ignorami Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
ignorami ka kya matlab hota hai
अज्ञानी
Adjective:
जाहिल, विद्याहीन, अबोध, अशिक्षित, अनजान,
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ignorami शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
27|55|क्या तुम स्त्रियों को छोड़कर अपनी काम-तृप्ति के लिए पुरुषों के पास जाते हो? बल्कि बात यह है कि तुम बड़े ही जाहिल लोग हो।
सन 1757 की पलासी की लड़ाई – क्या हम जाहिल थे?।
जहाँ कोबी जाहिल, मूर्ख और उग्र स्वभाव का है तो वहीं भेड़िया व्यावहारिक तौर पर परिपक्व एवं बुद्धिमान है।
और हमने बनी ईसराइल को दरिया के उस पार उतार दिया तो एक ऐसे लोगों पर से गुज़रे जो अपने (हाथों से बनाए हुए) बुतों की परसतिष पर जमा बैठे थे (तो उनको देख कर बनी ईसराइल से) कहने लगे ऐ मूसा जैसे उन लोगों के माबूद (बुत) हैं वैसे ही हमारे लिए भी एक माबूद बनाओ मूसा ने जवाब दिया कि तुम लोग जाहिल लोग हो (138)।
उन्होंने अल्जियर्स की पुनर्रचना की योजनाएँ बनाईं, इनमें उन्होंने यूरोपियनों और अफ़्रीकियों के रहन सहन में फ़र्क मानने का विरोध किया और इस बात का वर्णन किया कि यहाँ "'सभ्य' लोग चूहों की तरह बिलों में रहते हैं और "जाहिल" लोग एकांत में मजे से रहते हैं।
अशिक्षित- अशिष्ट, अपढ़, अनपढ़, मूर्ख, गँवार, उजड्ड, अक्खड़, जाहिल।
और (वह वक़्त याद करो) जब मूसा ने अपनी क़ौम से कहा कि खु़दा तुम लोगों को ताकीदी हुक्म करता है कि तुम एक गाय जि़बाह करो वह लोग कहने लगे क्या तुम हमसे दिल्लगी करते हो मूसा ने कहा मैं खु़दा से पनाह माँगता हूँ कि मैं जाहिल बनूँ (67)।
(अब तो यूसुफ से न रहा गया) कहा तुम्हें कुछ मालूम है कि जब तुम जाहिल हो रहे थे तो तुम ने यूसुफ और उसके भाई के साथ क्या क्या सुलूक किए (89)।
জজজ
वही तो जिसने जाहिलों में उन्हीं में का एक रसूल (मोहम्मद) भेजा जो उनके सामने उसकी आयतें पढ़ते और उनको पाक करते और उनको किताब और अक़्ल की बातें सिखाते हैं अगरचे इसके पहले तो ये लोग सरीही गुमराही में (पड़े हुए) थे (2)।
अनपढ़- मुर्ख, गँवार, अपढ़, अशिष्ट, अशिक्षित, उजड्ड, अक्खड़ जाहिल, निरक्षर।
क्या ये लोग (ज़मानाए) जाहिलीयत के हुक्म की (तुमसे भी) तमन्ना रखते हैं हालाॅकि यक़ीन करने वाले लोगों के वास्ते हुक्मे ख़ुदा से बेहतर कौन होगा (50)।
25|63|रहमान के (प्रिय) बन्दें वहीं है जो धरती पर नम्रतापूर्वक चलते है और जब जाहिल उनके मुँह आएँ तो कह देते है, "तुमको सलाम!"।
ऐ मेरे पालने वाले जिस बात की ये औरते मुझ से ख़्वाहिश रखती हैं उसकी निस्वत (बदले में) मुझे क़ैद ख़ानों ज़्यादा पसन्द है और अगर तू इन औरतों के फ़रेब मुझसे दफा न फरमाएगा तो (शायद) मै उनकी तरफ माएल (झुक) हो जाँऊ ले तो जाओ और जाहिलों में से शुमार किया जाऊँ (33)।