foolhardily Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
foolhardily ka kya matlab hota hai
उजड्ड ढंग से
Adjective:
प्रमत्त, उजड्ड,
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foolhardily शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
अशिक्षित- अशिष्ट, अपढ़, अनपढ़, मूर्ख, गँवार, उजड्ड, अक्खड़, जाहिल।
असभ्यता- अविनय, अशिष्टता, अभद्रता, ग्रात्यता, गँवारपन, उजड्डपन, वन्याचरण, बर्बरता, निष्ठुरता, घृष्टता, प्रगल्भता, ढिठाई, गुस्ताखी।
अप्रमत्तेन वेद्धव्यं शरवत्तन्मयो भवेत् ॥।
अलसाना- सुस्ती करना, ऊँघना, तंद्रित होना, मंद होना, ठंडा पड़ना, सुस्ताना, झपकना, प्रमत्त होना, उनींदा होना, तन्द्रित होना।
'अल्फोन्सो'में रहस्यमय स्प्ंजी टिशू की समस्या के कारण को सुलझाने में निदर्शनात्मक बदलाव,न केवल 'अल्फोन्सो' में वरन एसे ही विकारवाली अन्य किस्मों,जैसे दशहरी और आम्रपाली में उजड्ड बीज के कारण होने वाले जेली बीज के कार्यिकीय फल-विकार के लिए निदानकारी नीतियों को तैयार करने में,ल्ंबे समय तक चलेगा।
अप्रमत्तेन वेद्धव्यं शरवत्तन्मयो भवेत॥ -- ( मुण्डकोपनिषद्, मुनण्डक २, खण्ड २, श्लोक-४)।
पोजीडॉन (वरुण) दोनों में एक क्रूर एवं उजड्ड देवता की तरह है।
किंतु नशा या प्रमत्तता (delirium tremens) जब इस सीमा तक पहुँच चुकी हो कि इससे अस्थायी विक्षिप्तता आ गई है, तो अभियुक्त का यह बचाव अन्य कारणों से उत्पन्न विक्षिप्तता के समान होगा।
असभ्य- गँवार, असंस्कृत, अशिष्ट, अभद्र, अविनीत, दुःशील, कुशील, अकुलीन, हीनाचार, असौम्य, अननुग्रही, उजड्ड।
कुछ अन्य अधिकारियों के नाम हैं : धर्मप्रधान, दशमूलिक, प्रमत्तवार, दुष्टसाधक, महादानिक, महाभांडागारिक, महाकरणिक और महाकोट्टपाल।
मुहु रतिरस लुब्धालीन्द्र वृन्दे प्रमत्ते ॥।
अपाम निधिरधिष्टानम् अप्रमत्तः प्रतिष्ठितः।
अरबवालों को वे उम्मी (Gentiles) कहते थे , जिसका अर्थ केवल अनपढ़ नहीं, बल्कि असभ्य और उजड्ड होता था।
प्रकृति या स्वभाव का बेतुकापन है उजड्डपन, बेवकूफी, पाखंड, झेंप, खुशामद, अमर्यादित फैशनपरस्ती, कंजूसी, दिखावा पंडितमन्यता, अतिहास्यपात्रता, अनधिकारपूर्ण अहंमन्यता, आदि।
अन्त में अपने स्वरूप का चिन्तन कर अपनी कामना का चिन्तन करते हुए अप्रमत्त होकर स्तुति करे ।
१४०. श्री पुरुषोत्तम दत्त ’प्रमत्त‘२००२-०३।
श्रीवल्लभ-नख-चंद्र-छटा बिनु सब जग मांझ अंधेरो॥ श्रीवल्लभके प्रताप से प्रमत्त कुम्भनदासजी तो सम्राट अकबर तक का मान-मर्दन करने में नहीं झिझके- परमानन्ददासजी के भावपूर्ण पद का श्रवण कर महाप्रभु कई दिनों तक बेसुध पड़े रहे।
अनपढ़- मुर्ख, गँवार, अपढ़, अशिष्ट, अशिक्षित, उजड्ड, अक्खड़ जाहिल, निरक्षर।
भवाब्धावपारे महादुःखभीरुः पपात प्रकामी प्रलोभी प्रमत्तः।