multination Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
multination ka kya matlab hota hai
बहुराष्ट्रीय
Noun:
कृषिकरण, जुताई, कृषि, खेती,
People Also Search:
multinationalmultinationals
multinomial
multinomials
multinucleate
multipage
multiparas
multiparity
multiparous
multipart
multipartite
multiparty
multipath
multiped
multipede
multination शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
तथा हल्की जुताई करके ठीक प्रकार से समतल कर लें।
किसान खेतों में जुताई करते और बीज डालते थे, जिसे नालों और नहरों से सिंचित किया जाता था।
जैसे- बाँध, तालाब व सिंचाई के अन्य साधनों का निर्माण, खानों का विकास, बंजर भूमि की जुताई, पशुपालन, वन्यविकास आदि।
बुरांस के कृषिकरण में निम्नलिखित बातें ध्यान देने योग्य हैं -।
- भूमि की जुताई वर्षा में या वर्षा के बाद सितम्बर अक्टूबर या फरवरी में करके छोड़ दें जिससे लवण भूमि की सतह पर एकत्र न हो।
-भूमि की जुताई 2-3 बार 14-20 सेमी गहरी की जाये खेत जुताई से पूर्व उसरीले पैच को 2 सेमी की सतह खुरपी से खुरचकर बाहर नाले में डाल दें।
परन्तु इसकी उपयोगिता तथा मांग को देखते हुए इसके कृषिकरण की आवश्यकता महसूस हो रही है क्योंकि अभी तक इसका बड़े स्तर तक कृषिकरण नहीं हो पाया है, इसका कृषिकरण काफी आसान है, यह काफी कम अवधि की फसल है, अतः इसकी खेती किसानों के लिए व्यवसायिक रूप से काफी लाभकारी सिद्ध हो सकती है।
यद्यपि अभी तक भुंई आवला प्राकृतिक रूप से ही काफी मात्रा में प्राप्त हो जाता रहा है तथा बड़े स्तर पर इसके कृषिकरण हेतु प्रयास नहीं किए गए हैं।
खेत की मिट्टी को बारीक और भुरभुरी करने के लिए गहरी जुताई करनी चाहिए।
इसके बछड़े बड़े होकर गाड़ी खींचते हैं एवं खेतों की जुताई करते हैं।
कहते हैं कि जब कुरू बहुत मनोयोग से इस क्षेत्र की जुताई कर रहे थे तब इन्द्र ने उनसे जाकर इस परिश्रम का कारण पूछा।
अपशिष्ट खेती (farming) खेत पर फ़सलों या पशुधन के कृषिकरण की प्रथा है।
इसके विपरीत, उष्णकटिबंधीय वनों का मानव गतिविधियों द्वारा जैसे कि भूमि का कृषिकरण करने से पर्यावरण का तीव्रता के साथ बदलाव होता है और इसे जीवों के विलुप्त होने के प्रमुख कारणों के रूप में देखा जाता है।
जंतुओं से ही अधिकांश खेतों की जुताई होती है।
कृषिकरण की इस परियोजना में वैसे औषधीय पादपों को शामिल किया जाना है जिसकी बाजार व्यवस्था सुनिश्चित हों।
प्राचीन मिस्रवासी, बोझा ढोने वाले जानवरों के रूप में गधे और बैलों का प्रयोग करते थे और उनसे खेतों में जुताई और मिट्टी में बीजारोपण करवाया जाता था।
ऋग्वेद के प्रथम और दसम मंडलों में बुआई, जुताई, फसल की गहाई आदि का वर्णन है।
गढ़ा ब्राह्मणों या राजपूतों की संपत्ति थी बल्लिया के पास लगभग 28,344 बीघा जुताई के तहत था, 12,50,000 बांधों का राजस्व का भुगतान किया और 200 कैवलरी और 2,000 फुट का योगदान दिया।