cotwal Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
cotwal ka kya matlab hota hai
कोटवाल
Noun:
कोयला,
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cotwal शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
द्वारपाल ख्वाजा सीदिक कोटवाल ने उनको रोक लिया और जब तक बादशाह अहमद शाह अनुमति न दें तब तक शहर से बाहर न जाने के लिए कहाँ।
भद्र किल्ले के प्रवेशद्वार के पास कोटवाल का मकबरा आज भी वहाँ स्थित है।
महाबानू मोदी कोटवाल - धन आंटी।
मैले भील बड़वी, बसावा, गामीत, कोटवालिया, चौधरी तथा काथुड़ गोत्र समूहों में विभक्त हैं।
कशेरुक कोटवालिया गुजरात की एक जनजाति है को भील जनजाति की एक शाखा है।
मनमोहन सिंह के कार्यकाल में देश में कोयला आवंटन के नाम पर करीब 26 लाख करोड़ रुपये की लूट हुई और सारा कुछ प्रधानमंत्री की देखरेख में हुआ क्योंकि यह मंत्रालय उन्हीं के पास है।
पुनः कोटवालिया जनजाति पांच गोत्रों में विभक्त हैं- कोटवालिया, बरंगिया, बरोड़िया, बंसफोड़िया तथा वीटोलिया।
झारखंड में स्थित धनबाद को भारत की कोयला राजधानी के नाम से भी जाना जाता है।
इंस्पेक्टर कोटवाल वहां पहुंचते हैं और अमर उन्हें बताता है कि सूरज आत्मसमर्पण करना चाहता है।
भारत के प्रमुख कोयला एवं अभ्रक क्षेत्र भी इसी घाटी में स्थित हैं।
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय,धनबाद।
कोयला, पेट्रोलियम, और प्राकृतिक गैस आदि जीवाश्म ईंधन के बड़े भंडार पृथ्वी की सतह के अंदर से प्राप्त होते हैं।
चतरा जिले में खनिज के साथ कोयला भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
यह शहर भारत में कोयला व खनन में सबसे अमीर है।
अन्य प्रमुख खनिज भंडार में कोयला, कालबेड मीथेन, मैंगनीज और डोलोमाइट शामिल हैं।
यह नगर कोयला खनन के क्षेत्र में भारत में सबसे प्रसिद्ध है।
इस जनजाति का सम्बन्ध बांस के कार्य करने वाले से जोड़ा जाता है तथा विटोलिया, बरोडिया और बंसफोड़िया को भी कोटवालिया का ही भाग माना जाता है।
यहाँ एशिया प्रसिद्ध खुला कोयला खदान ललमटिया है।
मिर कासिम 8 मई 1777 को दिल्ली के पास कोटवाल में अस्पष्टता और गरीबी से पीड़ित संभवतः गरीबी से मर गए।
कोयला आबंटन घोटाला ।
२००४ में मनमोहन सिंह की सरकार में वे कोयला मंत्री बने लेकिन चिरूडीह कांड जिसमें 11 लोगों की ह्त्या हुई थी के सिलसिले में गिरफ़्तारी का वारंट जारी होने के बाद उन्हें केन्द्रीय मंत्रीमंडल से 24 जुलाई 2004 को इस्तीफ़ा देना पड़ा।
23 अक्टूबर 1764 को बक्सर की लड़ाई में घुसने के बाद अपने अधिकांश खजाने में लूट लिया, लंगड़ा हाथी पर रखा और शुजा-उद-दौला द्वारा निष्कासित कर दिया; वह रोहिलखंड , इलाहाबाद , गोहाद और जोधपुर भाग गए, अंत में दिल्ली के पास कोटवाल में बस गए।
बैंक मोड़, झरिया, भुली, स्टील गेट, सरायढेला, सिजुआ, भदरीचक, कतरास, पार्क मार्केट, बिरसा मुंडा पार्क, लुबी सर्कुलर रोड, कोयला नगर, राजगंज, बरवड्डा, निरसा, चिरकुण्डा, तेतुलमारी, सिंदरी, टुंडी, तोपचांची, वासेपुर।
उस दिन बाद में, सूरज का पीछा पुलिस ने किया (इंस्पेक्टर कोटवाल ने इंस्पेक्टर खान को ऐसा करने का आदेश दिया था) और वो घायल हो गया है, जबकि उसके अंगरक्षक की हत्या हो गई।
लोहा, कोयला, माइका, बाक्साइट, फायर-क्ले, ग्रेफाइट, कायनाइट, सेलीमाइट, चूना पत्थर, युरेनियम और दूसरी खनिज संपदाओं की प्रचुरता की वजह से यहाँ उद्योग-धंधों का जाल बिछा है।
कोटवाल बादशाह के पास गया और लक्ष्मी को शहर में रखने के लिए खुद का आत्मसमर्पण करना होगा ये बात बताई।