maritage Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
maritage ka kya matlab hota hai
योग्यता
Noun:
विवाहित जीवन, ब्याह, विवाह, शादी,
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maritage शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
महेन्द्र तब सुधा से शादी करता है और काफी खुश है, लेकिन माया की अचानक वापसी उनके विवाहित जीवन में तनाव पैदा करती है।
स्वामीजी अनुनासिकों को विभक्ति को द्योतक मानने को भी असंगत बताते हैं- 'जब तें राम ब्याहि घर आये'।
श्रीमती महादेवी वर्मा को विवाहित जीवन से विरक्ति थी।
अब यह दंपति एक गंभीर संकट का सामना कर रहा है जिससे प्रेमपूर्ण संबंध नहीं बनते हैं, और केवल एक चमत्कार ही उनके विवाहित जीवन में पुरानी चमक वापस ला सकता है।
गंगा और विजय उनकी शादी करा देते हैं, लेकिन उन्हें अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद ही विवाहित जीवन जीने की अनुमति देते हैं।
ईशानवर्मन ने चंपा के राजा जगद्धर्म को अपनी पुत्री ब्याही थी जिसका पुत्र प्रकाशधर्म अपने पिता की मृत्यु के पश्चात् चंपा का राजा हुआ।
केवल AWA का विश्व खिताब जीतने के लिए अपने अविवाहित जीवन का त्याग करने के अनिच्छुक होगन ने बेल्ट को ठुकराना जारी रखा।
इसके तुरंत बाद दोनों शादीशुदा विवाहित जीवन का आनंद लेने के लिए विवाह कर लेते हैं और बस जाते हैं।
शब्दार्थ श्रीमती पत्नी या ब्याहता नारी को कहते हैं।
राणा को पता है कि वह अभी ही ब्याह कर के लौटे हैं।
18. सूरज का ब्याह (1955)।
राजा और रानी विवाहित जीवन से खुश नहीं थे।
पूश्किन का विवाहित जीवन सुखी नहीं रहा।
वह पुरुषों के साथ उसके संबंधों, विवाहित जीवन के भ्रम, आशाओं और पीड़ाओं को अपनी कविताओं में कैद करती हैं।
यादव नरेश शशबिंदु की कन्या बिंदुमती इनकी पत्नी थीं जिनसे मुचकुंद, अंबरीष और पुरुकुत्स नामक तीन पुत्र और 50 कन्याएँ उत्पन्न हुई थीं जो एक ही साथ सौभरि ऋषि से ब्याही गई थीं।
इनमें सूरसागर, सूरसारावली, साहित्य लहरी, नल-दमयन्ती, ब्याहलो के अतिरिक्त दशमस्कंध टीका, नागलीला, भागवत्, गोवर्धन लीला, सूरपचीसी, सूरसागर सार, प्राणप्यारी, आदि ग्रंथ सम्मिलित हैं।
ये चित्र एक सुखी विवाहित जीवन जीने के तरीकों को भी प्रस्तुत करते हैं।
थारा ब्याह कराबुं गंग नइ पारि।
व्यस्क रस्म के बाद फुमी जाति के युवक युवती सामुहित उत्पादन श्रम तथा विभिन्न सामाजिक कार्यवाहियों में भाग लेने लगते हैं और उन्हें प्यार मुहब्बत करने तथा शादी ब्याह करने की हैसियत भी प्राप्त हुई है।
साल 1980 में कविता ने अपना पहला पार्श्व गीत काहे को ब्याही मांग भरो सजना गाया।
इनका ब्याह रेवत की कन्या रेवती से हुआ था।