inscriptional Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
inscriptional ka kya matlab hota hai
शिलालेख
Noun:
उत्कीर्णन, अभिलेख, शिलालेख,
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inscriptional शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
मस्जिद में फारसी भाषा में अनेक प्रकार के अभिलेख मुद्रित हैं।
यहां पर खुदाई के दौरान मौर्य कालीन ब्राही लेख के अभिलेख, शिलापट्ट स्तंभ और पात्रखंड भी प्राप्त हुए हैं।
ब्रैंटम ने इस उत्कीर्णन को प्रकृति की इतनी सुंदर और सरल उत्पाद का पवित्र वस्तु दूषक माना और इस कृत्य को कोरटेज़ की बेशकीमती मोती (जिसे उन्होंने ए ब्यूटीफुल एण्ड इन कॉम्पेयरेबल पर्ल नामक एक रचना समर्पित की) के नुकसान और इस कृत्य के तुरंत बाद मरने वाले फ़्रांस के राजा चार्ल्स IX की मौत का भी कारण माना.।
उस समय की उत्कीर्णन रचनाओं के लिए ये खास तकनीकें, ब्लेक द्वारा अपने रिलीफ एचिंग के लिए उपयोग में लाई जाने वाली द्रव चित्रण विधि से अधिक तीव्र गति वाली थी और वे दर्शाती हैं कि उत्कीर्णन को पूर्ण होने में उतना अधिक समय क्यों लगता था।
चार साल के एक उत्कीर्णन और मर कास्टिंग काम करता है पर एक प्रशिक्षु के रूप में बर्मिंघम की सेवा की, के बाद वह लीसेस्टर के चारों ओर 1788 में वापस आ गया और उसके पिता लीसेस्टर के gaol के रक्षक के रूप में सफल रहा।
गुलबर्ग जिले में १९८६ में हुई अकस्मात् खोज में मिले मौर्य काल के अवशेष और अभिलेखों से ज्ञात हुआ कि कृष्णा नदी की तराई क्षेत्र में बौद्ध धर्म के महायन और हिनायन मतों का खूब प्रचार हुआ था।
इस ऐटलस में 1868 ई. तक, जब उत्कीर्णन भारत में होने लगा, देश के आधे से अधिक भाग के मानचित्रों को प्रदर्शित कर दिया गया था।
उनके जीवनकाल में भी प्रशस्तियों के रूप में इस तरह की उत्कीर्णन होते रहते थे।
यह एक जटिल और श्रमसाध्य प्रक्रिया थी, जिसमें प्लेटों को पूर्ण होने में महीनों अथवा वर्षों का समय लगता था, लेकिन जैसा कि ब्केल के समकालीन जॉन बॉएडेल ने जिक्र किया है, ऐसा उत्कीर्णन "व्यावसायिकता से जुड़ा" था, जिससे कलाकार दर्शक समूह से जुड़ते थे और इस प्रकार यह 18वीं सदी के अंत तक एक महत्वपूर्ण गतिविधि बन गई थी।
ये अभिलेख पहली ईसवी से लेकर चौथी ईसवी के कालखण्ड के हैं।
:महाराजा शरवन्थ के ५वीं शताब्दी के तांबे की स्लेट पर पाये गये अभिलेख में महाभारत को एक लाख श्लोकों की संहिता बताया गया है।
दांते की डिवाइन कॉमेडी के लिए काम करने का अवसर ब्लेक को 1826 में लिनेल के जरिए मिला, जिसका सबसे बड़ा उद्देश्य था नक्काशी (उत्कीर्णन) का एक सिरीज़ तैयार करना. 1827 में ब्लेक की मृत्यु हो जाने के बाद यह काम रुक गया और केवल कुछ ही जलचित्र पूरे हो सके, उनमें से भी केवल सात नक्काशियां ही प्रूफ रूप में तैयार की जा सकीं. तब भी, उन्हें प्रशंसा मिली:।
वह अभिलेख निम्नलिखित है:।
अतः ये अभिलेख इस बात के साक्ष्य हैं कि प्रथम शताब्दी में भी भारत में देवनागरी का उपयोग आरम्भ हो चुका था।
यहां के संग्रहालय में शहर का इतिहास अभिलेखित है।
कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) के ज्वालामुखी अभिलेख में शारदा और देवनागरी दोनों में लिखा हुआ है।
चंद्रगुप्त मौर्य के पोते सम्राट अशोक ने केवल जूनागढ़ में चट्टान पर अपने पदों के उत्कीर्णन का आदेश नहीं दिया, बल्कि राज्यपाल टुशेरफा को झील से नहरों में कटौती करने के लिए कहा, जहां पहले मौर्य राज्यपाल ने बांध बांध दिया था।
यह पिछले ज्ञान, रीति-रिवाजों और लोगों के समूह के कला के अभिलेखों और वर्णनात्मक विवरणों की जांच करता है।
"पुष्कर" वाद्य के प्रमाण छठवीं-सातवीं सदी के मंदिर उत्कीर्णनों में, ख़ासतौर पर मुक्तेश्वर और भुवनेश्वर मंदिरों में, प्राप्त होते हैं।
अशोक के समय की राजाज्ञाओं व अभिलेखों से ज्ञात होता है कि कन्नड़ लिपि एवं साहित्य पर बौद्ध साहित्य का भी प्रभाव रहा है।
गुजरात से कुछ अभिलेख प्राप्त हुए हैं जिनकी भाषा संस्कृत है और लिपि नागरी लिपि।
1784 में वह प्रशिक्षु मेसर्स टेलर और सह करने के लिए, एक उत्कीर्णन घ और मर कास्टिंग के स्वामित्व में से एक श्री बिन्यामीन पैट्रिक बर्मिंघम में काम करता है।
किन्तु उत्कीर्णन प्रक्रिया के दौरान, लोहे का कुछ अधिक भाग कटकर दूसरे अक्षरों से मिल गया है जिससे कुछ अक्षर गलत हो गए हैं।
चालुक्य राजवंश के सबसे महान सम्राट पुलकेसि २ के ५वीं शताब्दी के ऐहोल अभिलेख में यह बताया गया है कि भारत युद्ध को हुए ३, ७३५ वर्ष बीत गए है, इस दृष्टिकोण से महाभारत का युद्ध ३१०० ईसा पूर्व लड़ा गया होगा।
inscriptional's Usage Examples:
Inscriptional: H.
For the early inscriptional remains, see Inscriptions: India.
The following account of the earlier period follows the main outlines of the traditional facts, corrected as far as possible by the inscriptional record; and further details will be found in the separate biographical, racial and linguistic articles, and those on the geographical areas into which India is administratively divided.
p. 712; and (especially on the inscriptional evidence) E.
The inscriptional records cease abruptly in the 12th century, and no more is known of the country until the rise of the Gond dynasties from the 14th to the 16th centuries.