dehortative Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
dehortative ka kya matlab hota hai
डिहोरेटिव
Adjective:
गजरे, आलंकारिक, सजावटी,
People Also Search:
dehortingdehumanisation
dehumanise
dehumanised
dehumanises
dehumanising
dehumanization
dehumanize
dehumanized
dehumanizes
dehumanizing
dehumidified
dehumidifier
dehumidifiers
dehumidifies
dehortative शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
फूल के हाट में गुलाब के गजरे खूब बिकते हैं।
प्राचीन व आलंकारिक ग्रंथ को पल्लव ग्रंथ कहा जाता है।
आलंकारिक पादपों के लिए छँटाई करनेवाले की इच्छा के अनुसार शंक्वाकार (गावदुम), छत्राकार (छतरीनुमा) आदि रूप दिया जा सकता है और कभी-कभी तो उन्हें हाथी, घोड़े आदि का रूप भी दे दिया जाता है, परंतु फलों के वृक्षों को साधारणत: कलश या पुष्पपात्र का रूप दिया जाता है और केंद्रीय भाग को घना नहीं होने दिया जाता।
चंपा के अभिलेखों में गद्य और पद्य दोनों ही भारत की आलंकारिक काव्यशैली से प्रभावित हैं।
परवर्ती अनेक आलंकारिकों ने कविराज राजशेखर का अनुकरण किया है जिनमें क्षेमेंद्र, भोजराज, हेमचंद्र, वाग्भट्ट, केशव मिश्र, अजिसेन, देवेश्वर आदि उल्लेख्य हैं।
मोगरा के फूल से सुगन्धित फूलों की माला और गजरे तैयार किये व पहने जाते हैं।
हिंदी के आलंकारिक आचार्य अंशत: ब्रजभाषा की अध्यक्षता और अंशत: दोहे जैसे छोटे छंद के चुनाव के कारण अलंकार के भेदों का अंतर स्पष्ट नहीं कर सके हैं।
लेकिन ऐसा वह एक मामले में एक महिला को, अपनी बहन जैसी मान कर चेतावनी देने के लिए कहता है, इसलिए यह केवल एक आलंकारिक भाषा हो सकती है।
कल्पना का प्रकाशन, आलंकारिक अभिव्यक्ति, संगीतात्मक लय तथा कोमल भावनाओं के निरूपण द्वारा शेक्सपियर ने मनोमुग्धकारी प्रभाव उत्पन्न कर दिया है।
हिंदी रीतिकाव्य के आचार्य कवि चिंतामणि का महत्व इस दृष्टि से सर्वाधिक है कि इन्होंने अपने से पूर्ववर्ती केशवदास की उस आलंकारिक परंपरा और पद्धति को छोड़कर, जो भामह और दंडी आदि को लेकर चली थी, मम्मट और विश्वनाथ की रसवादी दृष्टि का पल्ला पकड़ा, जिसका अनुगमन सैकड़ों परवर्ती रीतिकाव्याचार्य कवियों ने किया।
सर्वांग रूप से देखने पर मन्दिर चारों ओर से स्थूल व लम्बी पुष्पमालाएँ या फूलों के मोटे गजरे पहने हुए जान पड़ता है।
आलंकारिक ग्रंथ काफ़ी जटिल व अलंकृत थी, अतः यह संभव नहीं है कि इसका प्रयोग रोजमर्रा के लेखन में भी होता हो, संभवतः इसका इस्तेमाल केवल शिलालेखों में होता होगा।
अंशत: यह सही भी है किंतु आलंकारिक चमत्कारसर्जना युक्त उनकी वर्णनशैली में विशेषण प्रयोग अर्थहीन नहीं हैं।
उसकी एक पहेली का उदाहरण इस प्रकार है- 'वह कौन सी वस्तु है जो प्रात: चार पैरों से, दो पहर दो पैरों से तथा संध्या समय तीन पैरों से टहलती हैं?' इस पहेली में स्फिनिक्स ने 'दिन' को आलंकारिक भाषा में 'मनुष्य जीवन' से संबोधित किया है।
(ख) आलंकारिक काल - अलंकारग्रंथों का अनुशीलन तथा प्रणयन इस काल की विशिष्टता है।
परिस्थितियों,अवस्थाओं एवं भावों का सटीक शब्दों एवं आलंकारिक भाषा में वर्णन सर्वत्र विद्यमान है।
उनका परिवार कई पीढ़ी पहले सतारा से पुणे आकर फूलों के गजरे आदि बनाने का काम करने लगा था।