campanulas Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
campanulas ka kya matlab hota hai
कैम्पन्यूलस
Noun:
घंटिका, घंटी,
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campanulas शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
* चर्च की घंटी, इमरजेंसी के सायरन और बर्फ हटाने वाले ट्रैक्टरों से होने वाली आवाजों को छोड़कर कैसा भी शोर करने पर सख्त पाबंदी वाले ध्वनि प्रदूषण से जुड़े कानून में जर्मनी की सरकार ने संशोधन कर बच्चों को शोर मचाने का हक दिया।
हिंदी कवियों में जायसी के अनुसार ये शृंगार यों हैं—(१) मज्जन, (२) स्नान (जायसी ने मज्जन, स्नान को अलग रखा है), (३) वस्त्र, (४) पत्रावली, (५) सिंदूर, (६) तिलक, (७) कुंडल, (८) अंजन, (९) अधरों का रंगना, (१०) तांबूल, (११) कुसुमगंध, (१२) कपोलों पर तिल, (१३) हार, (१४) कंचुकी, (१५) छुद्रघंटिका ओर (१६) पायल।
इनके साथ ही इसमें घंटी या घंटा (gong) भी होता है, जो निश्चित अवधियों पर स्वयं ही बज उठता है और समय की सूचना देता है।
सहीह अल-बुख़ारी हदीस में मुहम्मद को रहस्योद्घाटन का वर्णन करते हुए बताया, "कभी-कभी यह घंटी बजने की तरह (प्रकट होता है)" और आइशा ने बताया, "मैंने देखा कि पैगंबर बहुत ही ठंडे दिन में वही से प्रेरित हो रहे हैं और उनके माथे से पसीना निकल रहा था।
सहहि बुखारी ने मुहम्मद को अपने रहस्योद्घाटन का वर्णन करते हुए बताया कि "कभी-कभी यह घंटी बजने की तरह (प्रकट होता है)" होता है।
इनकी कविता से प्रभावित होकर कृष्णदेवराय ने कवि के दक्षिणपाद में स्वर्णघंटिका पहनाई।
19 फरवरी- चर्च की घंटी, इमरजेंसी के सायरन और बर्फ हटाने वाले ट्रैक्टरों से होने वाली आवाजों को छोड़कर कैसा भी शोर करने पर सख्त पाबंदी वाले ध्वनि प्रदूषण से जुड़े कानून में जर्मनी की सरकार ने संशोधन कर बच्चों को शोर मचाने का हक दिया।
दरवाज़े पर घंटी लगायें ताकि उसके खुलने की आपको जानकारी रहे।
इस मन्दिर के स्तम्भों पर झुमते घंटों और क्षुद्र घंटिकाओं की मनोहर एवं जीवन्त संयोजना के कारण, स्थानीय लोग इसको 'घंटाई मंदिर' के नाम से पुकारते हैं।
फ़रिश्ता (देवदूत) वह्यी लेकर आए और एक आवाज़ घंटी जैसी मालूम हो।
एक-लिपि के बारे में बातचीत तो खूब होती हैं, लेकिन वही ‘बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधे’ वाली बात है।
इसके दो भाग होते हैं, एक वक्षखंड जो घंटी या प्राचीर प्रकार का होता है तथा दूसरा कर्णखंड।
एक साल बाद, कोलकाता में नवम्बर 1894 के एक (या 1895) सार्वजनिक प्रदर्शन दौरान, बोस ने एक मिलीमीटर रेंज माइक्रोवेव तरंग का उपयोग बारूद दूरी पर प्रज्वलित करने और घंटी बजाने में किया।
पैर पर १५० टखने की घंटी पहने कदमों का उपयोग कर ताल के काम को दिखाते थे।
पानी का घटीयंत्र बनाने के लिए किसी पात्र में छोटा सा छेद कर दिया जाता था, जिससे पात्र एक घंटी में पानी में डूब जाता था।
लगभग 18.3 मीटर ऊँचे इस स्तम्भ के ऊपर घंटी के आकार की बनावट है जो इसको आकर्षक बनाता है।