circumlocutery Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
circumlocutery ka kya matlab hota hai
परिक्षुण
Adjective:
वर्णनात्मक, वाचाल, शब्दबहुल, बयानी,
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circumlocutery शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
1- लखमीर 2- राठोर/महेच राणा 3- चौहान/ वत्स/ जेवरा 4-वाछेल / वाचाल/ कूपत/ गहलोत।
इधर पश्चिमी देशों - विशेषकर अमरीका में वर्णनात्मक भाषाविज्ञान का आशातीत विकास हुआ है।
इस प्रकार वे चेष्टाएँ भाषा के प्रतीक बन जाती हैं किन्तु मानव भावों को प्रकट करने का सबसे उपयुक्त साधन वह वर्णनात्मक भाषा है जिसे ‘व्यक्त वाक्’ की संज्ञा प्रदान की गई है।
पाणिनि से पूर्ण प्रभावित होकर ब्लूमफील्ड (अमरीका) ने सन् १९३२ ई. में 'लैंग्वेज' नामक अपना ग्रन्थ प्रकाशित करवाकर वर्णनात्मक भाषाविज्ञान के विकास का मार्ग प्रशस्त किया।
पट्ट महादेवी शांतला-1 - अनु.पी. वाचाल शर्मा।
यह एक आदर्श मिश्रण है जिसमें सम्मानित योद्धा, सुशीला प्रियोरेस (Prioress), चालाक चिकित्सक बाथ की बहुविवाहिता वाचाल पत्नी, बहस करनेवाला "रसोइया", नीच अफसर (रीव), बादमाश, घृणित "सम्मन तामील करनेवाला", "मस्त फ्रायर" अथवा आक्सेन फोर्ड का क्लार्क, सच्चे विश्वास से दीप्त नि:सृत उद्ववेग, सभी घुले मिले हैं।
लम्पट कपटी वाचाल, पा रहे आदर,।
दूसरे शबदो में इसका तात्पर्य यह है कि आधुनिक उत्कृष्ट कोशों में जहां एक ओर प्राचीन और पूर्ववर्ती वाङ्मय का शब्दप्रयोग के क्रमिक ज्ञान के लिये ऐतिहासिक अध्ययन होता है वहां भाषाविज्ञान के ऐतिहासिक, तुलनात्मक और वर्णनात्मक दुष्टिपक्षों का प्रौढ़ सहयोग और विनियोग अपेक्षित रहता है।
(१) वर्णनात्मक (descriptive)।
पट्ट महादेवी शांतला-2 - अनु.पी. वाचाल शर्मा।
समग्र रूप में कहानी को देखने के अभाव में ही कई आलोचकों को सूचनात्मक उपदेश की वाचालता भी घेर लेती है जिसे वे खुद की बहुज्ञता मानकर गर्वान्वित महसूस करते हैं।
पाणिनि न केवल भारत के, अपितु संसार के सबसे बड़े भाषाविज्ञानी हैं, जिन्होंने वर्णनात्मक रूप में भाषा का विशद एवं व्यापक अध्ययन किया।
जिस विज्ञान के अन्तर्गत वर्णनात्मक, ऐतिहासिक और तुलनात्मक अध्ययन के सहारे भाषा की उत्पत्ति, गठन, प्रकृति एवं विकास आदि की सम्यक् व्याख्या करते हुए, इन सभी के विषय में सिद्धान्तों का निर्धारण हो, उसे भाषा विज्ञान कहते हैं।
चतुर्थ भाव में हो तो जातक चंचल, वाचाल, निरुत्साही होता है।
मूक होई वाचाल पंगु चढ़इ गिरिवर गहन।
सन् 1930 के बाद जहाँ वर्णनात्मक भाषा-विज्ञान को पुनः महत्त्व प्राप्त हुआ, वहाँ तब से लेकर आज तक द्रुत गति में विकास हुआ है।
उदाहरण के लिए, संवहन संरचनात्मक रूप से भिन्न परतों के एक समूह में जगह ले सकता है, जो ऊपर की ओर गमित ताप परिवहन को बाधित कर सकता हैं, यह संभव है कि दोहरा वाचाल संवहन एक सीमित कारक हो |।
गुरुवर कहकर टाँग खींचते,देखे कितने ही वाचाल,।
प्रारंभिक विद्वान वर्णनात्मक भूगोलवेत्ता थे।
भूगोल में प्रादेशिक उपागम का उद्भव भी भूगोल की वर्णनात्मक प्रकृति पर बल देता है।
यह पिछले ज्ञान, रीति-रिवाजों और लोगों के समूह के कला के अभिलेखों और वर्णनात्मक विवरणों की जांच करता है।
भगवान की एक पत्नी आदतन वाचाल हैं (सरस्वती) दूसरी पत्नी (लक्ष्मी) स्वाभाव से चंचल हैं।
महाभाष्य के रचयिता पतंजलि के अनुसार ‘व्यक्त वाक्’ का अर्थ भाषा के वर्णनात्मक होने से ही है।