mistification Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
mistification ka kya matlab hota hai
मिस्टिफिकेशन
Noun:
ढकोसला, रहस्यवाद,
People Also Search:
mistifiedmistifies
mistify
mistily
mistime
mistimed
mistimes
mistiming
mistiness
misting
mistings
mistitle
mistletoe
mistletoe cactus
mistletoe rubber plant
mistification शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
धार्मिक ग्रन्थों में रहस्यवादी शब्दावली का प्रयोग प्राचीनकाल से प्रचलित है उसपर वैदिक शब्दावली सोने पे सुहागा का काम करती थी अत: उपरोक्त कथन प्रतीकात्मक भी हो सकता है।
वह जानता है कि जात-पाँत इस समाज में महज एक ढकोसला है जो आर्थिक वैषम्य के चलते चल रहा है।
फारसी रहस्यवाद में मुगल कालीन इस्लामी पाठ्य में फिरदौस को एक आदर्श पूर्णता का बाग बताया गया है।
समझौते वह ढकोसला १,५१३ ग्राहकों को क्षतिपूर्ति के प्रति अपनी आय का 50% भुगतान करने के लिए उसे आवश्यकता है।
टाटा समूह कबीर या कबीर साहेब जी 15वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी कवि और संत थे।
और (ऐ रसूल) न तो यहूदी कभी तुमसे रज़ामंद होगे न नसारा यहाँ तक कि तुम उनके मज़हब की पैरवी करो (ऐ रसूल उनसे) कह दो कि बस खु़दा ही की हिदायत तो हिदायत है (बाक़ी ढकोसला है) और अगर तुम इसके बाद भी कि तुम्हारे पास इल्म (क़ुरान) आ चुका है उनकी ख़्वाहिशों पर चले तो (याद रहे कि फिर) तुमको खु़दा (के ग़ज़ब) से बचाने वाला न कोई सरपरस्त होगा न मददगार (120)।
अमेरिका के प्रतिभूति और विनिमय आयोग ने स्ट्रैटन ओक्मान्ट को १९९२ मे यह कहते हुए बन्द करने को कहा कि, कंपनी ने निवेशकों को ढकोसला और शेयर की कीमतों में हेरफेर किया था।
इस्लाम में, धर्मशास्त्र, दर्शन, रहस्यवाद और न्यायशास्त्र समेत अधिकांश बौद्धिक विषयों, कुरान से चिंतित हैं या उनकी शिक्षाओं में उनकी नींव रखते हैं।
इसका दूसरा संस्करण सन १९२७ ई॰ में प्रकाशित हुआ, जिसमें आचार्य शुक्ल के अनुसार ३३ रचनाएँ और जोड़ी गयीं, जिनमें रहस्यवाद, अभिव्यंजना का अनूठापन, व्यंजक चित्रविधान आदि सब कुछ मिल जाता है।
वे हिन्दी साहित्य में रहस्यवाद की प्रवर्तिका भी मानी जाती हैं।
वैसे रवीन्द्रनाथ सूफी रहस्यवाद और वैष्णव काव्य से प्रभावित थे।
केवल पाश्चात्य रहस्यवादी और समाधीवादी विचारक ही इसके अपवाद हैं।
अत्याचार- अन्याय, ज्यादती विरुद्धाचरण, शीलाघात, हिंसा, अनाचार, दुष्टता, व्यभिचार, पाप, दुराचार, बलात्कार, आडम्बर, पाखंड, ढकोसला।
सत्यप्रकाश मिश्र छायावाद से संबंधित उनकी शास्त्र मीमांसा के विषय में कहते हैं ― “महादेवी ने वैदुष्य युक्त तार्किकता और उदाहरणों के द्वारा छायावाद और रहस्यवाद के वस्तु शिल्प की पूर्ववर्ती काव्य से भिन्नता तथा विशिष्टता ही नहीं बतायी, यह भी बताया कि वह किन अर्थों में मानवीय संवेदन के बदलाव और अभिव्यक्ति के नयेपन का काव्य है।
आडंबर- बनावटी, टीमटाम, दिखावा, स्वाँग, ढकोसला, पाखंड, ढोंग, प्रपंच, छल प्रपंच।
चर्च फादर इपिफैनियस कहते है कि बोरबोराइट्स और अन्य व्याभिचारी रहस्यवादी संप्रदाय ईसा के शरीर के रूप में वीर्य का पान करते हैं।
शुरुआती 16वीं सदी के प्रारम्भ में भारत के एक रहस्यवादी कवि और प्रसिद्ध सन्त कबीर भी यहीं रहते थे और मगहर नाम का एक गाँव (वर्तमान संतकबीरनगर जिले में स्थित), जहाँ उनके दफन करने की जगह अभी भी कई तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती है, गोरखपुर से लगभग 20 किमी दूर स्थित है।
नवीं सदी से ही इस्लाम में अब एक धार्मिक रहस्यवाद की भावना का विकास होने लगा था जिसे सूफी मत कहते हैं।
महादेवी के गीतों की वेदना, प्रणयानुभूति, करुणा और रहस्यवाद काव्यानुरागियों को आकर्षित करते हैं।
और कुफ्फार ये भी तो कहते हैं कि हमारी इस दुनिया ज़िन्दगी के सिवा कुछ भी नहीं और (क़यामत वग़ैरह सब ढकोसला है) हम (मरने के बाद) भी उठाए ही न जायेंगे (30)।