geopolitician Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
geopolitician ka kya matlab hota hai
भूराजनीति
Adjective:
भू राजनीतिक,
People Also Search:
geopoliticsgeoponic
geoponical
geordie
geordies
george
george bernard shaw
george burns
george bush
george eliot
george fox
george herbert walker bush
george mason
george vi
george walker bush
geopolitician शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
शीत युद्ध का ९० के दशक में चरम पर होना व ब्रजेंस्की जैसे विचारकों द्वारा इस चिंतन को पुनः मान्यता देना, भूराजनीति के लिए पुनर्जीवन का आधार साबित हुई।
जबकि, भूराजनीति में घटकों के मानचित्रण व उनके देशीय संयोजन से उत्पन्न भौगोलिक विशेषता राष्ट्रों के मध्य व्यवहार प्रक्रिया का अध्ययन किया जाता है।
वे हवाला देते है की भू राजनीतिक हालात जैसे फ्रांस की राजधानी के अंतर्देशीय स्थिति, देश का आकार, व्यापारी समुदाय के बीच एकता की कमी और एक बड़े पैमाने पर कंपनी में काफी निवेश करने के लिए अनिच्छुक विशेष रूप से बहुत दूर देश के साथ व्यापार के लिए।
मानव भूगोल की एक अन्य शाखा भूराजनीति (Geopolitics) भी है जिसके अंतर्गत भूतल के विभिन्न प्रदेशों की राजनीतिक प्रणाली विशेष रूप से अंतर्राष्टींय राजनीति पर भौगोलिक कारकों के प्रभाव की व्याख्या की जाती है।
अन्तरराष्ट्रीय राजनीति तथा अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों पर भूगोल के प्रभावों का अध्ययन भूराजनीति (Geopolitics) कहलाती है।
इसके अध्ययन के अनेक ऐतिहासिक चरण हैं, जैसे कि औपनिवेशिक काल में ब्रिटिश साम्राज्यवाद एवं रूसी ज़ारशाही के मध्य एशिया में प्रतिस्पर्धा, तदुपरांत शीत युद्ध काल में अमेरिकी साम्राज्यवाद व सोवियत संघ के मध्य स्पर्धा आदि ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जो कि भूराजनीति के महत्वपूर्ण चरण कहे जा सकते हैं।
भूराजनीति में इसके महत्व को इस प्रकार से समझा जा सकता है, कि भौगोलिक परिस्थितियों ने साम्राज्यवाद के विरुद्ध चेतना को प्रभावित किया, जैसे कि अफ्रीकी महाद्वीप में रंगभेद औपनिवेशवाद का घटक माना गया, तो दक्षिण एशिया में सांप्रदायिकता को उपनिवेशवाद की उपज माना गया।
बड़े राज्यों या साम्राज्यों के गोलमाल से भू राजनीतिक शक्ति निर्वात।
भूराजनीति प्रथम एवं द्वितीय विश्व युद्ध के मध्य तीव्रता से प्रसिद्ध हुई, परंतु जर्मन विचारकों ने इसे स्वयं की साम्राज्यी महत्वाकांक्षाओं का स्रोत बना लिया, जिसके चलते यह अन्वेषी विचारधारा वदनाम हुई।
उनका सन् १९०४ में छपा लेख द जियॉग्राफिकल पॉइवट ऑफ हिस्टरी, भूराजनीति के लेखन में एक अद्भुत मिसाल है।
दूसरे शब्दों में, भूराजनीति, विदेश नीति के अध्ययन की वह विधि है जो भौगोलिक चरों के माध्यम से अन्तरराष्ट्रीय राजनैतिक गतिविधियों को समझने, उनकी व्याख्या करने और उनका अनुमान लगाने का कार्य करती है।
तथा भूराजनीति ऐसे समय में इन देशों को अपनी ओर खींचने की होङ के रूप में प्रकट हुई।
राजनीतिक भूगोल -- इसके अंग भूराजनीतिक शास्त्र, अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, औपनिवेशिक भूगोल, शीत युद्ध का भूगोल, सामरिक एवं सैनिक भूगोल हैं।
एक सांस्कृतिक या भू राजनीतिक भावना में इसे 'पुरानी दुनिया' भी संबोधित किया जाता है।
भूराजनीति का उद्देश्य राज्यों के मध्य संबंध एवं उनकी परस्पर स्थिति के भौगोलिक आयामों के प्रभाव का अध्ययन करना है।
भूराजनीति औपनिवेशिक शक्तियों के अनुभवों से जुङी विश्व व्यवस्था का दिशाबोध है, अतः इसका चिंतन प्रत्येक राष्ट्र के उपनिवेशकाल के अनुभवों का प्रतिबिंब है।