hypate Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
hypate ka kya matlab hota hai
हाइपेट
Noun:
द्वेष, कीना, नफ़रत, घृणा,
Verb:
द्वेष करना, नफ़रत करना, घृणा करना,
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hypate शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
कीनाराम सिद्ध महात्मा थे और इनके जीवन की अनेक चमत्कारी घटनाएं प्रसिद्ध हैं।
हालांकि इसी समय केन्द्रीय ईरान में अरबों के प्रति घृणा और द्वेष बढ़ता जा रहा था पर इस क्षेत्र में अरबों की प्रभुसत्ता स्थापित हो गई थी।
सकलडीहा तहसील का रामगढ़ गाँव एक महान अघोरेश्वर संत बाबा कीनाराम की जन्मभूमि है।
वैष्णव सांप्रदायिकों के द्वेष की इसमें बहुत सी बातें हैं।
कीनान की समीक्षा में विभिन्न दाब और ताप पर पूर्ण ऊष्मा का मान सारणी के रूप में दिया है।
प्रेम जीवन है, द्वेष मृत्यु है।
वे अपने नारीवादी विचारों से युक्त लेखों तथा उपन्यासों एवं इस्लाम एवं अन्य नारीद्वेषी मजहबों की आलोचना के लिये जानी जाती हैं।
कीन्हेउ काज ब्रम्ह कीनाई ।
वो राग-द्वेष से परे है, पर अपने भक्तों से प्रेम करता है और उनपर कृपा करता है।
इस दौरान, बचे हुए लोगों में से एक कर्स्टन टूमे (केमिली कीनान) मदद की गुहार करते हुए आती है, जिसे वास्तव में पिशाचों द्वारा एक प्रलोभन के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था।
लोग अपनी ईर्ष्या-द्वेष की भावना भुलाकर प्रेमपूर्वक गले मिलते हैं तथा एक-दूसरे को रंग लगाते हैं।
एक बहुजातीय तथा बहुधार्मिक राष्ट्र होने के कारण भारत को समय-समय पर साम्प्रदायिक तथा जातीय विद्वेष का शिकार होना पड़ा है।
भाप के गुणों के बारे में आधुनिकतम समीक्षा जोसेफ एच. कीनान (Joseph H. Keenan) की मानी जाती है, जो 1936 ई. में प्रकाशित हुई थी।
ट्रांसनारीवाद में एक प्रमुख अवधारणा ट्रांसस्रीद्वेष की है, जहाँ लिंग परिवर्तित महिलाओं या स्त्रीलिंग लिंग गैर अनुरूपता के प्रति तर्कहीन डर, घृणा, या भेदभाव किया जाता है।
आर्क सेतुओ के अंदर हर आर्क के बाद अबटमेंट्स (दो स्पान को जोड़ने के लिए) जो इसको बीम सेतु से अलग करते है क्यूकी बीम सेतु में अबटमेंट्स केवल कीनारो पर होते थे।
23. भरतीयार विश्वविद्यालय, कोयम्बटूर में प्रोटीन कीनासिस रिलेशनशिप और पाथवे की टेक्स्ट माइनिंग और डेटा वेयरहाउसिंग।
2. सम्यक् संकल्प- आसक्ति, द्वेष तथा हिंसा से मुक्त विचार रखना ही सम्यक् संकल्प है।
यहां बाबा कीनाराम का स्थल एक महत्वपूर्ण तीर्थ भी है।
फिर जैसे ही यह आंदोलन अपने शीर्ष पर पहुँचा वैसे फरवरी १९२२ में इसका अंत चौरी-चोरा, उत्तरप्रदेश में भयानक द्वेष के रूप में अंत हुआ।
संत कीनाराम वैष्णव धर्म के महान अनुयायी थे।
हिन्दू ग्रन्थ अघोराचार्य बाबा कीनाराम (जन्म:१६९३-१७६९, काशी) अघोर सम्प्रदाय के अनन्य आचार्य थे।
महाभारत में सरस्वती नदी के विनाश्न नामक तीर्थ पर सूखने का सन्दर्भ आता है जिसके अनुसार मलेच्छों से द्वेष होने के कारण सरस्वती नदी ने मलेच्छ (सिंध के पास के) प्रदेशो में जाना बंद कर दिया।
उसमें सांप्रदायिक खींचतान और रागद्वेष नहीं है।
कई एक पुराण तो मत-मतांतरों और संप्रदायों के राग-द्वेष से भरे हैं।