inquisitorially Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
inquisitorially ka kya matlab hota hai
जिज्ञासु रूप से
Adjective:
कुतूहली, जिज्ञासु,
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insalubrious
inquisitorially शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
इसी ग्रंथ से बर्गसाँ का दृष्टिकोण दर्शन जिज्ञासुओं एवं सामान्य पाठकों के सामने आने लगा।
जिज्ञासु हॉबिट पिप्पिन ने जादुई पालान्तीर का उपयोग करते हुए उसमें चुपके से नज़र गड़ाई।
वहीं दूसरी ओर एक और जिज्ञासु भारत को जानने, उसके हृदयप्रदेश की धड़कनों को पहचानने, उससे आत्मीयता भरा रिश्ता कायम करने के लिए भारत-भ्रमण पर निकला हुआ हुआ था।
परिवार में पीढ़ी दर पीढी शास्त्र-साधना एवं पठन-पाठन व विद्या-ग्रहण का क्रम पहले से चला आ रहा था, अतः विद्याध्ययन तथा संचार-साधनों के प्रति जिज्ञासु भाव उन्हें बचपन से ही संस्कार रूप में प्राप्त हुआ जो कालान्तर में उनकी आजीविका एवं उनके संपूर्ण व्यक्तित्व विकास का आधारबना।
अतएव बृहद महाभारत में पहेलियों के प्रतीक वाक्यांश अनेक स्थलों पर जिज्ञासुओं को दिखाई देते हैं।
एक न एक दिन तो मनुष्य के अनंत जिज्ञासु मस्तिष्क में और वर्तमान से कभी संतुष्ट न होने वाले मन में यह जिज्ञासा, यह प्रश्न उठना ही था कि प्रकृति की इस विशाल रंगभूमि के पीछे सूत्रधार कौन है, इसका सृष्टा/निर्माता कौन है, इसका उद्गम कहाँ है, हम कौन हैं, कहाँ से आए हैं, यह सृष्टि अंतत: कहाँ जाएगी।
वे बच्चे के मन मे जिज्ञासा जगाने की कोशिश करते थे यह बताने की जरूरत नहीं है कि फाइनमेन बचपन से जिज्ञासु तथा कुतुहली थे।
और जिज्ञासुओं के समक्ष प्रस्तुत कर दिया जाता था, अपनी ओर से कोई जोड़-तोड़ नहीं किया जाता था।
मिथकों के अनुसार भगवान शंकर की नगरी. हजारों वर्षों तक धर्म-दर्शन का केंद्र रही काशी. साधु-संतों और विचारकों का कुंभ. जिज्ञासुओं और ज्ञान-पिपासुओं को अपनी ओर आकर्षित करने वाली पवित्र धर्मस्थली. शंकराचार्य तक खुद को काशी-यात्रा के प्रलोभन से नहीं रोक पाए थे।
भारत से धर्माचार्य वहां जाते रहे और मंगोल धर्मपरायण जिज्ञासु तीर्थ यात्रा करने, संस्कृत का अध्ययन करने और धर्म का गूढ़ ज्ञान प्राप्त करने भारत आते रहे।
और फिर शुरू हुई इन सबके उत्तर खोजने की ललक तथा जिज्ञासु मन-मस्तिष्क की अनंत खोज यात्रा।
यह आगे की जानकारियों के लिए मार्ग खोलता है और अपने पाठकों को जिज्ञासु और गतिशील बनाता है।
25. अत्र च परस्परं भेदकलनया अवान्त भेदज्ञान कुतूहली तंत्रालोक मेव अवधारमेत्।