maxwell's Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
maxwell's ka kya matlab hota hai
मैक्सवेल
Noun:
मैक्सवेल,
People Also Search:
maxwell's demonmaxwells
may
may beetle
may blob
may day
may queen
maya
mayakovski
mayan
mayan language
mayans
mayas
maybe
maybes
maxwell's शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
प्रेक्षणों ने पर्वतों के लिए उत्तरदायी ठहराये गए एक उज्ज्वल क्षेत्र भी पता लगाया, इसे मैक्सवेल मोंटेस कहा गया था।
अधिकांश सरकारी इमारतों और शहर में आवास चंडीगढ़ राजधानी परियोजना Le Corbusier, जेन आकर्षित और मैक्सवेल तलना द्वारा नेतृत्व टीम द्वारा डिजाइन किए गए थे।
एक न्यायिक अधिकारी ब्लूमफील्ड और एक राजस्व अधिकारी मैक्सवेल ने संपूर्ण मामलों की जांच कर 22 प्रतिशत लगान वृद्धि को गलत ठहराते हुए इसे घटाकर 6.03 प्रतिशत कर दिया।
यह बिजली और चुंबकत्व के मैक्सवेल के समीकरण और यांत्रिकी के सिद्धान्त, प्रकाश की गति के करीब यांत्रिकी में बड़े बदलाव के बाद, के बीच सामंजस्य निश्चित करता हैं।
१९५७ में निधन जेम्स क्लार्क मैक्सवेल (James Clerk Maxwell) स्कॉटलैण्ड (यूके) के एक विख्यात गणितज्ञ एवं भौतिक वैज्ञानिक थे।
यान ने ग्रह के छल्ले के निकट या भीतर परिक्रमारत कई नए उपग्रहों, साथ ही साथ छोटे मैक्सवेल अंतराल (छल्ला-सी के भीतर का एक अंतराल) और कीलर अंतराल (छल्ला-ए में 42 किमी चौड़ा अंतराल) की खोज और पुष्टि की।
सन् १८५५ में मैक्सवेल द्वारा विद्युत तथा प्रकोशतरंग संबंधी विचारों की नींव पड़ी।
ब्रिटिश भौतिकविद ओलिवर लॉज मैक्सवेल तरंगों के अस्तित्व का प्रदर्शन 1887-88 में तारों के साथ उन्हें प्रेषित करके किया।
प्रेरण का अध्ययन बाद में नाइमन (Neumann) तथा वेबर (Weber) ने भी किया परंतु प्ररेणा संबंधी विचारों का महत्वपूर्ण उपयोग क्लार्क मैक्सवेल (Clerk Maxwell, सन् १८३१-१८७९) ने सन् १८५१ में किया तथा 'मैक्सवेल समीकरणों' की स्थापना कर विद्युच्चुंबकीय सिद्धांतों को गणित की सहायता से एक सुलझा हुआ रूप दिया।
प्रेक्षणों ने पर्वतों के लिए उत्तरदायी ठहराये गए एक उज्ज्वल क्षेत्र भी पता लगाया, इसे मैक्सवेल मोंटेस कहा गया था।
प्रेरण का अध्ययन बाद में नाइमन (Neumann) तथा वेबर (Weber) ने भी किया परंतु प्ररेणा संबंधी विचारों का महत्वपूर्ण उपयोग क्लार्क मैक्सवेल (Clerk Maxwell, सन् १८३१-१८७९) ने सन् १८५१ में किया तथा 'मैक्सवेल समीकरणों' की स्थापना कर विद्युच्चुंबकीय सिद्धांतों को गणित की सहायता से एक सुलझा हुआ रूप दिया।
शुक्र का सर्वोच्च पर्वत मैक्सवेल मोंटेस इश्तार टेरा पर स्थित है।
सन् १८८६ में हाइन्रिख हेर्ट्स (Heinrich Hertz, १८५७-१८९४) की सहायता से मैक्सवेल के सिद्धांतों को प्रायोगिक समर्थन मिला।
सन् १८८६ में हाइन्रिख हेर्ट्स (Heinrich Hertz, १८५७-१८९४) की सहायता से मैक्सवेल के सिद्धांतों को प्रायोगिक समर्थन मिला।
एक न्यायिक अधिकारी ब्लूमफील्ड और एक राजस्व अधिकारी मैक्सवेल ने संपूर्ण मामलों की जांच कर 22 प्रतिशत लगान वृद्धि को गलत ठहराते हुए इसे घटाकर 6.03 प्रतिशत कर दिया।
सन् १८५५ में मैक्सवेल द्वारा विद्युत तथा प्रकोशतरंग संबंधी विचारों की नींव पड़ी।
१९५७ में निधन जेम्स क्लार्क मैक्सवेल (James Clerk Maxwell) स्कॉटलैण्ड (यूके) के एक विख्यात गणितज्ञ एवं भौतिक वैज्ञानिक थे।
यान ने ग्रह के छल्ले के निकट या भीतर परिक्रमारत कई नए उपग्रहों, साथ ही साथ छोटे मैक्सवेल अंतराल (छल्ला-सी के भीतर का एक अंतराल) और कीलर अंतराल (छल्ला-ए में 42 किमी चौड़ा अंतराल) की खोज और पुष्टि की।
ब्रिटिश सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी जेम्स क्लर्क मैक्सवेल ने गणितीय रूप से विविध तरंग दैर्ध्य की विद्युत चुम्बकीय तरंगों के अस्तित्व की भविष्यवाणी की थी, पर उनकी भविष्यवाणी के सत्यापन से पहले 1879 में निधन उनका हो गया।
लेकिन जेम्स क्लार्क मैक्सवेल पर नामित मैक्सवेल मोंटेस और उच्चभूमि क्षेत्रों अल्फा रीजियो, बीटा रीजियो और ओवडा रीजियो कुछ अपवाद है।
यह बिजली और चुंबकत्व के मैक्सवेल के समीकरण और यांत्रिकी के सिद्धान्त, प्रकाश की गति के करीब यांत्रिकी में बड़े बदलाव के बाद, के बीच सामंजस्य निश्चित करता हैं।
अधिकांश सरकारी इमारतों और शहर में आवास चंडीगढ़ राजधानी परियोजना Le Corbusier, जेन आकर्षित और मैक्सवेल तलना द्वारा नेतृत्व टीम द्वारा डिजाइन किए गए थे।
शुक्र का सर्वोच्च पर्वत मैक्सवेल मोंटेस इश्तार टेरा पर स्थित है।
लेकिन जेम्स क्लार्क मैक्सवेल पर नामित मैक्सवेल मोंटेस और उच्चभूमि क्षेत्रों अल्फा रीजियो, बीटा रीजियो और ओवडा रीजियो कुछ अपवाद है।
ब्रिटिश सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी जेम्स क्लर्क मैक्सवेल ने गणितीय रूप से विविध तरंग दैर्ध्य की विद्युत चुम्बकीय तरंगों के अस्तित्व की भविष्यवाणी की थी, पर उनकी भविष्यवाणी के सत्यापन से पहले 1879 में निधन उनका हो गया।
ब्रिटिश भौतिकविद ओलिवर लॉज मैक्सवेल तरंगों के अस्तित्व का प्रदर्शन 1887-88 में तारों के साथ उन्हें प्रेषित करके किया।