monosyllable Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
monosyllable ka kya matlab hota hai
एकाक्षर
Noun:
एकाक्षर,
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monosyllable शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
एकाक्षर, द्वयक्षर, त्र्यक्षर आदि के क्रम से काण्डयोजन है।
एकाक्षर, द्वयक्षर, त्र्यक्षर आदि के क्रम से काण्डयोजन है।
इसमें एकाक्षरी शब्द या शब्द भाग ही होते हैं और ये चीनी भावचित्र में लिखी जाती है (परम्परागत चीनी लिपि या सरलीकृत चीनी लिपि में)।
इस एकाक्षर ब्रह्म में ऊपर वाला भाग गणेश का मस्तक, नीचे का भाग उदर, चंद्रबिंदु लड्डू और मात्रा सूँड है।
बर्मी भाषा के अधिकांश शब्द एक या दो अक्षर (सिलैबल) के होते हैं किन्तु उनमें प्रत्यय जुड़ने के कारण उनका एकाक्षरीपन छिप जाता है।
| ३४८- || एकाक्षरी कोश।
इसे 'एकाक्षर परिवार' भी कहते हैं।
इसके चीनी भावचित्रों का अर्थ 'शुभ वन (जंगल)' है और इसका संक्षिप्त एकाक्षरी चिह्न '吉' (जी) है।
कारण कि इसके मूल शब्द प्राय: एकाक्षर होते हैं।
बर्मी भाषा के अधिकांश शब्द एक या दो अक्षर (सिलैबल) के होते हैं किन्तु उनमें प्रत्यय जुड़ने के कारण उनका एकाक्षरीपन छिप जाता है।
नाटककार की विशेषताएँ और नाटक का लक्ष्य ओरडिसिंधु (एकाक्षर छंद) में गाए जाते हैं।
तत्र द्विकोष्ठायां पंक्तौ एकाक्षरस्य विन्यासः।
पद्माशन में बैठ कर इसका जप करने से मन को शांति तथा एकाग्रता की प्राप्ति होती है, वैज्ञानिकों तथा ज्योतिषियों को कहना है कि ओउ्म तथा एकाक्षरी मंत्र का पाठ करने में दाँत, नाक, जीभ सब का उपयोग होता है जिससे हार्मोनल स्राव कम होता है तथा ग्रंथि स्राव को कम करके यह शब्द कई बीमारियों से रक्षा तथा शरीर के सात चक्र (कुंडलिनी) को जागृत करता है।
चीनी भावचित्रों में इसका संक्षिप्त एकाक्षरी चिह्न '黑' (हेइ) है।
श्रीमद्भगवद्गीता में भी ओंकार को एकाक्षर ब्रह्म कहा है।
इसमें एकाक्षरी शब्द या शब्द भाग ही होते हैं और ये चीनी भावचित्र में लिखी जाती है (परम्परागत चीनी लिपि या सरलीकृत चीनी लिपि में)।
यह शास्त्र प्रधानतः शाक्तों का ही है और इसके मंत्र प्रायः अर्थहीन और एकाक्षरी हुआ करते हैं ।
इसके चीनी भावचित्रों का अर्थ 'शुभ वन (जंगल)' है और इसका संक्षिप्त एकाक्षरी चिह्न '吉' (जी) है।
एकाक्षर कृष्ण यजुर्वेद, सामान्य उपिनषद्।
तत्र द्विकोष्ठायां पंक्तौ एकाक्षरस्य विन्यासः।
"एकाक्षर" अथवा "अनेकाक्षरों" के समूह पदों को भी संस्कृत की ही तरह चार भागों में विभक्त किया जाता है - नामय, आख्यात, उपसर्ग तथा निपात।
कारण कि इसके मूल शब्द प्राय: एकाक्षर होते हैं।
यह शास्त्र प्रधानतः शाक्तों का ही है और इसके मंत्र प्रायः अर्थहीन और एकाक्षरी हुआ करते हैं ।
चीनी भावचित्रों में इसका संक्षिप्त एकाक्षरी चिह्न '黑' (हेइ) है।
इस एकाक्षर ब्रह्म में ऊपर वाला भाग गणेश का मस्तक, नीचे का भाग उदर, चंद्रबिंदु लड्डू और मात्रा सूँड है।
३२-एकाक्षरोपनिषद् (कृष्णयजुर्वेदीय)।
Synonyms:
word, monosyllabic word,
Antonyms:
categoreme, antonym, synonym,