divulsion Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
divulsion ka kya matlab hota hai
प्रकट
Noun:
मतभेद, बंटवारा, अलगाव, विभाजन करना, विभक्त करना, विभक्ति, भाग, विभाग, विभाजन, डिवीजन,
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divulsion शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
चौधरी चरण सिंह से मतभेदों के चलते उन्हें प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा।
इसमें 10 मण्डल, 1017 सूक्त और वर्तमान में 10,600 मन्त्र हैं, मन्त्र संख्या के विषय में विद्वानों में कुछ मतभेद है।
लेकिन सेना अध्यक्ष के निष्कासन को लेकर राष्ट्रपति से हुए मतभेद और टीवी पर सेना में माओवादियों की नियुक्ति को लेकर वीडियो फ़ुटेज के प्रसारण के बाद सरकार से सहयोगी दलों द्वारा समर्थन वापस लेने के बाद प्रचण्ड को इस्तीफा देना पड़ा।
जर्मनी का बंटवारा इसलिए हुआ था कि दोनों शक्तियां अपने-अपने क्षेत्रों में अपना प्रभाव बढ़ा सकें।
संपत्ति का बंटवारा ।
केंद्र और राज्य सरकारों के बीच शक्तियों का बंटवारा संविधान में दी गई रूपरेखा के आधार पर होता है।
लखनऊ का नाम कैसे पड़ा इस पर मतभेद है।
काल के वचन के कारण राम ने लक्ष्मण का त्याग किया और पुत्रों के बड़े होने पर उन सब मे राज्य का बंटवारा कर अपने धाम को चल दिये रामराज्यएक आदर्श बन गया।
‘‘प्राय: भाष्यकारों का शास्त्रों के अर्थ में परस्पर मतभेद देखकर विष्णुगुप्त ने स्वयं ही सूत्रों को लिखा और स्वयं ही उनका भाष्य भी किया।
विश्व में अन्य देशों के हुए विभाजनों की तुलना में यह बंटवारा इतने कोमल और शांतिपूर्वक ढंग से हुए कि इस घटना को इतिहासकार और समीक्षक कभी-कभी 'मख़मली तलाक़' कहते हैं।
इसकी रचना के समय के बारे में कई मतभेद हैं।
इसके बाद भारत पाकिस्तान के बीच जो बंटवारा हुआ उस समय भी अमृतसर में बड़ा हत्याकांड हुआ।
सैतालिस में जब दो देशों का बंटवारा हुआ तो पाकिस्तान इस्लामिक राष्ट्र बन गया और भारत को नेहरू ने धर्मनिरपेक्षता का पायजामा पहना दिया।
अंग्रेज और निजाम ने मिल कर मैसुर का बंटवारा कर लिया।
जाति व्यवस्था के परिणामस्वरूप स्थानीय मतभेद होने लगे।
१९३८ में पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुने गए सुभाष बोस के साथ गांधी जी के मतभेद थे।
बोस के साथ मतभेदों में गांधी के मुख्य बिंदु बोस की लोकतंत्र में प्रतिबद्धता की कमी तथा अहिंसा में विश्वास की कमी थी।
किसी कारणवश बैरम खाँ और अकबर के बीच मतभेद हो गया।
हालांकि कुछ समय से गांधी जी के साथ कांग्रेस द्वारा मतभेदों वाली घटना में से यह भी एक घटना बनी (हालांकि उसके नेत्त्व के कारण नहीं) चूंकि नेहरू और पटेल जानते थे कि यदि कांग्रेस इस योजना का अनुमोदन नहीं करती है तब सरकार का नियंत्रण मुस्लिम लीग के पास चला जाएगा।
के अनुरूप कर्मचारियों की भर्ती, कार्र्यों का वैज्ञानिक आधार पर बंटवारा आदि के द्वारा प्रबन्धकीय।
इस मतभेद का एक कारण सिन्धु-घाटी सभ्यता की लिपि का नहीं पढ़ा जाना भी है।
उनमें परस्पर मतभेद का विषय था कि इस उद्देश्य को प्राप्त करने का सबसे अच्छा ढंग कौन सा है।