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clour Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)


clour ka kya matlab hota hai


रंग

Noun:

पताका, रंग के द्रव्य, रोग़न, राग, वर्ण, रंग,

Verb:

तोड़-मरोड़ देना, रूप बदल देना, रंग चढ़ाना, रंगना,



clour शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:

बीच में किसी व्यापक प्रसंग के वर्णन को पताका कहते हैं— जैसे उत्तरचरित में सुग्रीव का और अभिज्ञान- शांकुतल में विदूषक का चरित्रवर्णन।

उनकी प्रमुख रचनाएं हैं- कीर्तिलता कीर्तिपताका तथा पदावली।

किसी एक विषय की चर्चा हो रही हो, इसी बीच में कोई दूसरा विषय उपस्थित होकर पहले विषय से मेल में मालूम हो वहाँ पताका स्थान होता है, जैसे, रामचरित् में राम सीता से कह रहे हैं—'हे प्रिये ! तुम्हारी कोई बात मुझे असह्य नहीं, यदि असह्य है तो केवल तुम्हारा विरह, इसी बीच में प्रतिहारी आकर कहता है : देव ! दुर्मुख उपस्थित।

18वीं शती में मैसूर पर मुसलमान शासक हैदर अली की पताका फहराई।

नाटक में बीज, बिंदु, पताका, प्रकरी और कार्य इन पाँचों के द्वारा प्रयोजन सिद्धि होती है।

पताका प्रासंगिक कथावस्तु मुख्य कथा के साथ अंत तक चलती है जब प्रकरी बीच में ही समाप्त हो जाती है।

मुग़ल  उस भूभाग में अधिक काल तक अपनी विजयपताका फहराने में असमर्थ रहे।

জজজ

स्वयं विद्यापति ने अपनी रचना कीर्तिपताका में लिखा है- सीता की विरह वेदना सहन करने के कारण राम को काम-कला-चतुर अनेक स्त्रियों के साथ रहने की वेदना उत्कट इच्छा उन्होंने कृष्णावतार लेकर गोपियों के साथ विभिन्न प्रकार से कामक्रीडा की।

इसका लक्ष्य है - 'वैश्विक कीर्ति की पताका फहराकर प्रमुख भारतीय स्टाक एक्सचेंज के रूप में उभरना' |।

महात्मा रामचन्द्र वीर द्वारा रचित अमर कृति "विजय पताका" पढ़कर अटल जी के जीवन की दिशा ही बदल गयी।

कीर्तिलता और कीर्तिपताका नामक रचनाएं अवहट्ठ में लिखी हैं।

कीर्तिपताका (मूल, संस्कृत छाया तथा हिन्दी अनुवाद सहित नाग प्रकाशन, दिल्ली से प्रकाशित)।

इन कथा आधारों के बाद नाटक कथा को मुख्य तथा गौण अथवा प्रासंगिक भेदों में बांटा जाता है , इनमें से प्रासंगिक के भी आगे पताका और प्रकरी है ।

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