decolouration Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
decolouration ka kya matlab hota hai
विवर्णन
Noun:
रंगाई,
People Also Search:
decoloureddecolouring
decolourisation
decolourise
decolourised
decolourises
decolourising
decolourization
decolourize
decolourized
decolourizes
decolourizing
decolours
decommission
decommissioned
decolouration शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
इनमें जामनगर की बांधनी (बंधाई और रंगाई की तकनीक), पाटन का उत्कृष्ट रेशमी वस्त्र पटोला, इदर के खिलौने, पालनपुर का इत्र कोनोदर का हस्तशिल्प का काम और अहमदाबाद व सूरत के लघु मंदिरों का काष्ठशिल्प तथा पौराणिक मूर्तियाँ शामिल हैं।
वस्र- निर्माण, रंगाई, छपाई व कढ़ाई का काम मुस्लिम जाति के रंगरेजों, छिपाओं तथा हिंदूओं में पटवा लोगों द्वारा किया जाता था।
इन स्वरूपों के चेहरों की रंगाई का कार्य खजुहा के कुशल पेंटरों द्वारा किया जाता है।
ज़रकोनियम यौगिकों के वर्णकों का चमड़े की रंगाई, तथा रेशम उद्योगों में उपयोग हुआ है।
कपड़े के अलावह यहां आटा, चेनी, घी, मखन, सबज़याती तेल, अदोयात, रेशम, साबन, केमयाई खादें, फ़ाएबर, केंन मसनोाअत, ज़ेवरात, घरेलो फ़रनेचर, रंगाई, कपड़े की मशेंरी, रेलवे मरमत, बाएसकल, होज़री, क़ालेन बाफ़ी, नवाड़ें, तबाआत, अशाआत, ज़राी आलात ओर लकड़ी की मसनोाअत भी पाई जाती हें।
गांव की महिलाएं दूर-दूर से कई प्रकार की मिट्टी लाकर अपने घरों की रंगाई पुताई करती है एवं कई प्रकार की चित्राकंन कला का प्रदर्शन भी अपने मकानों के दीवारों में करती है यानी देखा जाए तो चित्रकला की शैली का विकास भी संभवत इसी सहराइ पर्व से हुआ है।
कपड़े की सफाई तथा रंगाई पर्थ में होेती है परंतु जूट तथा लिनेन का मुख्य केंद्र डंडी है।
कातना, रंगाई, छपाई (सांगानेरी), बत्तिक का काम, सोना और कशीदा करना; दर्जी का काम; खिलौना बनाना; जिल्दसाजी करना; पेपरमेशी का काम; क्ले मॉडलिंग, चमड़े के पर्स ; पोर्टफोलियो आदि चीजें बनाना; तेल, साबुन, पाउडर और वेसलीन बनाना तथा बर्तनों पर कलई करना शामिल है।
सिंह मोजर (लुडविग मोजर का बेटा, क्या है अब प्राग में मोजर कांच के संस्थापक, बोहेमिया, चेक गणराज्य में, सिंह मोजर, एक गणितज्ञ के साथ भ्रमित होने की नहीं) देर से 1920 के दशक में कांच रंगाई में प्रेसियोडीमियम के उपयोग की जांच की।
उल्लेखनीय है कि मोहनजोदड़ो और हड़प्पा की खुदाई में सिंधु घाटी सभ्यता की जो चीजें मिलीं उनमें ऐसे बर्तन और मूर्तियाँ भी थीं, जिन पर रंगाई की गई थी।
ऐतिहासिक रूप से, पुराने या किण्वित मूत्र का उपयोग बारूद के उत्पादन, घरेलू सफाई, चमड़े की कमाई और वस्त्रों की रंगाई के लिए भी किया जाता था।
सबसे पहले हालैंडवालों ने नील का काम शुरू किया और कुछ दिनों तक वे नील की रंगाई के लिये योरप भर में निपुण समझे जाते थे।
अजमेर कपड़ों की रंगाई व बुनाई तथा अपने हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है।
सभी मोटे चमड़ों का, जिनमें तले, पट्टे और मशीनी चमड़े सम्मिलित हैं, पृष्ठीय चूना-निराकरण आवश्यक है, अन्यथा शोधक द्रवों के संपर्क से उनका विवर्णन हो जाता है।