी पद्धति का।
ये ही छह आवेग अतिरंजित होने अथवा अनुपयुक्त विषयों के साथ संलग्न होने पर मनोविकार बन जाते हैं और अंतिम रूप में अनेक प्रकार के उन्मादों का रूप ले लेते हैं।
आश्रयदाताओं की अतिरंजित प्रशंसाएं, युद्धों का सुन्दर वर्णन, श्रृंगार-मिश्रित वीररस का आलेखन वगैरह इस साहित्य की प्रमुख विशेषताएं हैं।
उसने हैमलेट के संवाद में श्रेष्ठ अभिनय के मूल तत्वों का समावेश करते हुए बताया है कि अभिनय में वाणी और शरीर के अंगों का प्रयोग स्वाभाविक रूप से करना चाहिए, अतिरंजित रूप से नहीं।