excrescencies Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
excrescencies ka kya matlab hota hai
मल मूत्र
Noun:
रसौली,
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excrescencies शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
गर्भाशय-ग्रीवा अंतःउपकला रसौली (CIN) शब्द का विकास, इन घावों में असामान्यता की श्रृंखला पर जोर देने और उपचार के मानकीकरण में मदद के लिए किया गया।
गोवर्धन के निकटवर्ती दो छोटे ग्राम 'जमुनावती' और परसौली है।
HPV परीक्षण द्वारा 2 या 3 दर्जे की गर्भाशय-ग्रीवा अंतःउपकला रसौली या नियंत्रित यादृच्छिक प्रतिचयन परीक्षण के अनुसार 32-38 साल की महिलाओं के बीच परवर्ती परीक्षणों में पता चलने वाले गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर की घटनाओं को कम कर सकता है।
जन्मः सूरदास की निर्वाणस्थली पारसौली (गाँव- महमदपुर, गोवर्धन कस्बे के निकट, जिला-मथुरा, उत्तर प्रदेश) जन्मपत्री के अनुसार माघ शुक्ल 10, संवत् 1972 विक्रमी और स्कूली सर्टिफिकेट के अनुसार 13 फ़रवरी 1915 ई.।
1 अर्बुद, रसौली, गुल्म या ट्यूमर, कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि द्वारा हुई, सूजन या फोड़ा है जिसे चिकित्सीय भाषा में नियोप्लास्टिक कहा जाता है।
शौचालय शब्द का प्रयोग उस कक्ष के लिये किया जा सकता है जिसमें मल-मूत्र विसर्जन कराने वाली युक्ति लगी होती है; या यह उस युक्ति के लिये भी प्रयुक्त होता है।
सूरदास की मृत्यु गोवर्धन के निकट पारसौली ग्राम में 1583 ईस्वी में हुई।
विषाणु कैंसर संबंध, गर्भाशय-ग्रीवा की कोशिकाओं में परिवर्तनों से शुरू होता है, जो गर्भाशय-ग्रीवा अंतःउपकला रसौली में परिणत हो सकता है, जो आगे कैंसर को जन्म दे सकता है।
ग्रीवा अंतःउपकला रसौली, जो गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर का प्रारंभिक रूप है, अक्सर रोगविज्ञानी द्वारा गर्भाशय-ग्रीवा बायोप्सी की जांच पर पता चल जाता है।
गोवर्धन-धारण की प्रसिद्ध कथा की स्थली वृन्दावन पारसौली (परम रासस्थली) के निकट था।
अपने अन्धे हो जाने पर उन्हें बड़ा क्रोध आया और उन्होंने तत्काल शर्याति की सेना का मल-मूत्र रुक जाने का शाप दे दिया।
असामान्य पैप स्मीयर परिणाम, कैंसर के विकास से पूर्व परीक्षण और संभाव्य निवारक उपचार अनुमत करते हुए, गर्भाशय-ग्रीवा अंतःउपकला रसौली (संभावित गर्भाशय-ग्रीवा पूर्वसंघातक बदलाव) का सुझाव दे सकते हैं।
यदि बच्चे की कार्यक्षमता सामान्य होती है तो बच्चे के हाथ-पैर, कान, मल-मूत्रद्वार तथा बच्चे की पीठ को देखने के बाद बच्चे के पेट की सफाई आदि की जाती है तथा भोजन की नलिका के अवरोध को देखा जाता है।
मल-मूत्र, रक्त, माँस, कुछ भी वे रुचिपूवर्क खा सकते हैं, वरन् मेवा, फल दूध, घी जैसे सात्त्विक पदार्थों की उपेक्षा करते हुए ये उन अभक्ष्यों में ही अधिक रुचि एवं तृप्ति का अनुभव करते हैं।
लोग मल-मूत्र आदि से उसे गन्दा करते हैं, तो भी रुष्ट नहीं होती और वह सब सहन करती है।
प्रत्येक बार मल-मूत्र त्याग के पश्चात अच्छी तरह से संपूर्ण अंग को साबुन से धोना।
गर्भिणी माता अपने शरीर तथा रक्त-मांस से बालक का शरीर बनाती है, अपना रक्त सफेद दूध के रूप में निकाल-निकाल कर बच्चे का पोषण करती है, उसके मल-मूत्र, स्नान, वस्त्र तथा दिनचर्या की हर घड़ी साज-सॅभाल रखती है।
ग्रहण की अवधि में तेल लगाना, भोजन करना, जल पीना, मल-मूत्र त्याग करना, केश विन्यास बनाना, रति-क्रीड़ा करना, मंजन करना वर्जित किए गए हैं।
शिक्षाः प्रारंभिक शिक्षा पहले पारसौली के निकट भवनपुरा में।
गर्भाशय-ग्रीवा अंतःउपकला रसौली के HPV-प्रभावयुक्त मरीज़ों के रक्त सीरम में, सांख्यिकीय तौर पर विशिष्ट अल्फ़ा-टोकोफ़ेरॉल के निम्न स्तर पाए गए।
जहाँ सोते वहीं थूकते और मल-मूत्र त्याग भी कर देते।
मल, मूत्र, कीट, कृमि उनका मल-मूत्र सब कुछ जल में आकर मिल जाता है ।
यदि बायोप्सी में गंभीर ग्रीवा अंतःउपकला रसौली की पुष्टि होती है, तो ये प्रक्रियाएं की जाती हैं।
निचली रीढ़ वाले प्राणियों में (जल-स्थलचर, सरीसृप, पक्षी और मोनोट्रीम (monotreme) स्तनधारी (प्राचीनकालीन अंडे देनेवाला स्तनधारी), सम्भोग या मैथुन नर व मादा के क्लोएक (आंत के अंत में एक यौन, मल-मूत्र संबंधी छिद्र या नली) के शारीरिक संगमन के ज़रिए होता है।
पशुओं के शरीर का हर अवयव मल-मूत्र, दूध आदि दूसरों के काम आते है।