dwine Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
dwine ka kya matlab hota hai
ड्वाइन
Noun:
आसव, मद्य, वाइन, शराब,
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dwine शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
भूमि जायफल के भाप आसवन द्वारा महत्वपूर्ण तेल प्राप्त किया जाता है और इत्रादि सुगंधित वस्तुऍं या सामग्री और दवा में उद्योगों में भारी मात्रा में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
काँग्रेस ने कई प्रान्तों में सामाजिक समस्याओं को हटाने के प्रयत्न किये जिनमें छुआछूत,पर्दाप्रथा एवं मद्यपान आदि शामिल थे।
निर्वात आसवन, फ्रीज ड्राइंग आदि रासायनिक प्रक्रियाओं में।
पियरे चार्ल्स फ्रेंकोएज़ हरेल पहला व्यक्ति था जिसने 1850 में मॉरीशस में रम के स्थानीय आसवन का प्रस्ताव किया।
मद्य संज्ञाहरण का कार्य करता था।
इसका औद्योगिक उत्पादन द्रव वायु के प्रभाजक आसवन से होता है।
परत को खुरचकर उसके आसवन (distillation) द्वारा स्वर्ण को पारद से अलग कर सकते हैं।
हवा से ऑक्सीजन अलग करने के लिए अब द्रव हवा का अत्यधिक उपयोग होता है, जिसके प्रभाजित आसवन से ऑक्सीजन प्राप्त किया जाता है, पानी के विद्युत्श्लेषण से जलजनके उत्पादन में ऑक्सीजन भी उपजात के रूप में मिलता है।
हल, मूसल तथा मद्यपात्र धारण करनेवाले सर्पफणाओं से सुशोभित बलदेव बहुधा समपद स्थिति में अथवा कभी एक घुटने को किंचित झुकाकर खड़े दिखलाई पड़ते हैं।
आसवन से वसा अम्लों का शोधन हो सकता है।
चक्रपूजा तथा अन्य अनेक पूजाओं में तांत्रिक लोग मद्य, मांस और मत्स्य का बहुत अधिकता से व्यवहार करते हैं और उनका पूजन करते हैं ।
दोषपूर्ण भोजन-विधि, मद्यपान, धूम्रपान, मादक पदार्थों का सेवन तथा विश्रामरहित परिश्रम इत्यादि हृदय-रोग के प्रमुख कारण हैं।
उनके मत से जिस प्रकार गुड़, तंडुल आदि के संयोग से मद्य में मादकता उत्पन्न हो जाती है उसी प्रकार पृथ्वी, जल, तेज और वायु इन चार भूतों के संयोगविशेष से चेतनता उत्पन्न हो जाती हैभूतचैतन्यवाद।
द्रव का फिर प्रभाजक आसवन करते हैं।
औद्योगिक कार्यों के लिए आजकल द्रव वयु के प्रभाजी आसवन द्वारा नाइट्रोजन प्राप्त किया जाता है।
सन् 1825 में अर्स्टेड (Oersted) ने ऐल्युमिनियम क्लोराइड को पोटैसियम संरस के साथ गरम किया और फिर आसवन करके पारे को उड़ा दिया।
वे मांस मछली खाते हैं पर मद्य नहीं पीते।
पीछे उसके गिड़गिड़ाने पर उन्हें उसपर दया आ गई और उन्होंने उसके रहने के लिये ये स्थान बता दिए—जुआ, स्त्री, मद्य, हिंसा और सोना।
यहाँ तक कि उनके बतलाये आदर्शों की अवहेलना कर मद्यपान में रमने वाले यदुवंश का भी विनाश करवा दिया।
मद्यसेवी का मूत्र इसके लिए सर्वश्रेष्ठ समझा जाता था।
तांत्रिकों का पंचमकार— मद्य, मांस, मत्स्य, मुद्रा और मैथुन — और चक्रपूजा प्रसिद्ध है ।
आसवन द्वारा सुगंधित तेल निकाला जाता है।
शल्य क्रिया के दौरान होने वाले दर्द को कम करने के लिए वे मद्यपान या विशेष औषधियां देते थे।